रायगढ़: वृद्ध महिला के परिजन निकाल रहे थे अर्थी तभी पुलिस ने मारी एंट्री और कराया पोस्टमार्टम, आखिर क्या है पुरी कहानी, पढ़िए…

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रायगढ़, एक बुजुर्ग महिला की घर में मौत के बाद परिजन अर्थी निकाल रहे थे, तभी किसी ने मामले को संदिग्ध बताते हुए थाने में शिकायत कर दी। फिर क्‍या, पुलिस ने अंत्येष्टि रुकवाते हुए शव को श्मशान की बजाए अस्पताल भेजा और पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। यह प्रसंग घरघोड़ा थाना क्षेत्र का है। हुआ यूं कि थाना प्रभारी प्रवीण मिंज को ग्राम कोटरीमाल की बुधवारो बैगीन अगरिया ने बताया कि रायकेरा के माझी पारा में रहने वाली फलमेत अगरिया पति धनुराम (62 वर्ष) अपने घर में ही सन्दिग्ध हालत में मृत मिली और पुलिस को जानकारी दिए बगैर शव को अंतिम संस्कार के लिए परिजन आनन फानन में मुक्तिधाम ले जाने की तैयारी में हैं। सन्दिग्ध मोत की शिकायत मिलते ही हरकत में आई पुलिस जब रायकेरा पहुंची तो वृद्धा की अर्थी निकलने वाली थी। वर्दीधारियों को अचानक घर आए देख अगरिया परिवार ने कारण पूछ तो पुलिस उनसे ही फुलमेत
की मृत्यु की असल को लेकर सवाल करने लगी। चूंकि, अगरिया परिवार संतोषजनक जवाब नहीं दे सके, इसलिए पुलिस ने महिला के शव को कब्रस्तान ले जाने की जगह घरघोड़ा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाने को कहा तो वहां तनाव वातावरण में तनाव का जहर घुलने लगा। पुलिस ने बताया कि उनको फुलमेत की मोत के पीछे की असल वजह जानना है, इसके लिए पोस्टमार्टम कराना जरूरी है ओर पीएम के बाद वे पूरे सम्मान के साथ लाश को परिजनों के हवाले कर देंगे। इस बीच किसी ने कानूनी कार्रवाई में दखलअंदाजी की तो पुलिस उसके खिलाफ कार्रवाई करेगी तो न चाहते हुए भी परिजनों को यह बात माननी पड़ी। घरघोड़ा पुलिस ने अस्पताल में व॒द्धा का पोस्टमार्टम कराया और शव को अंतिम संस्कार के लिए अगरिया परिवार के हवाले कर दिया। वहीं, मर्ग कायम करते हुए पीएम रिपोर्ट आने की बाट पुलिस जोह रही है, ताकि असलियत सामने आ सके।

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