रायगढ़

अंगना म शिक्षा मेला-पढ़ाई तिहार का हुआ आयोजन… विकासखंड के 183 प्राथमिक विद्यालयों में हुआ कार्यक्रम अंगना म शिक्षा मेला कार्यक्रम में विकासखंड की 3672 सक्रिय माताओं ने कार्यक्रम में अपनी भागीदारी निभाई…

रायगढ़, राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा के आदेशानुसार जिला कार्यालय समग्र शिक्षा के निर्देश पर खरसिया विकासखण्ड में अंगना म शिक्षा मेले में माताओं को ग्रीष्म अवकाश में घर में नौनिहाल बच्चों को कैसे सिखाएं जाना है अवगत कराया गया। माताएं अपने घर में खुशनुमा माहौल में बच्चों को कैसे तैयार करें, कैसे उन्हें पढ़ाई सरल विधि से स्थानीय सामग्रियों से जैसे आलू, प्याज, टमाटर, थाली, कटोरी, गिलास, फल-फूल, पत्ती, कंकड़-पत्थर, लकड़ी, प्लास्टिक डिब्बा खिलौने आदि से अक्षर ज्ञान, जोडऩा-घटाना, अंक पहचान, वर्ण पहचान आदि आनंद के साथ कैसे उन्हें सिखाएं यह सब बातें बताई गई। इस तरह से माताएं बच्चों के सर्वांगीण विकास, बौद्धिक विकास, मानसिक योग्यता आदि सभी पहलुओं को बारीकी से घर में रहकर ही बच्चों को खेल-खेल में सीखा सकती हैं। इसके लिए मेले का आयोजन किया गया। जिसमें बच्चों के स्तर पहचान के लिए 9 काउंटर बनाए गए थे। सपोर्ट कार्ड वितरण करना, संतुलन बना कर चलना कूदना, संतुलन बनाना पेपर फोल्डिंग, बौद्धिक विकास मिलान करना पहचान करना, वर्गीकरण क्रम से लगाना, भाषा विकास, गणित पूर्वतयारी आकार पहचान गिनना, अंक पहचान जोड़ घटा, शारीरिक विकास, भाषा विकास, सामाजिक और भावनात्मक विकास उक्त गतिविधियों में माताओं ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया और बच्चों से सभी गतिविधियों को कराये। साथ में जनभागीदारी के सदस्य, पालकगण भी उपस्थित रहे, आंगनबाड़ी के 5 से 6 आयु वर्ग के बच्चों को उक्त गतिविधियों में संलग्न किया गया ताकि उनके शाला आने के पूर्व उनकी तैयारी हो जाए। माताएं उन्हें घर में आनंदमय माहौल में बढिय़ा से सीखा सकें, माताओ ने बड़े ही हर्षोल्लास के साथ इस मेले का लुफ्त उठाया, साथ ही साथ बच्चों को कैसे घर में पढ़ाना है यह भी उन्होंने सीखा। अंगना में शिक्षा-माताओं के लिए एक सीढ़ी का काम कर रही है उन्हें घर से बाहर अपनी अलग पहचान बनाने के लिए अपने बच्चों के नजर एक शिक्षिका के रूप में प्रथम गुरु का कर्तव्य निभाते हुए सभी माताओं में अंगना मा शिक्षा से प्रेरणा लिए और अपने-अपने बच्चों के स्तर को समझते हुए उन्हें आगे बढ़ाने का प्रयास करने के लिए बेड़ा उठा, हुए नजर आए। अंगना म शिक्षा से सभी माताओं पर बहुत ही सकारात्मक प्रभाव पड़ा है और वे प्रेरित हुई। इससे अब मातायें खुद से बच्चों को पढ़ाने के लिए आगे आती हैं। घर पर भी बच्चों को खेल-खेल में आनंद आए माहौल में पढ़ाने में स्वयं को सक्षम बनाने में यह कार्यक्रम अत्यंत सहायक है।
ज्ञात हो के अंगना म शिक्षा कार्यक्रम को राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित स्कॉच अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। कार्यक्रम के संचालन में विकासखंड स्रोत केंद्र समन्वयक प्रदीप कुमार साहू एवं विकास खंड शिक्षा अधिकारी की महत्वपूर्ण भूमिका रही। सभी संकुलों के प्राथमिक विद्यालयों में यह कार्यक्रम बेहतर ढंग से क्रियान्वयन हो इस हेतु सभी संकुल प्राचार्य एवं सभी संकुल समन्वयकों को संकुल स्तर का मानिटरिंग अधिकारी नियुक्त किया गया था। इस तरह अंगना म शिक्षा (पढ़ई तिहार) मेले का विकासखंड खरसिया के सभी प्राथमिक विद्यालयों में बेहतर ढंग से संचालन एवं क्रियान्वयन किया गया।

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