छत्तीसगढ़: मेडिकल कालेज अस्पताल से चोरी गया बच्चा सकुशल बरामद, युवती गिरफ्तार, क्या है पुरी कहानी, पढ़िए….

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मेडिकल कालेज अस्पताल से चोरी कर लिए गए चार माह के दुुधमुुंहे बच्चे को पुलिस ने कोरबी से सकुशल बरामद कर लिया है। अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे में बच्चे को बाहर ले जाते जो तस्वीर कैद हो गई थी।
उसका रंग रूप देख कर किशोरी होने का अंदाजा लगाया गया था, पर वह 23 साल की पंडो आदिवासी युवती निकली। बच्चे को अस्पताल से सीधे वह अपने सहेली के घर ले गई और दो दिन से बच्चे को केवल पानी पिला रही थी।

मेडिकल कालेज अस्पताल में खून की कमी होने की वजह से ग्राम कुरूडीह निवासी अंजू यादव को दाखिल कराया गया था। उसके साथ चार माह का दुधमुंह बच्चा भी था। 17 अगस्त को दोपहर दो बजे किसी अज्ञात लड़की उसके दुधमुंहे बच्चे को उठा कर ले गई। जानकारी मिलने पर स्वजनों हड़कंप मच गया। अंजू की मां धीरा बाई यादव 55 वर्ष ने मामले की रिपोर्ट पुलिस के समक्ष दर्ज कराई। पुलिस ने धारा 363 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर मामले को गंभीरता से लिया और जांच पड़ताल शुरू की। अस्पताल के सीसीटीवी कैमरा को खंगाला गया, तो उसमें एक किशोरी के अस्पताल में दाखिल होने व बच्चा लेकर बाहर निकलते हुई दिखाई दी।

इसके आधार पर पुलिस ने अपनी जांच तेज की। पुलिस अधीक्षक यू उदय किरण ने मामले की जांच के लिए पहली टीम सिविल लाइन रामपुर, दूसरी थाना बाल्कोनगर और तीसरी टीम सायबर सेल कोरबा गठित किया गया। सीसीटीवी कैमरा में मिले फुटेज के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई आगे बढ़ाई। गुलाबी रंग का ड्रेस पहने युवती अस्पताल से बाहर निकल कर मेन रोड तक जाते दिखी। इसके बाद पुलिस ने मेन रोड में स्थित विभिन्न संस्थानों के सीसीटीवी को देखा, तब आटो में बैठ कर जाते हुए युवती दिखी। पूछताछ के दौरान आटो चालकों ने सीएसईबी चौक में युवती के पास छोड़ना बताया। सीएसईबी चौक में लगे सीसीटीवी में युवती बच्चे के साथ कटघोरा की ओर जाने वाली बस में चढ़ते हुए दिखी। तब पुलिस ने बस चालकों से पूछताछ की।

इस पर एक बस चालक ने चोटिया बस स्टैंड में छोड़ना बताया। इतनी जानकारी मिलते ही टीम ने चोटिया जाकर आसपास के दुकानदारों ठेलों, बस चालकों एवं आसपास के लोगों को फोटो दिखाकर पूछताछ किया गया। तब उन्हें जो कोरबी रोड की युवती के जाने की जानकारी मिली। पुलिस टीम ने कोरबी क्षेत्र के ग्राम रोदे, उसबोरा, बनिया, खडपड़ीपारा, फूलसर, पोड़ी खुर्द, लाद, पंडोपारा, छिदपारा, सडकपारा, मातिन सिटीपखना जाकर आम लोगों सरपंच, पंच को आरोपिता की फोटो दिखाकर पूछताछ किया। इसके साथ ही गांवों के लड़कों द्वारा संचालित अलग अलग वाट्सअप ग्रुप में फोटो को वायरल किया गया। वायरल किए गए फोटो के आधार पर पूछताछ करने पर आम नागरिकों ने पोड़ी खुर्द में एक लोहार के घर में युवती व बच्चे को देखना बताया। पुलिस की टीम घेराबंदी कर युवती हमीरा पंडो 23 वर्ष को पकड़ कर नाबालिक बच्चे को बरामद किया गया। सबसे पहले पुलिस ने बच्चे का कोरबी के स्वास्थ्य केंद्र में बच्चे का प्राथमिक उपचार कराया। पुलिस आरोपिता व बच्चे को कोरबा लेकर आई और मेडिकल कालेज अस्पताल में बच्चे को उपचार के लिए दाखिल कराया। वहीं बच्चे की मां अंजू की तबियत अधिक खराब हो गई है, उसे आइसीयू में भर्ती करना पड़ा है।

बच्चे से हो गया स्नेह, इसलिए बिना बताए ले गई

पुलिस को पूछताछ के दौरान आरोपिता हमीरा पंडो ग्राम सडकपारा लाद चौकी कोरबी थाना पसान की निवासी है। हमीरा ने बताया कि वह बच्चे को रोज खेलाने जाती थी। इस दौरान उससे लगाव हो गया और वह यह जानती थी कि बच्चे को अपने साथ ले जाने की इजाजत उसके स्वजन नहीं देंगे, इसलिए बिना बताए उसे अपने साथ ग्राम रोदे (कोरबी) ले गई। उसने बताया कि वहां पर अपनी सहेली छोटी के घर (लोहार) में रूकी हुई थी। आरोपिता को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया। यहां बताना होगा कि हमीरा कुछ माह पहले अचानक लापता हो गई थी और यहां वहां घूम कर दिन काट रही थी।