रायगढ़: इस ढाबे के बावर्ची ने फांसी लगाकर की आत्महत्या ! मृतक के परिजनों ढाबा मालिक पर लगाया गंभीरतम आरोप…..

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रायगढ़। उत्तरप्रदेश से आए एक बावर्ची ने ढाबे में फांसी लगाते हुए अपनी जिंदगी खत्म कर ली। मृतक के परिजनों का आरोप है कि ढाबा मालिक के अनैतिक कृत्य से तंग आकर 3 बच्चों के बाप ने जान गंवाई, इसलिए आरोपियों को सजा मिले। यह मामला पूंजीपथरा थाना का है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक मूलतः उत्तरप्रदेश के गाजीपुर जिले के शादियाबाद थानांतर्गत ग्राम चक मेहताब निवासी श्यामसुंदर यादव आत्मज जमुना यादव (45 वर्ष) अपनी बीवी तथा 3 बच्चों का पेट भरने के लिए। रोजगार की तलाश में रायगढ़ आया और पूंजीपथरा में प्रमोद साहू के ढाबे में खाना बनाने का काम करता था। श्यामसुंदर दंतेवाड़ा के सत्रहवीं वाहिनी विशेष भारत रक्षित कटेकल्याण कैम्प में आरक्षक के रूप में सेवारत अपने साले अजीत यादव को आए दिन फोन कर अपनी स्थिति बताता रहता था।

विगत शुक्रवार प्रमोद साहू ने अजीत यादव को फोनकर बताया कि उसके जीजा श्यामसुंदर ने ढाबे के म्यांर में नॉयलोन रस्सी से फांसी लगाते हुए आत्महत्या कर ली । श्यामसुंदर के इस अप्रत्याशित आत्मघाती कदम उठाने से स् बदहवास अजीत दंतेवाड़ा से पूंजीपथरा ज आया । आरक्षक अजीत यादव ने अपने जीजा की खुदकुशी को संदिग्ध बताते हुए आरोप लगाया है कि श्यामसुंदर को ढाबा मालिक प्रमोद साहू और उसके भाई प्रदीप साहू ने मारकर लटकाया है ब् या फिर उनकी प्रताड़ना से तंग आकर वे मजबूरी में बावर्ची को अपनी जान देनी पड़ी।

अजीत का कहना है कि उसका जीजा उसे फोनकर बताते रहता था कि प्रमोद और प्रदीप साहू उससे ढाबे के अलावे शराब लाने का काम कराते । श्यामसुंदर जब अनैतिक कृत्य से मना करता तो उसे काम से खदेड़ते हुए मारने की धमकी तक दी जाती। ऐसे में अजीत ने श्यामसुंदर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत की निष्पक्ष जांच की मांग की है। फिलहाल, मृतक के आरक्षक साले की सूचना पर पूंजीपथरा पुलिस मर्ग कायम कर अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने की बाट जोह रही है, ताकि खुलासा हो सके कि बावर्ची ने ढाबे में खुदकुशी की या फिर वह किसी साजिश का शिकार हुआ है।

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