सारंगढ़ जिला के सबसे लोकप्रिय विधायक की कहानी: उत्तरी गणपत जांगड़े कैसे तय की सरपंच से विधायक तक का सफर, सफल गृहणी से कैसे बनी महिला सशक्तिकरण का चेहरा, पढ़िए जन्मदिन पर विशेष..

जगन्नाथ बैरागी

रायगढ़:- जिला के सारंगढ़ से बॉर्डर पर लगे छोटे से गांव जोगेसरा की रहने वाली बहुत ही शांत स्वभाव की कम उम्र की महिला उत्तरी जांगड़े को कौन जानता था कि कल वो सारंगढ़ विधान सभा की विधायक निर्वाचित होंगी।

30 जून सन 1983 को जोगेसरा के एक छोटे से गांव में रात्रे परिवार में जन्मी उत्तरी जांगड़े आज किसी परिचय की मोहताज नहीं है। विधानसभा के साथ – साथ पूरा प्रदेश और वरिष्ठ कांग्रेस नेतृत्व भी इन्हें जान चुका है। श्रीमती उत्तरी गनपत जांगड़े सारंगढ-बिलाईगढ़ जिला के सारंगढ़ से लगे सीमावर्ती गांव जोगेसरा में 30 जून 1983 को रात्रे परिवार में जन्मी। फिर यह अपने परिवार के साथ सारंगढ़ विधानसभा और फिर क्षेत्र के ग्राम मुडवाभांठा में आकर बसी, जहां उनका विवाह सन 2005 में ग्राम के ही युवा गनपत जांगड़े जी से हुआ। विवाह उपरांत किस्मत ने ऐसा रास्ता दिखाया कि सन 2010 में वे अपने ग्राम पंचायत मुड़वाभांठा से सरपंच निर्वाचित हुई तत्पश्चात उन्होंने 2012 में ही युवा कांग्रेस के निर्वाचन चुनाव में हिस्सा लिया और युवा कांग्रेस सदस्यता के साथ उन्होंने सन 2012 में ही कांग्रेस की मूल सदस्यता ग्रहण की। ग्राम पंचायतों में आम लोगों के साथ सामान्य व्यवहार, सभी को सम्मान देना, बहुत ही सादगी और सरलता से उन्होंने हमेशा जनता का दिल जीता। उनके साथ कदम से कदम मिलाकर अपना पूरा मार्गदर्शन गनपत जांगड़े उनके पति और उनके परिवार वाले हमेशा देते रहे। सन 2012 के अंतिम में रायगढ़ जिला कांग्रेस कमेटी के सदस्य के रूप में उन्होंने विधानसभा की राजनीति में प्रखरता से कदम रखा। पारिवारिक जीवन में अपने बच्चों जिनमें दो लड़के और दो लड़की के साथ हर मोड़ पर वह साथ खड़ी हुई व एक सफल गृहणी के रूप में भी नजर आई। सन 2015 में एक बार फिर उनकी किस्मत पलटी और उन्हें अपने क्षेत्र से जनपद सदस्य लड़ने का अवसर मिला जहां वह पुनः जीत दर्ज कर सन 2015 में सारंगढ़ जनपद पंचायत की अध्यक्ष निर्वाचित हुई।

उन्होंने अपने जनपद पंचायत के कार्यकाल में जनपद के उपाध्यक्ष अरुण मालाकार जी और जनपद सदस्यों के साथ मिलकर जनपद के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र में आम जनता के बीच रहकर करोड़ों रुपए के जनहित के विकास कार्य करवाएं। जहां पक्ष और विपक्ष दोनों ने हीं इनका लोहा माना लगभग जनपद क्षेत्र के शताधिक सरपंच इनके साथ जुड़े और इन से जुड़ कर इनके साथ ग्रामीण विकास के कार्य किए जो इनकी बड़ी ताकत बनी। सन 2017 में इन्हें रायगढ़ जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण का विशेष आमंत्रित सदस्य के पद पर स्थान मिला संगठन के साथ-साथ सत्ता में भी जुड़कर इन्होंने सारे कार्य सीखें और जन सेवा को महत्व दिया। सन 2018 में इन्हें कांग्रेस पार्टी से विधानसभा का उम्मीदवार चुना गया और और इस मौके को इन्होंने और इनके समर्थकों व कार्यकर्ताओं ने जाया नहीं किया और भूपेश बघेल जी के नेतृत्व में यह विधायक चुनी गई और जिनका विधानसभा में सबसे अधिक अंतर से जीतने वाली दूसरे स्थान में रहते हुए सबसे कम उम्र की अनुसूचित जाति वर्ग की महिला नेत्री के रूप में निर्वाचित हुई। सन 2020 में भूपेश सरकार ने उनकी कार्यशैली उनकी सरलता और इनकी सक्रियता को देखते हैं इन्हें अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष कि अहम जवाबदारी सौपी वैसे तो श्रीमती उत्तरी गनपत जांगड़े हाई स्कूल तक की शिक्षा ग्रहण कर एक सफल गृहणी, सफल राजनीतिज्ञ और जन सेवा के कार्यों में निरंतर लगी रही। इनके कार्यों में जहां इनके पति गनपत जांगड़े जो वर्तमान में जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष और जिला कांग्रेस कमेटी के सचिव हैं, वह उनकी परछाई के रूप में हमेशा साथ नजर आए। वही ससुराल पक्ष से पिता तुल्य ससुर इनकी सास तथा इनके मायके पक्ष से इनके भाइयों का हमेशा सहयोग मिला। विधानसभा में कोई भी हो पक्ष हो या विपक्ष, सामाजिक या फिर राजनीतिक हर कोई इनका कायल है और हो भी क्यों ना ? हमेशा सरलता सहजता और दूसरों के लिए मदद के लिए हमेशा खड़े रहना क्षेत्र में हर कार्यक्रमों में शरीक होना, निरंतर दौरा कर क्षेत्र के लोगों से जुड़ा साथ ही संगठन के साथ कदम से कदम मिलाकर हर कार्यों को कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर उसे पूर्ण करना छोटे बड़ों को हमेशा व्यवहार देना जैसे कार्यों से यह अन्य जनप्रतिनिधियों से अलग नजर आती है और आम जनता कार्यकर्ता अधिकारी समाजसेवी युवा और महिलाएं इनका सम्मान करती है।

सारंगढ़ विधानसभा की बात की जाए तो सारंगढ़ के हर संवेदनशील मुद्दों के लिए सड़क से लेकर सदन तक अपनी आवाज बुलंद कर हमेशा सारंगढ़ वासियों के दिलों में इन्होंने एक अलग जगह बनाई। जिसका सबसे बड़ा उदाहरण सारंगढ़ जिला निर्माण होना है। यह राजनीति के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी को अपना आइडियल मानती है साथ ही हर कार्यकर्ता को एकजुट रखना, उन्हें सम्मान देना और रूठे कार्यकर्ताओं को मना लेना इनकी छवि को अलग बनाती है। आज उनके जन्मदिन पर हर वर्ग उन्हें बधाई और शुभकामनाएं प्रेषित कर रहा है और उनकी अच्छे स्वास्थ्य तथा लंबी उम्र की कामना कर रहा है और सारंगढ़ की जनता को इनसे आस है कि हमारी विधायक राजनीति के सर्वोच्च स्थान में पहुंचे, सारंगढ़ और छत्तीसगढ़ का नाम रोशन करें और सदा इसी सादगी और सक्रियता से क्षेत्र की जनता के साथ खड़े रहे।

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