नई दिल्ली

दुनिया के इन पांच खजानो को माना जाता है रहस्यमयी,भारत वाला में बंद है मौत…

दुनिया में ऐसे तमाम लोग हैं जो आज भी उन दफ्न खजानों की तलाश कर रहे हैं, जिन्हें रहस्यमी माना जाता है. कहा जाता है कि कई बार लोगों ने इनकी तलाश की, लेकिन आज तक ये किसी के हाथ नहीं लगे. आज हम आपको जिन पांच बेशकीमती खजानों के बारे में बताने वाले हैं, उनमें इतनी दौलत है कि अगर वह किसी को मिल जाए तो उसकी कई पुश्तें बैठकर खाएंगी. कहते हैं कि इन खजानों को छुपाने के लिए इनके मालिकों ने तंत्र मंत्र और जादू टोने का सहारा लिया था. यही वजह है कि यह खजाने इतनी आसानी से नहीं मिलते. कुछ लोग तो इन खजानों को शापित मानते हैं, उनका मानना है कि अगर इन खजानों को हासिल करने की कोशिश की गई या फिर उन्हें खोला गया तो पूरी दुनिया में तहलका मच जाएगा.

पहला खजाना है ग्रॉसवेनर का

ग्रॉसवेनर एक जहाज था, जो साल 1782 में भारत के मद्रास से निकला, लेकिन दक्षिण अफ्रीका में कहीं डूब गया. कहते हैं इस जहाज पर दक्षिण भारत से लूटे गए इतने बेशकीमती हीरे जवाहरात और सोने चांदी के सिक्के थे कि अगर आज के समय में रुपयों में उनकी तुलना की जाए तो बड़े से बड़ा व्यापारी घराना भी अपनी पूरी दौलत लुटाकर उसे नहीं खरीद सकता. इस खजाने को ढूंढने की बहुत कोशिश की गई, लेकिन आज तक यह किसी के हाथ नहीं लगा. दरअसल, कुछ लोगों का मानना है कि इस जहाज पर दक्षिण भारत के मंदिरों से लूटे गए कुछ ऐसे विशेष पत्थर और मूर्तियां थीं, जिनको चुरा कर बिना पूजा पद्धति के एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना संभव नहीं था. यही वजह है कि ग्रॉसवेनर नामक जहाज इन तमाम रहस्यमयी चीजों के साथ समुंदर में ही कहीं गायब हो गया.

दूसरा खजाना बिहार के राजगीर का

जेन लैफिट और उसका भाई पियरे दोनों कुख्यात मैक्सिकन समुद्री डाकू थे. कहा जाता है कि वह मेक्सिको की खाड़ी से गुजरने वाले ज्यादातर जहाजों को लूट लिया करते थे. दशकों तक लूटपाट करते हुए उन्होंने अथाह संपत्ति इकट्ठा कर ली थी. और उन्होंने यह पूरी लूटी हुई दौलत मेक्सिको की खाड़ी के पास ही कहीं छिपा दिया था. लेकिन एक दिन अचानक दोनों भाइयों की मौत हो गई और वह खजाना वैसे का वैसा छिपा रह गया. इस खजाने को भी ढूंढने की बहुत कोशिश की गई, लेकिन यह आज तक नहीं मिला. कहा जाता है कि इन दोनों भाइयों का लगाव उस खजाने से इतना ज्यादा था कि मरने से पहले उन्होंने इसे छुपाने के लिए एक ऐसी रहस्यमयी जगह ढूंढी जहां इनके अलावा और कोई पहुंच ही ना सके. यही वजह है कि वह खजाना आज भी वहीं कहीं मेक्सिको की खाड़ी में दफ़न है.

ओक आईलैंड का खजाना

ओक आइलैंड के खजाने को लेकर कई रहस्यमयी कहानियां हैं. कहा जाता है कि इस आईलैंड पर अरबों का खजाना है. सोचिए की इस खजाने की कीमत कितनी ज्यादा होगी कि अमेरिका के राष्ट्रपति रहे फ्रैंकलीन रुजवेल्ट ने भी इसे ढूंढने की बहुत कोशिश की है. हालांकि, जब वह इसे ढूंढने की कोशिश कर रहे थे तब वह अमेरिका के राष्ट्रपति नहीं थे. लेकिन यह खजाना आज तक किसी के हाथ नहीं लगा. कहा जाता है कि कई समुद्री लुटेरों की बिरादरी अपना खजाना इसी आईलैंड पर रखती थी. इस खजाने की रक्षा के लिए उन्होंने इस आईलैंड पर ऐसी कई गुफाओं का निर्माण किया है, जिन्हें ढूंढ पाना और खोल पाना लगभग नामुमकिन है.

पांचवा और सबसे अहम पद्मनाभस्वामी मंदिर का खजाना

केरल में स्थित पद्मनाभस्वामी मंदिर अकूत दौलत का भंडार है. त्रावणकोर के राजाओं द्वारा बनवाया गया यह मंदिर कई रहस्यों से भी भरा है. इस मंदिर में 7 तहखाने हैं, जिनमें अकूत धन संपदा भरी हुई है. अब तक छह तहखाने खोले जा चुके हैं. इन 6 तहखानों से लगभग एक लाख 32 हजार करोड़ की संपत्ति मिल चुकी है. लेकिन सातवें तहखाने को खोलने की किसी की हिम्मत नहीं हुई. दरअसल, सातवें तहखाने के दरवाजे पर जहरीले सांपों की आकृति बनी हुई है. कहा जाता है कि इस तहखाने में जो कुछ भी रखा गया है, उसकी रक्षा बहुत खतरनाक और पावरफुल शक्तियां करती हैं.

अगर इसे खोलने की कोशिश की गई तो पूरी दुनिया में तबाही आ सकती है. यही वजह है कि इस तहखाने को शापित माना जाता है. कहा जाता है कि जो भी इस दरवाजे को खोलेगा उसकी मृत्यु निश्चित है. हालांकि, तमाम खजानों को लेकर इस तरह की बातें किंवदंतियों की तरह सदियों से कही सुनी जा रही हैं, लेकिन इनका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है और ना ही अब तक ऐसा कुछ प्रूफ हुआ है कि यह खजाने शापित हैं या इन्हें तंत्र-मंत्र के जरिए बंद किया गया है.

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