सोती बच्ची पर शेरनी का हमला: मुंह में दबोचकर बच्ची को लेकर जंगल भागी शेरनी, माता-पिता को भनक भी ना लगी….
सोती बच्ची पर शेरनी का हमला: मुंह में दबोचकर बच्ची को लेकर जंगल भागी शेरनी, माता-पिता को भनक भी ना लगी….
गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में स्थित अमरेली जिले के हलरिया गांव में एक शेरनी ने पांच साल की बच्ची को मार डाला. गांव के बाहरी इलाके के एक घर में 7 सितंबर की रात बच्ची अपने माता-पिता के साथ सो रहे थे.
उसी समय शेरनी आई और बच्ची को मुंह में दबोचकर जंगल की ओर ले भागी. बाद में वन विभाग के कर्मियों को बच्ची का निर्जीव शरीर मिला. शेरनी का पता लगाने और उसे पकड़ने के प्रयास फिलहाल जारी हैं. इस इलाके में शेर-शोरनी के हमले से संबंधित घटनाओं में चिंताजनक वृद्धि देखी गई है. गिर इलाके में पिछले दो वर्षों में प्रति 100 शेरों पर औसतन एक मानव की मौत और प्रत्येक 100 तेंदुओं पर दो मानवों की मौत दर्ज की गई है.
सोती बच्ची पर शेरनी का हमला
अभयारण्य के करीब रहने वाली घनी मानव आबादी और इसकी संरक्षित सीमाओं से परे जाने वाले शेरों की बढ़ती संख्या को देखते हुए शेरों के हमलों में यह वृद्धि विशेष रूप से चिंताजनक है. आंकड़ों से पता चलता है कि शेरों के हमलों से होने वाली मानव मौतों में भारी वृद्धि हुई है, जिसमें 2021 में दो मौतों से लेकर 2022 में पांच मौतों तक 150 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. हालांकि मानवों को जख्मी किए जाने की घटनाओं में 9.5 प्रतिशत की कमी आई है, जो 2021 में 21 से घटकर 19 हो गई है. फिर 2022 से स्थिति चिंताजनक बनी हुई है.
जंगल में मिला निर्जीव शरीर
इसके विपरीत, तेंदुओं से जुड़ी घटनाओं में मानव मृत्यु में 20 प्रतिशत की गिरावट देखी गई, जो 2021 में 15 से घटकर 2022 में 12 हो गई. इसी तरह, तेंदुए के हमलों की घटनाओं में भी 20 प्रतिशत की कमी आई, जबकि 2021 में ऐसी 105 और 2022 में 84 घटनाएं दर्ज की गईं. बीते दिनों आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में जंगली हाथियों के हमले में एक दंपति की मौत हो गई और एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया था. वेल्लोर राजमार्ग से लगे गुडीपाला मंडल के 109 रामापुरम गांव में हाथियों ने दंपति को कुचलकर मार डाला था. मृतकों की पहचान 50 वर्षीय वेंकटेश और उनकी 48 वर्षीय पत्नी सेल्वी के रूप में हुई है. हाथियों ने दंपति पर उस समय हमला किया जब वह अपने खेतों की ओर जा रहे थे.