सारंगढ़: जिले में पब्लिक हेल्थ एवं यांत्रिकी विभाग की लापरवाही! ठेकेदार से सांठ-गाँठ कर सरकारी योजनाओं की निकाली जा रही …?
सरसींवा – सारंगढ़ बिलाईगढ़ के तहसील सरसींवा से लगा हुआ एक छोटा से गाँव सोहागपुर है, जहाँ सरकार की महत्वाकांक्षी जल जीवन मिशन योजना मे काम कराने वाले ठेकेदार एवं सुपरवाइजर ने भ्रष्टाचार की सारी हदे पार कर दी है, ऐसा ग्रामीणों का कहना है। सोहागपुर गाँव मे जल जीवन मिशन योजना के तहत अल अजीज प्लास्टिक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को ठेका दिया गया है जिसके लिए 176.03 लाख रुपए की राशि सेक्शन किया है जिसमे की ठेकेदार द्वारा गाँव मे पानी टंकी, घरों मे नल और पाइप लाइन बॉउंड्री वाल, बोर, स्विच रूम च्लोरिनटोर रूम इत्यादि कार्य कराने के लिए केंद्र और राज्य सरकार द्वारा राशि दिया गया है । इस कार्य के पीछे सरकार का बहुत बड़ा जन हितैसी मानसिकता था इससे देश मे हो रहे पानी की समस्या को दूर करने के लिए जन जन तक पानी पहुंचाने के लिए लोगो की सबसे बड़ी मुलभुत अधिकार को सरकार लोगो को दे रही । परन्तु ग्रामीणों के अनुसार इसी कड़ी मे कार्यों पर एक नजर डाले तो ग्राउंड लेवल मे काम ठेकेदारों द्वारा निम्न स्तर का किया जा रहा 50% राशि मे पुरे काम को करा दिया जा रहा है ।
कलेक्टर से ऑनलाइन शिकायत –
शिकायतकर्ता गोपी स्वयं इंजिनियर हैं कब उसने इस भ्रष्टाचार को अपनी आंखों से देखा तो सारंगढ़ बिलाईगढ़ कलेक्टर से ऑनलाइन शिकायत की है देखते हैं कि शिकायतकर्ता के शिकायत के आधार पर क्या भ्रष्टाचारियों के ऊपर क्या कार्रवाई की जाएगी ।
लापरवाही किसकी ठेकेदार, ठेकेदार के मैनेजर, सुपरवाइजर या सम्बंधित अधिकारियो की ?
सोहागपुर गाँव मे जल जीवन मिशन योजना के तहत हुए निर्माण कार्य की स्थिति देखते हुए कहना पड़ रहा की ठेकेदार या उनके कर्मचारी कार्य की गुणवत्ता को गिरा अपना जेब भर रहे है ।
सोहागपुर की पानी टंकी की बाहरी वाल को देख सकते है की किस प्रकार टूट के धस रहा है और वही एक ओर पानी लीकेज हो रहा जबकि टंकी को बने कुछ महीने ही हुए है और पानी टंकी की स्थिति पूरी तरह जर्ज़र हो चुकी है, टंकी की स्थिति ऐसे रहा तो कभी भी गिर सकता है! और यही नहीं यहां टंकी के चारो ओर 15*15 मीटर का बॉउंड्री वाल होना होता है, परन्तु उचित मापदंड मे नहीं बनाया गया है। पानी टंकी के मशीनो के लिए स्विच रूम और च्लोरिनटोर रूम बनाना होता है जोकि अलग अलग बनाना रहता है परन्तु सोहागपुर के भ्रष्टा ठेकेदार/मैनेजर/सुपरवाइजर द्वारा इस हद तक भ्रष्टाचार किया गया है की स्विच रूम और च्लोरिनटोर रूम और बाउंड्री वाल को एक मे जॉइंड करके बना दिया गया है । यहां बनाये गए नल पानी टंकी मे उचित ग्रेड की मिक्सचर से ढलाई नहीं किया गया है और कंपनी द्वारा 150 लाख रुपए आहरण किया जा चूका है अभी तक पुरे गाँव मे पानी सप्लाई नहीं हुआ है ।
”पब्लिक हेल्थ एवं यांत्रिकी विभाग की लापरवाही”
क्या पब्लिक हेल्थ एवं यांत्रिकी विभाग की इसमें लापरवाही दिख रही है क्योंकि इस विभाग की पूरी जिम्मेदारी होती है कार्यों के देख रेख, गुणवत्ता की समय समय मे जाँच करना, काम के दौरान मटेरियल की जाँच, कामों मे उचित गुणवत्ता और मात्रा मे सामग्री का उपयोग, पूरा कार्य इनके निगरानी मे होना होता है ।
कार्यों का देख रेख और गुणवत्ता की जाँच और अपने मौजिदगी मे काम कराने के लिए शासन/प्रशासन और ठेकेदार के मध्य TPI अर्थात थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन ऑफिसर रखा जाता है और कामों के मापदंड मैसेरमेंट सामग्रियों की जाँच करना कार्य स्थल मे उपस्थित होकर कामों को कराना और मेज़रमेंट कर बिल बनाना TPI का काम होता है, जोकि विभागीय अधिकारियो के द्वारा वेरीफाई होता है जिसके उपरांत ठेकेदार का राशि आहरण होता है । परन्तु सोहागपुर मे हुए काम को देख लग रहा की यहां अधिकारी कभी आये ही नहीं होंगे यदि अधिकारी आते और अपना जिम्मेदारी सही से निर्वहन किये होते तो बाउंड्री वाल मे स्विच रूम और च्लोरिनटोर रूम नहीं बना होता नहीं पानी टंकी का प्लास्टर गिर रहा होता और नहीं ऊपर से पानी रिसाव जैसी स्थिति बनी होती यहां अधिकारियो ने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई । जहा अधिकारी अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं करता अपने जिम्मेदारी निभाने मे लापरवाही करता है जिससे उस कार्य मे उचित गुणवत्ता और मापदंड से कार्य नहीं हुआ होता और वाल के प्लॉस्टर का गिरना ऐसे स्थित इन अधिकारियो के द्वारा सायद ठेकेदार से कुछ लाभ लिए होने की ओर इशारा करता है? इस सभी स्थिति को देखते हुए अधिकारियो की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है!