बलौदाबाजार हिंसा मामले मे सख्त हुए सरकार का कठोर कदम.. 60 गिरफ्तार, 200 हिरासत में, 500 से अधिक की तलाश जारी… उपद्रवियों से नुकसान की भरपाई की जाएगी – गृहमंत्री विजय शर्मा

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रायपुर: बलौदाबाजार में हुई हिंसा के बाद राज्य सरकार ने कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। इस हिंसा में कलेक्टर और एसपी के कार्यालयों में आगजनी की गई थी, जिसके बाद सरकार ने तत्काल कार्रवाई करते हुए कलेक्टर एवं एसपी को हटाने का आदेश जारी किया और दीपक सोनी को कलेक्टर और विजय अग्रवाल को एसपी नियुक्त किया गया, जिन्होंने आदेश के अगले दिन ही कार्यभार संभाल लिया। सरकार ने इस घटना में शामिल उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है। बुधवार को 60 लोगों को जेल भेजा गया, जिनकी पहचान वीडियो फुटेज के आधार पर की गई थी। इसके अलावा, लगभग 200 लोगों को हिरासत में लिया गया है और करीब 500 अन्य की तलाश जारी है।
गृहमंत्री विजय शर्मा ने इस हिंसा को सुनियोजित करार देते हुए कहा, “एक सुंदर बिल्डिंग जला दी गई, इससे क्या हासिल हुआ? उपद्रवियों से नुकसान की भरपाई की जाएगी।” जांच में सामने आया है कि आगजनी में राजस्व रिकॉर्ड सुरक्षित रहे हैं, लेकिन पुलिस रिकॉर्ड जलकर खाक हो गए हैं। इसमें पिछले 12 साल का रोजनामचा और बदमाशों की क्राइम हिस्ट्री से जुड़े दस्तावेज शामिल हैं। बलौदाबाजार जिला मुख्यालय के कलेक्टोरेट और एसपी कार्यालय में हुई इस आगजनी में एसपी कार्यालय के अधिकांश दस्तावेज नष्ट हो गए। पुलिस के अनुसार, एसपी कार्यालय के रिकॉर्ड रूम को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। इसमें सात थाना क्षेत्रों और चार पुलिस चौकियों के रिकॉर्ड शामिल थे। आग की चपेट में आने से कई दस्तावेज जले हैं और आग बुझाने के दौरान पानी से भी खराब हो गए हैं।
फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम रायपुर से बलौदाबाजार पहुंची थी और जांच कर रही है कि आगजनी के लिए किस प्रकार के ज्वलनशील पदार्थों का उपयोग किया गया था। सतनामी समाज के गुरु एवं पूर्व मंत्री गुरु रूद्र कुमार ने एसपी कार्यालय में गिरफ्तारी की मांग की, लेकिन उन्हें बलौदाबाजार जाकर अपनी गिरफ्तारी देने की सलाह दी गई। पूर्व मंत्री ने आगजनी की घटना की निंदा करते हुए कहा कि उनका समाज इस तरह की घटनाओं में शामिल नहीं हो सकता। उन्होंने मंत्रियों के खिलाफ मानहानि का दावा करने की चेतावनी भी दी। बलौदाबाजार में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए राज्य सरकार की सख्त कार्रवाई जारी है, और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जा रही है।