टैटू से मिला सुराग, ज्वेलरी शाप को निशाना बनाने वाले बंसोर गिरोह का पर्दाफाश…

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बिलासपुर। जिले के सीपत, चकरभाठा स्थित ज्वेलरी शाप में चोरी करने वाले गिरोह के सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरोह के सदस्यों ने जांजगीर-चांपा जिले के राहौद, कोटमीसोनार स्थित ज्वेलरी शाप में भी चोरी की थी।

इसके अलावा प्रदेश के रायपुर और सीतापुर जिले में चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया था। गिरोह के सदस्यों को सीसीटीवी फुटेज में मिले गोदना (टैटू) के निशान के आधार पर पहचान कर गिरफ्तारी की गई है।

आइजी डा. संजीव शुक्ला ने बताया कि चकरभाठा क्षेत्र के हिर्री माइंस स्थित ज्वेलरी शाप में 12 जून की रात चोरी हुई थी। इसके करीब एक महीने बाद सीपत स्थित दामोदार ज्वेलर्स में चोरी की घटना हुई थी। दोनों मामलों में पुलिस चोरों की तलाश कर रही थी। पुलिस की टीम आसपास के सीसीटीवी कैमरों का फुटेज लेकर संदेहियों की पहचान में जुटी थी। सीपत स्थित ज्वेलरी शाप में चोरी की जांच कर रही टीम को एक सीसीटीवी फुटेज मिला। इसमें चोर के हाथ पर बना टैटू स्पष्ट दिखाई दे रहा था। इसे आधार बनाकर पुलिस ने बिलासपुर से महाराष्ट्र और ओडिशा के राउरकेला तक रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज लिए। इसकी बारीकी से जांच की गई। रायपुर से मिले एक फुटेज में उसी तरह का टैटू एक व्यक्ति के हाथ में दिखा। उसकी स्पष्ट तस्वीर पुलिस ने अन्य राज्यों में भेज दिया। इसमें आरोपित लालमन उर्फ बड़का बंसोर निवासी बरगवां जिला सिंगरौली मध्य प्रदेश की पहचान हुई। इसके अलावा उसके साथियों रामधीन बंसोर, सियाराम बंसोर और लालजी बंसोर की पहचान कर ली गई। पुलिस की टीम ने सिंगरौली से सभी आरोपितों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। इसमें उन्होंने चोरी करना स्वीकार कर लिया। आरोपित ने चोरी के सामान को मनीष सोनी और राजेंद्र गुप्ता के पास बेचना बताया। आरोपित की निशानदेही पर चोरी के सामान को जब्त कर लिया गया है। इसके अलावा घटना में प्रयुक्त होंडा सिटी कार और पल्सर को जब्त किया गया है।

सर्वे के बहाने चोरों के घर तक पहुंची पुलिस

एसपी रजनेश सिंह ने बताया कि गिरोह के सदस्य गांव से दूर अलग बस्ती बनाकर रहते हैं। ऐसे में पुलिस उनकी जानकारी जुटाने पहुंचती तो आरोपित फरार हो जाते। पुलिस की टीम राशन कार्ड की जानकारी एकत्र करने के बहाने से आरोपितों की बस्ती तक पहुंची। इस दौरान स्थानीय पुलिस की टीम उनका सहयोग कर रही थी। आरोपित के मकान की पहचान और उसके गांव में होने की जानकारी मिलने के बाद पुलिस की टीम ने दबिश देकर चारों आरोपितों को पकड़ लिया।

पहले करते हैं रेकी, व्यवसायी पहुंचाता है ठिकाने तक

ज्वेलरी शाप में चोरी के मामले में गिरफ्तार आरोपित ने बताया कि वे जिस शहर में चोरी करते हैं, उससे दूर दूसरे शहर में रहते हैं। रेकी के बाद चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद वे फरार हो जाते हैं। घटना को अंजाम देने के दौरान वे मोबाइल साथ नहीं रखते। इसके कारण पुलिस उनका सुराग नहीं लगा पाती। इसके अलावा वे उसी शहर में ठहरते भी नहीं। इसके कारण पुलिस उन्हें पकड़ नहीं पा रही थी।

सराफा व्यसायी भी आ गए सकते में

आइजी डा संजीव शुक्ला ने बताया कि प्रदेश के अलग-अलग शहरों में ज्वेलरी शाप में हो रही चोरियों से सराफा व्यवसायी भी सकते में आ गए थे। सराफा व्यवसायियों का प्रतिनिधि मंडल इसे लेकर पुलिस विभाग के अधिकारियों से मिला था। उन्होंने चोरों को जल्द पकड़ने की मांग की थी। इधर जिले में हुई चोरी के मामलों को सुलझाने में लगी थी।

इनकी हुई गिरफ्तारी, कई मामले हैं दर्ज

लालमन उर्फ बडका(54) निवासी बरहवाटोला थाना बरगवा जिला सिंगरौली मध्य प्रदेश। इस आरोपित के खिलाफ अलग-अलग थानों में 11 मामले दर्ज हैं।

रामधीन बंसोर(56) निवासी बाघाडीह हथकौडापारा पीपरडाढ थाना बरगंवा जिला सिंगरौली मध्य प्रदेश। इसके खिलाफ एमपी में 17 मामले दर्ज हैं। सियाराम बंसोर(51) निवासी लामीदह सरई थाना सरई जिला सिंगरौली मध्य प्रदेश। आरोपित के खिलाफ एमपी में 15 मामले दर्ज हैं।

लालजी उर्फ किनका बंसोर (35) निवासी लामीदह सरई थाना सरई जिला सिंगरौली मध्य प्रदेश। इसके खिलाफ आठ मामले दर्ज हैं।

खरीदार

राजेन्द्र गुप्ता उर्फ गुड्डा बनिया(37) निवासी गजरा बहरा थाना सरई जिला सिंगरौली मध्य प्रदेश

मनीष सोनी उर्फ सुशांत उर्फ सोनू(30) मेन रोड गनयारी वैढन थाना कोतवाली जिला सिंगरौली मध्य प्रदेश

अमित सिंह (33) निवासी गनयारी थाना कोतवाली वैढन जिला सिंगरौली मध्य प्रदेश

चोरों मिले जेवर और नकदी

33 कि.ग्रा. चांदी के जेवर व गलाये गये चांदी की सिल्ली,

125 ग्राम सोने के जेवर,

चार लाख रुपये नकद

एक होंडा सीटी कार (चोरी के लिए उपयोग),

एक पल्सर मोटर साइकिल, रेकी में उपयोग

छह मोबाइल फोन