आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में संत कबीर सम्मान से जिले के शिक्षकों व साहित्यकारों को सम्मानित किया गया..

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बिर्रा -राष्ट्रीय शिक्षक संघ चेतना का पांचवा संत कबीर सम्मान समारोह एवं राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन 14 जून को छत्तीसगढ़ की साहित्यिक नगरी राजनांदगांव के कानफयलूएनस महाविद्यालय में आयोजित किया गया।कार्यक्रम के प्रथम व द्वितीय सत्र मुख्य अतिथि के रूप में डॉ विनय पाठक संरक्षक बिलासपुर,डॉक्टर परदेशी राम वर्मा, अध्यक्ष आगास दिया विशिष्ट अतिथि डॉ विनोद वर्मा,डॉ सोनाली चक्रवर्ती,मुक्ता कौशिक,वरिष्ठ साहित्यकार कान्हा कौशिक एवं अध्यक्षता के रूप में डॉक्टर अनुसूईया अग्रवाल,कार्यक्रम के संयोजक प्राचार्य डॉ रचना पांडेय मंच में विशेष रूप से उपस्थित थे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य अतिथि डॉ विनय पाठक एवं मंच विभूतियों के द्वारा मां सरस्वती के तैलीयचित्र पर पूजन अर्चन तत्पश्चात मुख्य अतिथि सहित मंचस्थ अतिथियों का तिलक चंदन बैच एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर आत्मीय अभिनंदन किया गया।
राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना उज्जैन प्रदेश इकाई छत्तीसगढ़ के संयुक्त आयोजन राष्ट्रीय संगोष्ठी एवं संत कबीर दास जी समारोह कार्यक्रम अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ विनय पाठक,एवं मंच में विराजमान अतिथियों के द्वारा महान संत कबीर दास जी के जीवन वृत्त, साहित्यिक अवदान एवं उनके जीवन आदर्श पर विस्तृत एवं सारगर्भित व्याख्यान प्रस्तुत किया गया।
भोजन अवकाश के पश्चात विभिन्न जिले एवं प्रदेश से पधारे श्रेष्ठ साहित्यकारों, शिक्षकों को उनके उल्लेखनीय योगदान एवं संत कबीर के आदर्शों एवं संदेशों को जन-जन तक पहुंचाने, समुचित प्रचार प्रसार करने के लिए संत कबीर सम्मान 2022 से सम्मानित किया गया।
संत कबीर दास सम्मान 2022 आजादी के अमृत महोत्सव में जांजगीर चांपा जिले के राज्यपाल पुरस्कृत शिक्षक राजेंद्र जायसवाल, शिक्षक एवं युवा साहित्यकार रविंद्र द्विवेदी,शिक्षक एवं साहित्यकार डॉ उमेश दुबे, शिक्षक एवं साहित्यकार भुवनेश्वर देवांगन,शिक्षक एवं साहित्यकार डॉ धनेश्वर देवांगन को स्मृति चिन्ह पुष्पगुच्छ एवं प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया।
इसके साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी एवं कवियत्री श्रीमती कुमुदिनी द्विवेदी विकास खंड शिक्षा अधिकारी कमल कपूर बंजारे,सहित 50 राष्ट्रीय स्तर के साहित्यकारों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन विजय मानिकपुरी ने किया।कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम के संयोजक प्राचार्य डॉ रचना पांडे ने समस्त साहित्यकारो अध्यापकों एवं उपस्थिति के प्रति आभार प्रदर्शन किया। इस अवसर पर भारी संख्या में शोधार्थी, प्रशिक्षणार्थी,प्राध्यापक साहित्यकार,साहित्य प्रेमी, श्रोताजन उपस्थित थे।

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