छत्तीसगढ़: किसानों की सुविधा के लिए बनाए गए सर्वसुविधायुक्त “किसान सदन” पर दो साल से कृषि विभाग के अधिकारी का कब्जा……

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छत्तीसगढ़: किसानों की सुविधा के लिए बनाए गए सर्वसुविधायुक्त “किसान सदन” पर दो साल से कृषि विभाग के अधिकारी का कब्जा……

जांजगीर चांपा: किसानों की सुविधा के लिए बनाए गए सर्र्वसुविधायुक्त किसान सदन पर दो साल से कृषि विभाग के आरईओ का कब्जा है। इस सदन का निर्माण किसानों की बैठक, पारिवारिक सहित अन्य छोटे मोटे कार्यक्रम आयोजित करने के साथ ही किसानों को खेती, फसल के बारे में जानकारी देने के लिए किया गया है।
मगर अभी तक इस किसान सदन की जानकारी किसानों को दूर किसान नेताओं तक को नहीं है और न ही कृषि विभाग ने किसानों को कभी इसकी जानकारी दी है।

उपसंचालक कृषि विभाग कार्यालय जांजगीर के पीछे लाखों रूपए की लागत से करीब चार वर्ष पूर्व किसानों के लिए सर्व्सुविधायुक्त किसान सदन का निर्माण कराया गया है। किसान सदन में एक हाल और तीन चार कमरे बने हुए हैं। जहां किसान बैठक करने प्रशिक्षण आदि के लिए इसका उपयोग होना था। इसके अलावा किसानों के लिए कार्यशाला का आयोजन भी किया जा सकता है। किसानों को आधुनिक खेती के बारे में जानकारी दी जा सकती है। मगर कृषि विभाग के पूर्व उपसंचालक ने इस सदन को हैंड ओवर होने के बाद किसानों को सौंपने के बजाय अपने ही विभाग के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी अखिलेश कुमार तंवर को निवास करने के लिए दे दिया। ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी पिछले दो साल से यहां परिवार के साथ निवास कर रहा है। इस किसान सदन की जानकारी विभाग के अधिकारी कर्मचारी के अलावा आज तक न तो किसी किसान को है और न ही अन्य लोगों को। आम लोगों को पता न चल सके इसलिए विभाग द्वारा भवन में कहीं पर भी किसान सदन नहीं लिखवाया गया है।

उपसंचालक कृषि कार्यालय के पीछे बने भवन के पास निर्मित किसान सदन में रहने वाले ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी अखिलेश कुमार तंवर ने बताया कि यह विभाग के द्वारा किसानों के लिए बनाया गया किसान सदन है और वे पिछले दो साल से यहां अपने परिवार के साथ निवासरत हैं। पूर्व उपसंचालक ने उन्हें यहां रहने के लिए कहा था। हालांकि ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी ने एक दो दिन में भवन को खाली कर देने की बात कही है। एक ओर कृषि विभाग किसानों को फसल की बीमारी, दवाओं के छिड़काव, खाद की मात्रा आदि की जानकारी देता है मगर उनके हित के लिए बने किसान सदन की जानकारी कभी किसानों को नहीं दी।

कलेक्टर से करेंगे किसानों को भवन को देने की मांग

किसान कांग्रेस के जिलाध्यक्ष कमल किशोर साव से जब जांजगीर में किसान सदन बने होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर की। उन्होंने कहा कि सोमवार को इस संबंध में कलेक्टर और उपसंचालक कृषि से मिलकर किसान सदन को किसानों के लिए देने की मांग करने की बात कही।

किसान सदन में अधिकारी का निवास, किसानों की उपेक्षा

भाजपा नेता प्रशांत सिंह ठाकुर का कहना है कि सरकार किसान विरोधी है। किसानों के लिए बड़ी बड़ी योजनाएं चलाए जाने की बात कही जाती है मगर जिला मुख्यालय में किसानों की सुविधा के लिए बनाए गए किसान सदन की जानकारी किसानों को ही नहीं है। किसान सदन का लाभ किसानों को मिलने के बजाय विभाग के अधिकारी को मिल रहा है। कांग्रेस सरकार में किसानों की उपेक्षा की जा रही है। किसान सदन में अधिकारी निवास कर रहा है यह घोर आपत्ति जनक है।

किसान सदन कहां पर बना है जानकारी नहीं

कृषक चेतना मंच के सदस्य और किसान नेता और मंडी अध्यक्ष ब्यास कश्यप का कहना है कि करीब दो वर्ष पूर्व कृषि विभाग की बैठक में किसान सदन बनने की चर्चा हुई थी। लेकिन कहां पर बना है इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। किसान सदन यदि बना है तो इसका लाभ किसानों को मिलना चाहिए। इसके लिए उपसंचालक से चर्चा की जाएगी। संदीप तिवारी ने कहा कि यहां के जननेता किसानों को लेकर उदासीन हैं। कृषि विभाग के अधिकारी भी किसान हित के लिए तत्पर नहीं दिखते।

उपसंचालक ने नहीं उठाया फोन

किसानों की सुविधा के लिए बनाए गए सर्र्वसुविधायुक्त किसान सदन पर दो साल से कृषि विभाग के कर्मचारी ने कब्जा करके रखा है। इस संबंध में जानकारी लेने के लिए जब उप संचालक कृषि एमडी मानकर के नंबर पर संपर्क किया गया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।

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