बड़ी खबर – चंपा बाई की संदिग्ध मौत का मामला पहुँचा हाईकोर्ट, हत्या या आत्महत्या.. पुलिस की कार्रवाई पर सुलगते सवाल ? सात दिवस में देना होगा जवाब….

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छत्तीसगढ़ बिलासपुर- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर धोबहर में संदिग्ध परिस्थिति में हुई महिला की मौत को लेकर छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट बिलासपुर मे मृतिका चंपा बाई की मां बिलासिया बाई ने अपने अधिवक्ता पारसमणि श्रीवास के माध्यम से हाईकोर्ट बिलासपुर में अपने बेटी चंपा बाई को न्याय दिलाने के लिए *W.P.( Cr.) No 447/2022* केस दायर किया है। माननीय न्यायालय द्वारा केस की सुनवाई की गई जिसमें प्रार्थीया की ओर से अधिवक्ता पारसमणि श्रीवास द्वारा केस के संबंध में अपनी दलील रखी गई, जिस पर न्यायालय ने हाईकोर्ट के महाअधिवक्ता को मृतिका और प्रार्थिया के शिकायत/आवेदन पर पुलिस और जिला प्रशासन गौरेला-पेंड्रा-मारवाही द्वारा किए गए कार्यवाही की जानकारी 07 दिवस के भीतर न्यायालय को लिखित में अवगत कराने को कहा गया है।

प्रार्थिया ने आखिर क्यों ली हाइकोर्ट की शरण….

जिले के मरवाही थाना अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र धोबहर में महिला के संदिग्ध आत्महत्या के मामले में मृतिका की मां ने GPM पुलिस अधीक्षक के समक्ष चंपा बाई की हत्या कर आत्महत्या का शक़्ल देने के संबंध में लिखित शिकायत की है।

मृतिका चंपा बाई की मां बिलासिया बाई ने शिकायत में अपनी बेटी के कथित पति अमित ध्रुव, उनके दीदी, जीजा, उसकी सास, रुपेंद्र भदौरिया, विक्रम भदौरिया सहित सरपंच ध्यानसिंह पोर्ते के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध करने की गुहार लगाई है। हालांकि इस मामले के समाचार प्रकाशन के बाद राज्य महिला आयोग ने संज्ञान में लिया है लेकिन जाँच की लेटलतीफी को लेकर कई तरह के कयास भी लगाए जा रहे है।

चंपा बाई के मौत को लेकर मृतिका की माँ के शिकायत अनुसार क्या है पूरा मामला-

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र धोबहर में स्वीपर का कार्य करने वाला अमित ध्रुव पहले से विवाहित था और चंपा बाई भी विवाहित थी। अमित ध्रुव विवाहित होने के बाद भी चंपा बाई को अपने प्रेम जाल में फसाकर उसे अपनी पत्नी बना लिया।

अमित ध्रुव के इस फैसले को लेकर पहली पत्नी उद्रिका और अमित की माँ उसके खिलाफ रहने लगे और आए दिन इस रिश्ते को लेकर झगड़े होने लगे। क्या इसी बीच इस रिश्ते को लेकर वैचारिक मतभेद के साथ साथ नफरत भी पनपता चला गया ?

अमित ध्रुव जीवन दीप समिति का कर्मचारी है और अपने परिवार के साथ अस्पताल परिसर में निवास करता था ।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र धोबहर में पदस्थ रुपेंद्र भदौरिया जो ड्रेसर के पद पर पदस्थ है वह भी अस्पताल परिसर में निवास करता था जो कि घटना के बाद से गौरेला से आना जाना करता है। कुछ दिनों से अमित ध्रुव की पत्नी चंपा बाई पर लगातार बुरी नजर रखने लगा और छेड़छाड़ की कोशिश करने लगा 09 / 03 / 2022 की रात बलात्कार करने की नियत से चंपा बाई को निर्वस्त्र कर दिया गया। पूर्व में भी छेड़छाड़ करता आ रहा था।

घटना के संबंध में पीड़िता ने अपनी माँ बिलासिया बाई को जानकारी दी और दूसरे दिन 10 तारीख को पेंड्रा थाना शिकायत दर्ज कराने को निकल पड़ी लेकिन रास्ते से छेड़छाड़ करने वाले आरोपी रुपेंद्र भदौरिया के पुत्र विक्रम भदौरिया के द्वारा वापस ग्राम धोबहर ले आया गया।

इस संवेदनशील मामले को दबाने की कवायद यही से शुरू हो गई। 10/03/2022 को शाम धोबहर के सरपंच ध्यानसिंह पोर्ते, विक्रम भदौरिया, रुपेंद्र भदौरिया सहित कई लोगो की उपस्थिति में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र धोबहर में बैठक रखी गई जिसमें समझौता करने और छेड़छाड़ की शिकायत नही करने के एवज में 20000 रुपए का प्रलोभन भी पीड़ित चंपा बाई को दिया गया लेकिन तमाम धमकियां और प्रलोभन के बाद भी पीड़िता पुलिस के समक्ष शिकायत करने पर कटिबद्ध रही।

क्या यही से आपराधिक षड्यंत्र की शुरुआत हो चुकी थी?

धोबहर स्वास्थ्य केंद्र के बगल में चंपा बाई का मायका है और उसकी माँ और भाई भी वही रहते है पीड़िता अपने माँ के पास आ गई ।

मामले की शिकायत को लेकर 11/03/2022 को सुबह चंपा बाई अपनी माँ के साथ पेंड्रा थाना पहुँच गई दोपहर के तीन बजे तक मामले की रिपोर्ट पेंड्रा पुलिस के द्वारा नही लिखी गई । उसी दिन ससुराल पक्ष की शिकायत पर पीड़िता चंपा बाई के ऊपर 294, 323, 506 का अपराध पंजीबद्ध कर लिया गया ।

पीड़िता चंपा बाई फिर भी हार नही मानी और दूसरे दिन 12/03/2022 को अपनी माँ के साथ जिलाधीश और पुलिस अधीक्षक से शिकायत करने गौरेला पहुंची लेकिन शनिवार (अवकाश) होने के कारण बेरंग वापस लौट गई।

वापस लौटने के बाद चंपा बाई की सांस उसे अपने साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्थित निवास पर ले गई जिसके बाद रविवार की सुबह चंपा बाई की लाश संदिग्ध अवस्था मे पेड़ पर लटका मिला।

चंपा बाई के संदिग्ध मौत को लेकर आरोप और शिकायत के अनुसार जांच तंत्र में सुलगते सवाल

*01. – छेड़छाड़ जैसे संवेदनशील मामले में 11 /03 /2022 को चंपा बाई की रिपोर्ट पेंड्रा पुलिस द्वारा FIR दर्ज क्यों नहीं किया गया ?*

*02. – पीड़िता चंपा बाई की शिकायत को पुलिस ने गंभीरता से क्यों नहीं लिया ?*

*03. – पीड़िता चंपा बाई के खिलाफ उसके ससुराल वालो की शिकायत पर 11 /03 /2022 को पेंड्रा थाने में 03 : 15 बजे अपराध दर्ज हो गया लेकिन चंपा बाई अपने साथ हुए घटना की FIR के लिए महरूम रही ?*

*04. – पेंड्रा थाना में महिला सम्बंधित संवेदनशील शिकायत पर DGP के कड़े निर्देश के बावजूद प्राथमिकी शिकायत का दर्ज नहीं होना लापरवाही है ?*

*05. – पेंड्रा थाना के तत्कालीन प्रभारी प्रवीण द्विवेदी को चंपा बाई के संदिग्ध मौत के बाद निलंबित किया गया यदि पुलिस से कही चूक नहीं हुई थी तो निलंबित क्यों करना पड़ा?*

*06. – मृतिका की माँ के अनुसार चंपा बाई का पोस्टमार्टम नहीं किया गया। केवल कागज में किया गया है। क्या पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर किसी के दबाव में था और यदि हाँ तो किसका दबाव था ?*

*07. महिला आयोग की सदस्य अर्चना उपाध्याय और मीडिया के समक्ष पोस्टमार्टम नहीं करने के सवाल पर डॉक्टर ने चुप्पी क्यों साधी?*

*08. मौखिक रूप से पुलिस के अनुसार महिला के गले का पोस्टमार्टम किया गया है लेकिन पेट का नहीं किया गया है। क्या इस मौत को पुलिस संदिग्ध नहीं मान रही है? और यदि मान रही है तो मृतिका के पेट का पोस्टमार्टम क्यों नहीं हुआ ?*

*09. इस तरह के संदिग्ध मौत के मामले में डॉक्टर द्वारा शरीर के अंदरूनी हिस्सों का भी पोस्टमार्टम किया जाता है ताकि मौत के वास्तविक कारणों को जाना जा सके ?*

*10. चंपा बाई के साथ छेड़छाड़ करने वाले कथित आरोपी रूपेंद्र भदौरिया के खिलाफ कब तक जांच पुरी की जाएगी ?*

*11. घटना के बाद से रूपेंद्र भदौरिया अस्पताल परिसर को छोड़कर गौरेला से आना जाना क्यो कर रहा है?*

*12. मृतिका चंपा बाई के कथित आत्महत्या के बाद से उसका कथित पति सहित परिवार के सभी सदस्य धोबहर स्थित निवास को छोड़कर चले जाना भी संदिग्ध है ?*

राज्य महिला आयोग के द्वारा मामले को संज्ञान में लेने के बाद न्याय को लेकर पीड़ित परिवार की आश बढ़ गई थी लेकिन कार्यवाही में लेतलतिफि के वजह से मृतिका चंपा बाई को न्याय दिलाने के लिए उसकी मां ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है,अब देखना होगा इस पूरे मामले में पीड़िता को कब तक न्याय मिल पाता है।

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