पांच माह पहले हुआ था अपहरण फिर अचानक से वापस लौटी नाबालिग, आपबीति सुनकर आपकी भी आंसू से निकल आएंगे आंसू, जानें पूरा मामला…
बिहार के कैमूर जिले की अधौरा पुलिस पर एक बार फिर सवालिया निशान खड़ा हो गया है. अनुमंडल पुलिस कार्यालय भभुआ में दर्जनों पहाड़ी से आये ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि 5 माह पूर्व अधौरा थाना के चौकीदार के पुत्र द्वारा एक नाबालिग लड़की को अपहरण कर बेच दिया गया था.
थाने में आवेदन देने के बाद भी न तो प्राथमिकी दर्ज की गयी और न ही आरोपित की गिरफ्तारी हो सकी. 5 महीने बाद किसी तरह लड़की उनके चंगुल से भाग निकली तो पुलिस ने बिना महिला पुलिस के लड़की के घर पर छापा मारा और लड़की को थाने ले गई. मामले को समझने के लिए जब लड़की के परिजन थाने पहुंचे तो उन्हें भी तीन दिन तक लड़की के साथ थाने में रखा गया. फिर हम लोग लड़की की बरामदगी के लिए कल से अधौरा थाने के पास धरना दे रहे हैं.
फिर आज सुबह पुलिस लड़की को गाड़ी में बिठाकर उसके भाई को ले आई। हमारी बच्ची खतरे में है और आरोपियों के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा कि 5 माह की आदिवासी बहन को अधौरा थाने के चौकीदार के बेटे ने बहला-फुसलाकर अपहरण कर लिया और दूसरे को बेच दिया. जब इसकी शिकायत थाने में की गई तो थाने में उसकी सुनवाई नहीं हुई.
पांच महीने बाद जब लड़की वापस भागी तो पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने की बजाय लड़की को तीन दिन तक थाने में बैठाए रखा. फिर जब हमने विरोध करना शुरू किया तो आज भभुआ उसे लेकर भाग गया. हम चाहते हैं कि थाना प्रभारी को निलंबित किया जाए. भभुआ डीएसपी शिव शंकर कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि चार माह पहले एक लड़की के अपहरण का मामला दर्ज किया गया था. पुलिस छापेमारी कर रही थी. खबर आई कि लड़की वापस आ गई है. इसे बरामद कर लिया गया है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.