सारंगढ़: धान विक्रय के पूर्व किसानों की समस्या और तैयारियों को लेकर किसान नेता मोती पटेल ने ली धान उपार्जन केंद्र में बैठक…

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रायगढ़। छत्तीसगढ़ में धान खरीदी 1 दिसम्बर से प्रारंभ होने वाली है। इस वर्ष मौसम की मार झेलने वाले अन्नदाताओं के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती अपने धान के रखरखाव एवं विक्रय की है। क्योंकि किसान के लिए अनाज उसकी संतान के समकक्ष होती है और छत्तीसगढ़ के किसानो की सारी आवश्यकताओं की पूर्ति के एक मात्र प्रमुख साधन धान ही है। बेटे की पढ़ाई,बेटी की शादी,घरेलू खर्च सब किसान लक्ष्मी रूपी धान/चावल के बलबूते ही कर पाता है। जिस तरह पिछले वर्ष रायगढ़ जिले के किसान कोरोनकाल होने के कारण बारदानों की समस्या से जूझें है किसी से छुपी नही है।छत्तीसगढ़ में 1 दिसंबर से धान खरीदी शुरू होने जा रही है. धान खरीदी से पहले प्रशासन अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दे रहा है. इसके तहत मंडियों में सभी व्यवस्था दुरस्त की जा रही है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भी इस समस्या के निराकरण हेतु देश के प्रधानमंत्री श्री मोदी को पत्र लिख चुके हैं। राज्य सरकार का दावा है कि बारदाने की कमी से अव्यवस्था हो सकती है. हालांकि, बीजेपी ने कहा कि सीएम और सरकार झूठ बोल रही है। केंद्र-राज्य के रस्साकशी में अगर कोई पिसाता है तो वो है देश का अन्नदाता..

इस वर्ष राज्य में 22 लाख 73 हजार 234 किसानों ने धान बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है. किसान प्रति एकड़ 14 क्विंटल 80 किलो धान बेच सकते हैं. ऐसे में अनुमान है कि इस वर्ष 105 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी होगी।क्योंकि पिछले वर्ष से इस वर्ष धान बेचने के लिए नए पंजीकृत किसानों की संख्या में एक लाख 49 हजार की वृद्धि हुई है.।

किसान नेता मोती पटेल ने ली किसानों की बैठक-

धान टोकन,बारदाना,अनलोडिंग, भराई,तौलाई,पर्ची और अन्य समस्याओं हेतु किसानों ने धान उपार्जन केंद्र कपरतुंगा में बैठक आहूत के थी। जिसमे राज्य सरपंच संघ सचिव और किसान नेता मोती पटेल ने सबकी समस्या सुनी, तथा प्रबंधक को किसानों की समस्या से अवगत भी कराया और साथ ही किसानों को आश्वस्त कराया कि छत्तीसगढ़ सरकार किसानों की सरकार है। किसान हित के लिए मुख्यमंत्री समेत सारंगढ़ विधायक हमेशा गम्भीर रहते हैं। किसानों को धान विक्रय करने में कोई समस्या नही होगीं तथा स्वयं जब भी किसानों को कोई समस्या होगी उपस्थित रहेंगे।

उक्त बैठक में किसान नेता मोती पटेल के अलावा समिति प्रबंधक निर्मल वैष्णव,पूर्णानंद पटेल, कमलचरण पटेल,नित्यानंद पटेल,घुराऊ पटेल,रामदयाल पटेल,लखन चौहान, निरंजन सिदार,गुलाब यादव ,सोसाइटी के समस्त कर्मचारी सहित सैकड़ों की संख्या में किसान मौजूद थे।

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