मन के जीते जीत है मन के हारे हार-देवी पुष्पांजलि घिवरा में आयोजित संगीतमय श्रीमद् देवी भागवत कथा
बिर्रा- यह मन हर क्षण बदलता है।पांच मिनट में मन में भक्ति आ जाएगा और पांच मिनट बाद मन में और कुछ और विचार।यह मन ही है जो व्यक्ति को पतन के मार्ग पर ले जाता है। इसलिए मन के चक्कर में मत पडिएगा।उक्त बातें जय मां डोकरी दाई मंदिर मेला महोत्सव घिवरा में चैत्र नवरात्र पर्व पर आयोजित संगीतमय श्रीमद् देवी भागवत कथा के तृतीय दिवस मां चंद्रघंटा देवी जी के स्वरूप का वर्णन करते हुए वृंदावन धाम से पधारे मानस पुत्री देवी पुष्पांजलि ने उपस्थित श्रद्धालुओं से कहीं। उन्होंने कहा कि माता सब पर समान व्यवहार करतीं हैं।और अपने भक्तों पर कृपा बरसाती है।मेला महोत्सव में देवी मंदिर में मनोकामना ज्योति कलश प्रज्ज्वलित हो रही है। मनिहारी दुकान,होटल मनोरंजक सुविधाओं का लाभ उठाने दूर दूर से श्रद्धालु पहुंचे रहें हैं।आज कथा श्रवण करने मुख्य यजमान श्यामलाल कश्यप सपत्निक शामिल हुए। वहीं देवप्रसाद तिवारी,मनोज शुक्ला, जितेन्द्र तिवारी, हेतराम साहू,अनिल तिवारी,रत्नेश कश्यप,रामस्नेही श्रीवास,गाडाराय सहित आयोजन समिति के सदस्य उपस्थित थे।