सारंगढ़: आम जनता के समस्याओं को लेकर खुलकर मुखर होने वाली बेटी की दास्तां… कैसे सारंगढ़ राजनीति में सबसे लोकप्रिय नेत्री बनकर उभरी बैजंती लहरे, पढ़िए…..

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आजादी की लड़ाई के दौरान और स्वतंत्रता के दौर में राजनीतिक पटल पर कई महिलााऐं आयी और अपनी छाप छोड़ गई लेकिन सफल महिला राजनीतिज्ञों की संख्या कम है। महिलाओं को राजनीति में अवसर दिया जाए तो वह समाज की दशा में बदलाव ला सकती है, इसका जिता जागता उदाहरण हैँ सारंगढ़ अंचल के ग्राम कोसीर क्षेत्र मे 15 अगस्त 1982 मे जन्मी बेटी बैजंती लहरे…
एक समान्य परिवार मे जन्मी पली बड़ी भारतीय संस्कार से सुशोभित महिला आज राजनीति मे आकर ना सिर्फ खुद की आवाज़ बल्कि अपने डीडीसी क्षेत्र की आवाम की आवाज़ उच्च अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों तक रख रही हैँ। एक पढ़ी लिखी महिला होने के साथ बैजंती लहरे सारंगढ़ अंचल मे राजनीति की एक परिपक्व योद्धा बनकर उभरी हैँ जो वर्तमान मे सत्ता मे पदासीन कांग्रेस के लिए भविष्य मे भी तुरूफ़ का इक्का साबित होंगी इसमे दो राय नही है।

सारंगढ़ विधायक सहित सभी कांग्रेसी नेताओं से सुमधुर व्यवहार रखने वाली बैजंती नंदराम लहरे अपने कार्यकर्ताओं के अलावा भी आम जनता के बीच कम समय मे सबसे उभरती राजनीतिक महिला के तौर पर ख्याति प्राप्त हैँ, जनता के मध्य इनकी ट्यूनिंग देखते बनती है। इनके इसी समर्पण और पार्टी के प्रति समर्पण और बोलने की शैली को देखते हुवे कांग्रेस अलाकामन ने इन्हे छतीसगढ़ महिला कांग्रेस कमेटी प्रदेश महासचिव पद से शुशोभित किया है तथा साथ ही श्रीमती लहरे वर्तमान जिला पंचायत सदस्य भी हैँ। सारंगढ़ राजनीतिक परिदृश्य में शुरू से महिलाओं की मौजूदगी कम बेशक रही है, परंतु आज का सच यह है कि महिलाओं में राजनीतिक चेतना का विकास तेजी से हो रहा है जिसका प्रमाण बैजंती लहरे,सीता चिंतामणि पटेल, सोनी बंजारे,पदमा मनहर, और स्वयं विधायक उत्तरी गणपत जांगड़े हैँ।

पति नंदराम लहरे के साथ ने बढ़ाया आत्मविश्वास –

नंदराम लहरे सारंगढ़ राजनीति मे एक जाना पहचाना नाम है। हज़ारों कार्यकताओं के साथ व्यवहारकुशल मे निपुण पति नंदराम लहरे के मार्गदर्शन ने बैजंती को राजनितिक क्षितिज मे और चमक के साथ प्रदीप्तिमान कर दिया है, जनता के बीच पहुंचकर उनके हर दुख सुख मे भागीदारी बनना नंदराम लहरे की ही देन है। इसी का नतीजा है कि बैजंती लहरेबको राजनीतिक के निचली पायदान से ऊपरी पायदान तक जितना भी जब भी मौका मिला, उन्होंने अपनी काबीलियत की छाप छोड़ी है। भविष्य मे बैजन्ति नंदराम लहरे से प्रभावित होकर सैकड़ों महिलाए राजनीति का हिस्सा बनेगी इस बात से भी इंकार नही किया जा सकता।

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