सारंगढ़ बिलाईगढ़: खूबचंद बघेल योजना मे अधिक इंसेंटिव के लालच में फर्जी तरीके से लोगो का नाम ओपीडी में डालकर किया इंसेंटिव में हेराफेरी….. फिर भी डॉक्टर को मिल रहा अधिकारियों का संरक्षण ! आखिर कब होगी कार्यवाही ?

IMG-20230603-WA0013.jpg

सारंगढ। दरअसल सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत बलौदाबाजार सीएमएचओ कार्यालय में आवेदन प्रस्तुत कर गोपालपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में खूबचंद बघेल योजना का लाभ लेने वाले अधिकारी – कर्मचारियों की जानकारी मांगी गई थी। जानकारी मिलने पर खुलासा हुआ कि ग्रामीण चिकित्सा सहायक के द्वारा एमबीवीएस का इंसेंटिव आहरण किया गया है।
जिसके बाद आवेदक ने इंसेंटिव में हेराफेरी कर ज्यादा पैसे की
लालच में शासन के गाइडलाइन के विरुद्ध जाकर इंटेसिटिव आहरण करने
वाले डाक्टरों पर उचित कार्रवाई की मांग किया गया था। परंतु आज पर्यन्त तक इस मामले पर उच्चाधिकारियें के द्वारा भ्रष्ट डाक्टरों पर कोई कार्रवाई नहीं किया गया है। ग्रामीण चिकित्सा सहायक को खूबचंद बघेल योजना अंतर्गत 15-25 प्रतिशत इंसेंटिव मिलता है लेकिन गोपालपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ घनश्याम चंद्रा ग्रामीण चिकित्सा सहायक द्वारा एमबीबीएस का इंसेंटिक कुल 55 प्रतिशत लिया गया है जिसकी कुल राशि 1,38,125 रुपए है जिसमें वर्ष 2018 व 2019 शामिल हैं। जिसे उक्त आरएमएके द्वारा गलत तरीके से आहरण किया गया है। वहीं इस संबंध में सीएमएचओ सारंगढ़ से जानकारी लिया गया जिसमें उन्होंने बताया मामले की जांच चल रही है जांच के बाद ही कार्रवाई किया जाएगा। जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा मामले पर कार्रवाई नहीं करना इंसेंटिव मामले में मिलीभगत होने का इशारा कर रहा है और यह इंसेंटिव का मामला यही नहीं थमता ग्रामीण अंचल के कई ऐसे बेलनेस सेंटर है जहा अधिक इंसेंटिव के लालच में फर्जी तरीके से लोगो का नाम ओपीडी में चढ़ाया जाता है जिससे इंमेंटिव बढ़ोतरी हो सके जब की ओपीडी मे दर्ज नामक व्यक्ति को इस ब्रात की जानकारी तक नहीं होती और इस तरह खूबचंद बघेल योजना मिलने वाला इंमेंटिव को तरीके आहरण किया जा रहा है।

मिल रहा है संरक्षण

इस पूरे मामले में उच्चाधिकारियों की मिलीभगत होने की भी आशंका जताई जा रही है। इन सभी मामलों की जांच किया जाए तो विभाग के कई बडे चेहरे
सामने आएंगे।, लेकिन आरटीआई में खुलासा के बाद भी जांच ना होना कार्रवाई ना करना विभाग के अधिकारियों फर एक सवालिया निशान बना आ है।

क्या कह्ते है सीएमएचओ सारंगढ़ –

मामले को शासन को भेजा गया हैं रिपोर्ट आने के बाद गलत मिला तो कार्रवाई किया जाएगा। अगर गलत तरह से आहरण किया गया होगा तो उसकी रिकवरी भी संबंधितों से कराई जाएगी।

एफआर निराला, सीएमएचओ सारंगढ़

Recent Posts