सारंगढ़: सभी वर्दीदारी और अधिकारी अपने पुलिस कप्तान से सीखें मानवता का पाठ… एसपी राजेश कुकरेजा ने श्रमिकों के साथ किया ऐसा व्यवहार की जानकर आपको भी होगा गर्व…

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जगन्नाथ बैरागी

सारंगढ़- बिलाईगढ़। अंग्रेजों के शासन में एक कांस्टेबल से पूरा गांव डरता था, ये डर आज आजादी के वर्षो बाद भी नही जा पा रही है, इसका सबसे बड़ा कारण आज भी खाकी वर्दीधारीयो का खुद को जनता का सेवक साबित नही कर पाना है। अपराध बढ़ते जा रहे हैं, इन अपराधों को बढ़ावा देने के जिम्मेदार अपरोक्ष रूप से नेता और खुद पुलिस भी जिम्मेदार है! क्यूंकि जनता के मन मे आज भी ये छवि बनी है की शिकायत करने वाले पर भी पुलिस कार्यवाही करती है या उनको भी आपसी सहमति के लिए पैसे की डिमांड करती है, हो सके ये बात पुरी तरह सत्य ना हो लेकिन ग्रामीण और गरीब के मन मे वर्षो पहले की पुलिसिया छवि आज भी धूल नही पाई है।
आज भी अगर कोई थाने में जाता या बाहर आता दिख जाए या किसी के घर पुलिस वाला चाहे किसी व्यक्तिगत काम से ही क्यों न आया हो, उस व्यक्ति को शक की नजरों से देखा जाने लगता है कि कुछ तो गड़बड़ है तब ही थाने के चक्कर लग रहे हैं। इसका कारण केवल यह मानना है कि पुलिस की दोस्ती अच्छी नहीं और दुश्मनी हो जाए तो इज्जत, घर बार सब कुछ दांव पर लग सकता है।

एसपी राजेश कुकरेजा पूरे देश मे बन सकते हैँ उम्दा उदाहरण –

एक छोटे व्यापारी या कर्मचारी भी एसपी से मुलाक़ात की बात सोच नही सकता, क्यूंकि उसके मन मे पहले से ही पुलिस के प्रति बेवजह गलत धारणा पल बैठा है। लेकिन नवीन जिला सारंगढ़ – बिलाईगढ़ की जनता ने अपने जीवन काल मे पहली दफ़ा एक ऐसा पुलिस अधीक्षक देखा है जो अपनी सरलता और सहजता की मिशाल हैँ। आज वर्तमान एसपी श्री राजेश कुकरेजा से ना केवल छोटे कर्मचारी या व्यापारी जा कर मुलाक़ात कर रहे हैँ अपितु एक आम जनता भी बेझिझक जाकर अपनी कानूनी समस्या से रूबरू करा रही है। जिससे सभी थाना प्रभारियों और पुलिसकर्मियों को सीख लेने की आवश्यकता है फिर जनता और पुलिस की खाई अपने आप पट जाएगी।

खुद के हाथों से मजदूरों को बाँटी मिठाई –

विगत शनिवार पत्रकार कार्यशाला हेतु दिशा निर्देश प्राप्त करने गये कुछ पत्रकारों को उस समय आश्चर्य हुवा जब श्री कुकरेजा के ऑफिस के बाहर खड़े कर्मचारी एसपी ऑफिस मे काम कर रहे मजदूरों को एसपी साहब के केबिन के बाहर इकट्ठा होने आवाज लगाए।

पत्रकारों के मन मे उत्सुकता और आशंका दोनो थी की कहीं किसी मजदूर से कोई गलती तो नही हो गया , अथवा शायद कुछ सख्त फरमान एसपी साहब सुनाने वाले होंगे..!
लेकिन सुखद आश्चर्य तब हुवा तो सारंगढ़ पुलिस कप्तान मिठाई का डब्बा बाहर लेकर निकले और सभी उपस्थित मजदूरों जिसमे महिलाएं भी थी उनको अपने हाथों से मिठाई बांटी और उनको बढ़िया काम करने के लिए धन्यवाद भी दिया।
पत्रकारों को यकीन था शायद आज साहब का बड्डे होगा लेकिन श्री कुकरेजा के अधीनस्थ अफसर ने बताया की आज किसी का बड्डे नही है, साहब इनके मेहनत के कायल हैँ। इसलिए उनको धन्यवाद स्वरूप मिठाई बांटी।

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