नई दिल्ली

अगले तीन वर्षों के भीतर छत्तीसगढ़ को माओवादी खतरे से मुक्त करना होगा : अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज Sunday को Raipur में Chhattisgarh में वामपंथी उग्रवाद की स्थिति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. बैठक में Chhattisgarh के Chief Minister विष्णुदेव साय, उपChief Minister विजय शर्मा, केंद्रीय गृह सचिव, राज्य के मुख्य सचिव, Police महानिदेशक, आसूचना ब्यूरो (आईबी) के निदेशक और Central Reserve Police Force के महानिदेशक सहित कई अन्य अधिकारियों ने हिस्सा लिया.
बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि, तीन आंतरिक सुरक्षा स्थितियों- जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर और वामपंथी उग्रवाद-में महत्वपूर्ण सुधार देखा गया है और इनमें हिंसा में लगभग 75 प्रतिशत की कमी आई है. इनके प्रभाव वाले भौगोलिक क्षेत्र में भी लगभग 80 प्रतिशत तक की कमी आई है. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम अब उत्तरपूर्व के लगभग 80 प्रतिशत क्षेत्रों से हटा लिया गया है. वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई में हुई प्रगति की सराहना करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित भौगोलिक क्षेत्रों और हिंसा दोनों में उल्लेखनीय कमी आई है.

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि सुरक्षा बलों और सभी केंद्रीय और राज्य एजेंसियों के संयुक्त प्रयासों के कारण वामपंथी उग्रवाद की समस्या अनिवार्य रूप से अब Chhattisgarh के कुछ हिस्सों तक ही सीमित है. इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों को अगले तीन वर्षों के भीतर माओवादी खतरे से मुक्त करने की जरूरत है. गृह मंत्री ने खासकर वामपंथी उग्रवाद को बनाए रखने में सहायक पूरे तंत्र को टारगेट करने को लेकर सभी संबंधित हितधारकों द्वारा एक विस्तृत रोडमैप तैयार करने की आवश्यकता पर जोर दिया. इसके अलावा, केंद्रीय गृह मंत्री ने राज्य Police को शेष सुरक्षा कमियों को दूर करने, व्यापक जांच सुनिश्चित करने, अभियोजन की बारीकी से निगरानी करने, फंडिंग के रास्तों को बंद करने और खुफिया नेतृत्व वाले ऑपरेशन जारी रखने के निर्देश दिए. उन्होंने मल्टी-एजेंसी सेंटर के माध्यम से साझा किए गए सभी इनपुट की समीक्षा करने और सत्यापित इनपुट को संचालित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया.

केंद्रीय गृह मंत्री ने वामपंथी उग्रवाद प्रभावित जिलों में केंद्र और State government की योजनाओं की सम्पूर्ण कवरेज की आवश्यकता पर बल दिया और इसके लिए सुरक्षा बलों के कैंपों का उपयोग करने को कहा ताकि नजदीक के गांवों में इन योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा सके. उन्होंने उल्लेख किया कि Home Ministry को Chhattisgarh में वामपंथी उग्रवाद से अत्यधिक प्रभावित जिलों में धन के आवंटन और इसके उपयोग दोनों मामलों में लचीला होना चाहिए. गृह मंत्री ने वास्तविक अधिकारों के बारे में सभी स्थानीय शिकायतों के सक्रिय और संवेदनशील प्रबंधन की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला. इसके बाद, केंद्रीय गृह मंत्री के निर्देश पर केंद्रीय गृह सचिव द्वारा वामपंथी उग्रवाद से अत्यधिक प्रभावित जिलों के कलेक्टरों और एसएसपी के साथ एक विस्तृत बातचीत की गई.

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