सारंगढ़

“भाई अभिषेक हत्याकांड में ज्यादा दिमाग मत लगाओ और चुपचाप रहो अन्यथा घर से एक लाश और निकलेगी” सारंगढ़ के अभिषेक हत्याकांड में पीड़ित परिवार को पर्ची फेंककर मिली जान से मारने की धमकी ! पहले इंस्टाग्राम मे मैसेज भेजकर दी गई थी धमकी.. क्या आरोपी के सहयोगी खुद को फंसता देख दे रहे पीड़ित परिवार को धमकी? पुरा परिवार जी रहा डर के साए में.. कानून का हाथ कब पहुंचेगा आरोपियों के गिरेबां तक? पूछता है सारंगढ़..

सारंगढ़। सारंगढ़ जिला बनते लोगों के ज़हन में एक बात थी की अब शांत फ़िज़ा वाला सारंगढ़ कानून के साये में और सुरक्षित रहेगा, लेकिन विगत माह भर में हुए दो दीनदहाड़े मर्डर ने जनता के मन में खौफ़ पैदा कर दिया है, विगत 15 मार्च को हुए अभिषेक हत्याकांड में फिर एक बार पिड़ित परिवार को जान से मारने की धमकी मिली है। इस बार घर पर हाथ से लिखा हुआ पर्चा फेक कर दहशत फैलाने की कोशिश हुई हे। दो दिन पहले उपमुख्यमंत्री अरूण साव से इस मामले मे विशेष जांच की मांग परिजनों से किया था जिस पर आरोपी के साथ साथ संदेही उनके सहयोगियो पर भी कार्यवाही का आश्वासन मिला था। किन्तु जिस प्रकार से आज हाथ से लिखा हुआ पर्चा फेककर पिड़ित परिवार को जान से मारने की धमकी
दिया गया है उससे सारंगढ़ में असामाजिक तत्वो के बुलंद होसलो का पता चल रहा है। पिड़ित परिवार ने तुरंत ही पूरे मामले की जानकारी सारंगढ़ पुलिस कप्तान को प्रदान किया है।

मृतक अभिषेक

नया जिला बना सारंगढ़ में कानून ओर व्यवस्था पर लगातार ऊंगली उठ रही है। 15 मार्च को अभिषेक केशरवानी की चाकू मारकर हत्या करना ओर 13 अप्रैल को कृष्णा आदित्य की चाकू मारकर हत्या करने के घटना होने के बाद सारंगढ़ में दहशत का माहोल व्याप्त था। वही बढ़ते अपराधो को
लेकर 18 अप्रैल को सारंगढ़ बंद भी किया गया है। वही वित्त मंत्री ओ.पी.चोधरी और उपमुख्यमंत्री अरूण साव के द्वारा पुलिस कप्तान को अभिषेक हत्याकांड में त्वरित कार्यवाही करते हुए आरोपी के सहयोगियो पर भी कार्यवाही करने का निर्देश देने के बाद पिड़ित परिवार को न्याय की आस जगी थी किन्तु आज शाम 7 बजे छोटे मठ पारा स्थित पिड़ित परिवार के निवास स्थान में हाथ से लिखा हुआ एक पर्चा फेका गया जिसमे लिखा है कि अपने बड़े भाई अभिषेक हत्याकांड में ज्यादा दिमाग मत लगाओ और चुपचाप रहो अन्यथा घर से एक लाश ओर निकलेगी। इसके अलावा पिडित परिवार को जान से मारने सहित ओर कई प्रकार से

संदेश इस पत्र में लिखा है। अंग्रेजी मे लिखे इस पत्र मे हस्ताक्षर किसी का नही है। इस पत्र के प्राप्त होते ही पिड़ित परिवार मे हड़कंप मच गया ओर आनन फानन में पूरे मामले की जानकारी पुलिस कप्तान पुष्कर शर्मा को मोबाईल के माध्यम से दिया। वही देर शाम को पुलिस की टीम इस पर्चा ओर पर्चा फेकने वालो की तलाश मे आसपास के सीसीटीव्ही फुटेज का तलाश करने में जुट गई। साथ ही इस पर्चा में लिखा हुआ धमकी भरा संदेश का हेंडराईटिंग को लेकर भी खोजबीन प्रारंभ कर दिया है। वही इस प्रकार के दहशत भरा धमकी से फिर एक बार सारंगढ़ में पुलिस के कानून और व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े हो गये है।

इंस्टाग्राम मे भी दी थी जान से मारने की धमकी

इस मामले में मिली जानकारी के अनुसार 15 मार्च को अभिषेक केशरवानी को चाकूमार हत्या हुई थी। इस मामले मे आरोपी निखिल बरेठ को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन एक आरोपी के अलावा और भी उनके सहयोगी रहने के आशंका को लेकर पिडित परिवार जांच की मांग कर रहा है। इस बीच 16-17 अप्रैल की रात को ईस्टाग्राम में मैसेज भेजकर पिड़ित केशरवानी परिवार को जान से मारने की धमकी दिया गया था। जिसकी शिकायत 17 अप्रैल को सिटी कोतवाली थाना सारंगढ़ में किया गया था जिस पर अज्ञात आरोपी पर भादवि 507 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया था। किन्तु फिर आज पर्चा फेक कर जान से मारने की धमकी देना पुलिस की कार्यप्रणाली पर ऊंगली उठा रहा है। आचार संहिता के बीच पुलिस की चुस्ती के बीच असामाजिक तत्वो के बुलंद हौसले से ज्ञात हो रहा है कि सारंगढ़ में पुलिस का डर खत्म हो गया है।

आरोपी के सहयोगी खुद को फंसता देख दे रहे धमकी?

सूत्रों के अनुसार पूरे मामले में जैसे ही उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री के द्वारा अन्य सहयोगी पर कार्यवाही करने के लिये पुलिस कप्तान को निर्देश दिये गये है उसके बाद घर पर पर्चा फेक कर जान से मारने और लाश गिराने की धमकी भरा पर्चा फेका गया है। नक्सली क्षेत्र में धमकी के लिये दशहत फैलाने के लिये हाथ से लिखा पर्चा फेका जाता है किन्तु सारंगढ़ जैसे शांत क्षेत्र मे नगर पालिका के रिहायशी क्षेत्र मे दिन-दहाड़े शाम 7 बजे छोटे मठ पारा के मुख्य रोड़ मे घर पर पर्चा फेक दिया जा रहा है और पूरे परिवार को जान से मारने का संदेश उसमे लिख दिया जा रहा है। जिससे ज्ञात हो रहा है कि अभिषेक हत्याकांड में एक नही बल्कि कई और आरोपी भी है और पुलिस की पकड़ से दूर है। वे नही चाहते है कि इस मामले मे और जांच हो। इस कारण से पिड़ित परिवार को बारबार जान से मारने की धमकी दे रहे है। इस मामले मे साक्ष्म जांच की आवश्यकता महसूस हो रही है। ताकि ज्ञात हो सके कि सारंगढ़ के शांत फिजा मे दहशतगर्दी का जहर कौन-कौन घोल रहा है।

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