सिंगारपुर में अवैध शराब बिक्री से गाँव का बिगड़ रहा माहौल… महिला बच्चे और ग्रामीण परेशान, सरपंच प्रतिनिधि सहित जिम्मेदार अनजान..! शराब कोचियों के उपर किसका हाथ?

सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिला मुख्यालय से महज़ 13 किलोमीटर दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत सिंगारपुर में इन दिनों अवैध रूप से शराब की बिक्री हो रही है। गाँव में आसानी से शराब उपलब्ध हो जाने की वजह से अपराध बढ़ने लगे हैं। युवा वर्ग से लेकर स्कूली बच्चे तक नशे के आदी हो चले हैं। बिगड़ते माहौल से सबसे ज्यादा महिलाएं परेशान हैं।
गाँव के जिम्मेदार नागरिकों ने गांव के खराब माहौल को देलगते हुए कई बार समझाईश देने की कोशिश की, कई दफा आबकारी और पुलिस ने दबिश भी दी लेकिन अवैध कमाई के लोभी कुछ लोग गाँव को नशे मे डुबाने का कोई कसर नही छोड़ रहे। जो व्यक्ति समझाश लेकर जाये उसे ही ये शराब कोचिये गाली गलाौच और मारपीट पर उतारु हों जाते हैँ जिसके डर से कोई व्यक्ति अब खुलकर मना भी करने से डरने लगे हैँ।
नाम ना छापने की शर्त पर ग्रामीणों ने बताया कि अवैध शराब बिक्री की जानकारी सिगारपुर सरपंच साहित कुछ जिम्मेदार पंचायत कर्मियों को भी है लेकिन उनकी मौन सहमति पाकर ये नशे के सौदागरों का मनोबल काफी बढ़ा हुआ है जो अब ग्रामीणों को धमकाने से भी गुरेज नही करते।
गांव के पढ़े लिखे कुछ युवाओं द्वारा मीडिया को अपील की गई है कि वो इस गंभीर मुद्दे को उठाएं और
आबकारी और पुलिस विभाग के कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी के संज्ञान तक लाएं जिससे इन शराब कोचियों पर कार्रवाई हों सके।
सूत्रों के मुताबिक सारंगढ़ अंचल मे सबसे शांत समझे जाने वाले पंचायत सिंगारपुर में धड़ल्ले से अवैध रूप से शराब की बिक्री जारी है, जहाँ आसानी से महुआ शराब, अंग्रेजी शराब यहाँ तक ओड़िसा का शराब भी उपलब्ध हों जा रहा है। पंचायत की मौन सहमति से खुलेआम शराब बेची जा रही है? इसके चलते युवा पीढ़ी नशे की जाल में फंस रही है। सबसे विचारनीय बात यह है कि जब सरकारी शराब दुकान में प्रति व्यक्ति को सीमित मात्रा में शराब देने का प्रावधान है तो फिर कोचियों के पास बड़े पैमाने पर सरकारी शराब कहां से पहुंच रही है। ग्रामीणों ने मीडिया के माध्यम से इसकी जांच कराने की मांग की है।
शराब के चक्कर में लोगों का समान हों रहा पार !
शराब के शौकीन अवैध शराब पीकर ना सिर्फ अपने तन से खिलवाड़ कर रहे हैँ बल्कि उनके कीमती समानो का भी नुक्सान हों रहा है। विगत दिनों सिंगारपुर से लगे ग्राम का एक नाबालिक अपने परिचित को साथ लेकर सिंगारपुर के एक कुख्यात शराब कोचिया के यहां शराब खरीदने गया इस दौरान उसका मोबाइल शायद गिर गया या भूल गया, जिसे उक्त कोचिया द्वारा मोबाइल का सीम निकालकर कुछ दिन बंद कर दिया गया फिर लेंधरा के किसी मोबाइल दुकान संचालक से गैर कानूनी रूप से लॉक तोड़वाकर अपना सीम डालकर उपयोग किया जा रहा था। चुंकि उक्त नाबालिक को उनके उपर ही शक था जिसकी जानकारी मिलने पर उनके घर जाकर पत्रकार के माध्यम से पूछताछ की गई तो कानूनी कारवाई की बात सुनकर उनके द्वारा मोबाइल तो दे दी गई और उनके द्वारा मोबाइल को सुधरवाने की बात भी कहो गई लेकिन उल्टा धमकी देकर पुलिस थाने में पैसा मांगने का आरोप लगा दिया गया। अब सोचने वाली बात है अब मोबाइल चुराकर या पाकर उसका लॉक अवैध रूप से तुड़वाकर सीम चेंजकर गैरकानूनी रूप से ही उपयोग करने के बाद भी किसी पत्रकार के खिलाफ झूठा शिकायत कराने की हिमाकत कर सकता है वो अपने गाँव वालों को किस कदर डराकर रखा होगा?
सरपंच प्रतिनिधि अनजान –
सरपंच पति एवं प्रतिनिधि अशोक पटेल से जब पर बारे में फोन के माध्यम से जानकारी ली गई तो उनके द्वारा अवैध शराब बिक्री होने की जानकारी ज्ञात नही होने की बात कही गई। जब उन्हे ग्रामीणों की शिकायत के बारे में बताया गया तो फोन काट दिया गया।
देखना दिलचस्प होगा की खबर प्रकाशन के बाद आबकारी और पुलिस इस पर क्या कार्रवाई करती है!
- एचडीएफसी बैंक सारंगढ़ ब्रांच द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन… - December 15, 2025
- उपभोक्ताओं के साथ धोखा! हसौद क्षेत्र के ग्रामीण अंचल मे गांवों नेटवर्क की बदहाली से जनता परेशान..महीने का रिचार्ज पूरा, सुविधा अधूरा.. - December 15, 2025
- प्रशासनिक अवहेलना का शिकार शासकीय माध्यमिक शाला आमाकछार…जर्जर हालत में पढ़ने मजबूर बच्चे, क़भी भी घट सकती है दुर्घटना..!शौचालय के अभाव से छात्राओं को भारी परेशानी.. - December 15, 2025

