सारंगढ़

उत्तरी जांगड़े: छत्तीसगढ़ की एक ऐसी विधायक बेटी जिसने सारंगढ़ विधानसभा के जनता की खुशहाली के लिए समर्पित कर दी जिंदगी….जनसेवा मे पति गणपत जांगड़े साया की तरह देते हैँ साथ.. कैसे घरेलू महिला से उत्तरी जांगड़े बनी सारंगढ़ की जनता की बुलंद आवाज़, पढ़िए पुरी खबर….

सारंगढ़: बेटी, बहन, दीदी, भाभी, चाची, बहु,मां ना जाने एक औरत के कितने रूप होते हैँ! लेकिन जब कोई महिला चार दिवारी से निकलकर खुद की जिंदगी जनता के भलाई मे समर्पित कर देती है तभी बन पाती है उत्तरी जांगड़े।

(बंधापाली स्थित हॉस्पिटल मे राजीव युवा मितान क्लब द्वारा रक्तदान कर मनाया गया जन्मदिन)

कुछ ही लोग ऐसे होते हैं जो अपने लिए पैदा होते हैं और कुछ लोग दूसरों के लिए जीते हैं । वे सरल हृदय , ईमानदार एवं समाज सेवा की भावना से ओतप्रोत होते हैं । ऐसे व्यक्ति अपने व्यक्तित्व के बल पर सफलता की उत्तरोतर सीढ़ियां चढ़ते हैं और सम्मान अर्जित करते हैं ऐसे ही व्यक्तियों में शुमार हैं सारंगढ़ विधायक श्रीमती उत्तरी गनपत जांगड़े |

(चेंबर् ऑफ कॉमर्स ने फलो से तौला)

उनका चरित्र बहु आयामी है वे गंभीर , सरल , सहज , मृदुभाषी , ईमानदार कर्तव्यनिष्ठ हैं । उनकी समाज सेवा की भावना उन्हें राजनीतिज्ञों की टोली से अक्सर अलग खड़ा करती है । वे जो कहते हैं वही करते हैं । समाज सेवा की भावना उनमें कूट कूट कर भरी है जिसका सुखद परिणाम विधानसभा चुनाव 2018 में प्राप्त हुआ । सारंगढ़ के आवाम की जनमन की आवाज बनी । किसी की सफलता के पीछे वर्षो कड़ी मेहनत और लगन होती है यही बात सभी को समझना बेहद जरूरी है । कड़ी मेहनत जीवन में हमेशा सफलता ही दिलाती है । सफल आदमी पैदा नहीं होते, कड़ी मेहनत से ही वह एक सफल लीडर और सफल व्यक्तित्व बनते हैं |

(स्कूली बच्चों ने जताया प्यार)

मेहनत करने वाले को हर जगह सम्मान मिलता है अगर हम आत्मविश्वास सही दिशा में सटीक रणनीति के साथ परिश्रम करें तो हम वह मुकाम हासिल कर सकते हैं जो हमारा लक्ष्य होता है । सारंगढ़ विधायक श्रीमती उत्तरी गनपत जांगड़े ने यह साबित कर दिया । 2 लाख से अधिक आम आवाम की आवाज को बुलंद कर जनमन को जिला की सौगात गढ़ उम्मीदों को नई पहचान दिलाई आवाम की बनी आवाज।

सारंगढ़ की इतिहास गढ़ी सारंगढ़ विधायक उत्तरी गणपत जांगड़े ने –

जिला की वर्षों पुरानी मांग को सरकार के आगे रख जनमन की सम्मान रखी | आम जनमन की आवाज बनी शख्सियत सारंगढ़ विधायक श्रीमती उत्तरी गनपत जांगड़े 30 जून 2023 को 40 वर्ष की हो गई है। उनके व्यक्तित्व को लेकर ओर राजनीति की जितनी भी प्रशंसा की जाए कम होगी । महिलाओं में क्षमता की कमी नहीं होती । महिलाएं जब कुछ काम करेंगी , तभी उनमें आत्मविश्वास आता है । बस सही दिशा मिलना और उसका आंकना होना चाहिए । महिलाओं में हैं अपार क्षमता होती है उसको पहचाना जरूरी है । महिलाओं की क्षमता के बारे में अगर बात करें तो हर क्षेत्र में लोहा मनवा रहीं है खेल , साहित्य ,संगीत , राजनीतिक , हर क्षेत्र में एक अलग पहचान स्वयं की है पुरुष से कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं समाज में उनका योगदान अग्रणी है ।

(बरमकेला मे जन्मदिन मनाने उमड़ी भीड़)

महिलाओं को जिस जगह की भी ! जिमेदारी मिली है या जिस काम का
बीड़ा उठाया है वहां उन्होंने आत्मविश्वास के साथ उस कामको किया है गृहणी से लेकर सदन
तक कि सफर में कभी किसी महिला ने पीछे मुड़कर नहीं देखा, हमेशा सामज के उत्थान के लिए अपना समय दिया है । उन्हें तो समझने की जरूरत है । आज सारंगढ़ विधानसभा की विधायक श्रीमती उत्तरी गनपत जांगड़े की चर्चा करना चाहता हूं जो युवा हैं जिन्होंने बहुत कम समय में अपनी पहचान बनाई और आज विधानसभा की सदस्य हैं।

(मंत्री अनिला भेड़िया ने की सिरकत)

एक गृहणी से विधानसभा के सदस्य का सफर बहुत मायने रखता है उनके इस सफर में उनके परिवार का जो योगदान और सहयोग रहा, वह बहुत महत्वपूर्ण है । विधायक के सफर में उनके पति गनपत जांगड़े का जो योगदान रहा है और जिस मुकाम में है कहीं न कहीं उनका आत्मविश्वास ही है । कहा जाता है पुरुष के हर कामयाबी के पीछे के नारी का हाथ होता है पर यहां उसके विपरीत है । गृहणी से गांव का सरपंच , जनपद अध्यक्ष और विधायक की जिम्मेदारी यह बहुत महत्वपूर्ण है । लगातार कामयाबी
मिली जो उनके आत्मविश्वास को और भी मजबूती प्रदान करती है

(nsui कार्यकर्ताओं ने किया सम्मान ,काटी केक)

महिला सशक्तिकरण की पहचान नव सृजित जिला सारंगढ़ –

बिलाईगढ़ जिला के सारंगढ़ से सीमा पर लगे छोटे से गांव जोगेसरा (जो पूर्व में बलोदाबाजार जिला अंतर्गत
आता था अब वर्तमान में नव सृजन
जिला सारंगढ़ में आएगा ) की रहने
वाली बहुत ही शांत स्वभाव की कम उम्र की महिला उत्तरी जांगड़े को कौन जानता था कि वह भविष्य की सारंगढ़
विधानसभा की विधायक निर्वाचित होंगी। 30 जून सन्‌ 1983 को जोगेसरा के एक छोटे से गांव में रात्रे परिवार में जन्मी उत्तरी जांगड़े आज किसी परिचय की मोहताज नहीं है। विधानसभा के साथ साथ पूरा प्रदेश ओर वरिष्ठ कांग्रेस नेतृत्व भी इन्हें जान चुका है। श्रीमती उत्तरी गनपत जांगड़े सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के सारंगढ़
से लगे सीमावर्ती गांव जोगेसरा में 30 जून 1983 को रात्रे परिवार में जन्मी। फिर यह अपने परिवार के साथ
सारंगढ़ विधानसभा और फिर क्षेत्र के ग्राम मुड़वाभांठ में आकर बसी, जहां उनका विवाह सन्‌ 2005 में ग्राम के
ही युवा गनपत जांगड़े से हुआ। विवाह उपरांत किस्मत ने ऐसा रास्ता दिखाया कि सन्‌ 2010 में वे अपने ग्राम पंचायत मुड़वाभांठा से सरपंच निर्वाचित हुई । तत्पश्चात्‌ उन्होंने 2012 में ही युवा कांग्रेस के निर्वाचन चुनाव में हिस्सा लिया और युवा कांग्रेस सदस्यता के साथ उन्होंने सन्‌ 2012 में ही कांग्रेस की मूल सदस्यता ग्रहण की। ग्राम पंचायतों में आम लोगों के साथ सामान्य व्यवहार, सभी को सम्मान देना, बहुत ही सादगी ओर सरलता से उन्होंने हमेशा जनता का दिल जीता। उनके साथ कदम से कदम मिलाकर अपना पूरा मार्गदर्शन गनपत जांगड़े उनके पति ओर उनके परिवार वाले हमशा देते रहे। सन 2012 के अंतिम में रायगढ़ जिला कांग्रेस कमेटी क सदस्य के रूप में उन्होंने विधानसभा की राजनीति में प्रखरता से कदम रखा। पारिवारिक जीवन में अपने बच्चे जिनमें दो लड़के और दो लड़की के साथ हर मोड़ पर वह साथ खड़ी हुई व एक सफल गृहणी क रूप में भी नजर आई। सन 2015 में एक बार फिर उनकी किस्मत पलटी और उन्हें अपने क्षेत्र से जनपद सदस्य लड़ने का अवसर मिला जहां वह पुनः जीत दर्ज कर सन 2015 में सारंगढ़ जनपद पंचायत की अध्यक्ष निर्वाचित हुई। उन्होंने अपने जनपद पंचायत के कार्यकाल में जनपद क उपाध्यक्ष अरुण मालाकार और जनपद सदस्यों के साथ मिलकर जनपद के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र में आम जनता के बीच रहकर करोड़ों रुपए के जनहित के विकास कार्य करवाए जहां पक्ष और विपक्ष दोनों ने हीं इनका लोहा माना लगभग जनपद क्षेत्र क शताधिक सरपंच इनक साथ जुड़े ओर इन से जुड़ कर इनके साथ ग्रामीण विकास क कार्य किए जो इनकी बड़ी ताकत बनी। सन्‌ 2017 में इन्हें रायगढ़ जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण का विशेष आमंत्रित सदस्य के पद पर स्थान मिला संगठन के साथ साथ सत्ता में भी जुड़कर इन्होंने सारे कार्य सीखें और जन सेवा को महत्व दिया। सन्‌ 2018 में इन्हें कांग्रेस पार्टी से विधानसभा का उम्मीदवार चुना गया और और इस मौके को इन्होंने ओर इनके समर्थकों व कार्यकर्ताओं ने जाया नहीं किया और भूपेश बघेल के नेतृत्व में यह विधायक चुनी गई और जिनका विधानसभा में सबसे अधिक अंतर से जीतने वाली दूसरे स्थान में रहते हुए सबसे कम उम्र की अनुसूचित जाति वर्ग की महिला नेत्री के रूप में निर्वाचित हुई। सन्‌ 2020 में भूपेश सरकार ने उनकी कार्यशेली उनकी सरलता और इनकी सक्रियता को देखते हुए अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष की अहम जवाबदारी सौंपी।

(प्रजापिता ब्रम्हकुमारी ने दिया आशीर्वाद)

उत्तरी गनपत जांगड़ हाई स्कूल तक की शिक्षा ग्रहण कर एक सफल गृहणी, सफल राजनीतिज्ञ और जन सेवा के कार्यों में निरंतर लगी रही। इनके कार्यो में जहां इनक पति गनपत जांगड़े जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष रहे और जिला कांग्रेस कमेटी के सचिव हैं, वाह उनकी परछाइ के रूप में हमेशा साथ नजर आए। वहीं ससुराल पक्ष से पिता तुल्य ससुर उनकी सास तथा इनके मायके पक्ष से उनके भाइयों का हमशा सहयोग मिला। विधानसभा में कोई भी हो पक्ष हो या विपक्ष, सामाजिक या फिर राजनीतिक हर कोई इनका कायल है और हो भी क्‍यों ना हमेशा सरलता सहजता ओर दूसरे के लिए मदद के लिए हमेशा खड़े रहना क्षेत्र में हर कायक्रमों में शरीक होना, निरंतर दौरा कर क्षेत्र क लोगों से जुड़ा साथ ही संगठन क साथ कदम से कदम मिलाकर हर कार्यो को कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर उससे पूर्ण करना छोट बड़ों को हमशा व्यवहार देना जैसे कार्यो से यह अन्य जनप्रतिनिधियों से अलग नजर आती है और आम जनता कार्यकर्ता अधिकारी समाजसेवी युवा और महिलाएं इनका सम्मान करती है। सारंगढ़ विधानसभा की बात की जाए तो सारंगढ़ क हर संबदनशील मुद्दों क लिए सड़क से लेकर सदन तक अपनी आवाज बुलंद कर हमशा सारंगढ़ वासियों के दिलों में इन्हांन एक अलग जगह बनाई जिसका सबसे बड़ा उदाहरण सारंगढ़ जिला निर्माण होना है।

(संसदीय सचिव ने दी बधाई)

यह राजनीति के क्षेत्र मे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अपना आइडियल मानती हे साथ ही हर कार्यकर्ता को एकजुट रखना, उन्हें सम्मान देना ओर रूठे कार्यकर्ताओं को मना लना इनकी छवि को अलग बनाती हे। सारंगढ़ की जनता को इनसे आस है कि हमारी विधायक राजनीति के सर्वोच्च स्थान में पहुंचे, सारंगढ़ और छत्तीसगढ़ का नाम रोशन करें और सदा इसी सादगी और सक्रियता स क्षत्र की जनता के साथ खड़े रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *