रायगढ़

भयमुक्त भ्रस्टाचार का गढ़ बना सारंगढ़ का यह पंचायत…! सरपंच/सचिव को ना अधिकारियों का डर, ना जनता की परवाह, ना कानून का भय….! अधिकारी परेशान, जनता हैरान, विकास अनजान, जानिए कौन है वो महान….!

जगन्नाथ बैरागी

रायगढ़। देश की करीब 70 फीसदी आबादी गाँवों में रहती है और पूरे देश में लगभग दो लाख 39 हजार ग्राम पंचायतें हैं।
पंचायतों को लाखों रुपए का फंड सालाना दिया जा रहा है। ग्राम पंचायतों में विकास कार्य की जिम्मेदारी प्रधान अर्थात सरपंच की होती है। कानून मे प्रावधान है की अगर ग्राम प्रधान अर्थात (सरपंच) गाँव की प्रगति के लिए ठीक से काम नहीं कर रहा है तो उसे पद से हटाया भी जा सकता है। सारंगढ़ मे लगभग 129 ग्राम पंचायतो मे 247 ग्राम है जिसमे 272 आबादी ग्रामो की संख्या है जिसमे विकास की जिम्मेदारी सरपंचो को दी गयी है।
वर्तमान मे शासन ने ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत

महत्मा गाँधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना,राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन,,इंदिरा आवास योजना, मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण योजना सांसद आदर्श ग्राम योजना
विधायक आदर्श ग्राम योजना,
जलग्रहण क्षेत्र विकास कार्यक्रम,
स्वच्छ भारत मिशन(ग्रामीण),
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना,
ग्रामीण यांत्रिकी सेवा सहित अन्य कई योजनाओं के तहत ग्राम के विकास हेतु पूर्णतः प्रयत्नशील है। परन्तु कुछ ग्राम के मुखिया जिसे जनता ने विकास की उम्मीदों पर अपना मत दिया था जब उनसे ही कोई सरपंच छलावा करे तो उस पंचायत का विकास किस गर्त मे जाएगा कल्पना से रूह काँप उठती है। हम बात कर रहे हैँ सारंगढ़ तहसील मुख्यालय के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत दबगांव की जहां के सरपंच रूपसाय चौहान की मनमानी से न सिर्फ जनता अपितु जनपद के अधिकारी भी त्रस्त हैँ। फर्जी बिल चढ़ाकर पैसा निकालते-निकालते सरपंच/सचिव इतने सिद्धस्त हो चुके हैँ की अब तो लाखों के सीसी रोड को को भी निगलने से नही चुक रहे। उपर से दबँगाई इतनी की किसी को भी झूठे मुकदमे मे फसाने की खुलेआम धमकी देने से बाज़ नही आते।

सारंगढ़ तहसील का सबसे बढ़ा घोटालेबाजी दबगाँव मे…?

छोटी मोटी फर्जी बिल बाउचर से रुपये आहरित करते करते सरपंच रूपसाय चौहान का मनोबल इतना बड़ गया है की लाखों का वारा न्यारा करने मे भी हिचक या संकोच नही कर रहा। सीसी रोड जैसे निर्माण कार्य जिसकी विधिवत जांच होती है उसे भी हड़पने मे लगे रूपसाय चौहान के हौसले बुलंद जान पड़ते हैँ।
वाउचर क्रमांक own/2020-21/p/2 वाउचर दिनांक 06/08/2020 को 250000 रुपये जिस सीसी रोड के भुकतान नी लिए निकाल लिया गया है। वाउचर क्रमांक own/2020-21/p 1, वाउचर दिनांक 06/08/2020 दी 400000 रुपये सीसी रोड निर्माण कार्य के नाम से जनरेट किया गया है दरअसल उस सीसी रोड का निर्माण ही नही हुवा है। और सबसे बड़ी हैरानी की बात इसकी जानकारी जनपद के कर्मचारियों सहित जनपद ceo अभिषेक बैनर्जी जैसे ईमानदार अधिकारी को भी है। फिर भी उक्त सरपंच पर ठोस कानूनी कारवाई के बदले महज नोटिस देकर अपने कर्तव्यों का इती श्री कर लेना कहाँ तक न्यायसंगत है।

सरपंच/सचिव को जनपद सीईओ के नोटिस का भी नही रहा डर –

युवा सिद्धांतवादी जनपद सीईओ अभिषेक बैनर्जी ने जब उपाभियंता डी के नायक से निर्माणकार्य मे भ्रस्टाचार की बात जानी तो सरपंच/सचिव को बकायदा दबगाँव सरपंच/सचिव के नाम से नोटिस भी जारी की जिसमे स्पस्ट है की मांजरमाटी डिपापारा और ब्राह्मण पारा बस्ती मे सीसी रोड निर्माण अब तक प्रारम्भ नही हुवा है जिसे तत्काल प्रारम्भ करने की बात भी नोटिस के माध्यम से कही गयी है। उक्त नोटिस 04-09-2021 को डी गयी थी। लेकिन आज तक निर्माण कार्य समाप्त क्या प्रारम्भ भी नही किया गया। इससे आप सरपंच/सचिव की मनमानी और निष्क्रियता को स्वतः समझ सकते हैँ।

सरपंच पर कब होगी कार्रवाई?

विश्वास वो धागा है जिसका डोर भावना से जुड़ा होता है, जब विश्वास एक का न होकर हज़ारो का टूटे तो उस दर्द की कल्पना भी मुश्किल है। जनता के सेवक बनकर जनता से विश्वसघात की जो सजा हो कम है। क्यूंकि ग्राम विकास के सपने दिखाकर, झूठे वादों की पुल बनाकर विकास नही भ्रस्टाचार की नदी बहाई जाये तो जनता खुद को ठगा महसूस करने के अलावा और कुछ कर भी नही सकती। लेकिन प्रशासनिक ठोस कारवाई कर कमसे कम अन्य भ्रस्टाचारीयों को एक उचित संदेश तो प्रेसित कर सकते हैँ।
अब देखना दिलचस्प होगा की सरपंच/सचिव पर कब और क्या कार्यवाही की जाती है या चढ़ोत्तरी की पट्टी से आँख बंद कर लिया जाता है।

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