बरमकेला में अधूरे मनरेगा कार्यों की राशि आहरित कर हड़पने वाले पूर्व पीओ अर्थात बरमकेला के सबसे बड़े घोटालेबाज़ को खोज रहा मछली पालन विभाग…..

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रायगढ़। बरमकेला में अधूरे मनरेगा कार्यों की राशि आहरित कर हड़पने वाले पूर्व पीओ को मछलीपालन विभाग रायपुर तलाश कर रहा है। यह बहुत अचंभित करने वाली खबर है क्योंकि एफआईआर होने के बावजूद एक आरोपी दूसरे सरकारी विभाग में नौकरी कर लेता है। सितंबर 2021 से कार्य पर उपस्थित नहीं होने के कारण विभाग ने पूर्व पीओ को 5 अगस्त तक हाजिर होने को कहा है। ऐसी जरूरी सूचना अखबार में प्रकाशित की गई है। मनरेगा में कई घोटाले हो चुके हैं। इसमें सबसे ज्यादा चर्चित मामला बरमकेला का है।

पूर्व पीओ राजू यादव ने फर्जी बिल प्रस्तुत कर अधूरे कामों को मूल्यांकन में पूरा दिखाया। उस कार्य की राशि आहरित कर गबन कर ली। मनरेगा के अलावा पीएम आवास योजना की राशि गबन करने का भी मामला है। राजू यादव ने बरमकेला जनपद से कई दस्तावेज भी गायब कर दिए जिस पर एफआईआर भी दर्ज की गई। अब राजू फिर से सुर्खियों में है क्योंकि सहायक अनुसंधान अधिकारी मत्स्यपालन विभाग रविग्राम तेलीबांधा रायपुर ने अखबार में जरूरी सूचना प्रकाशित कराई है।

इसमें राजू यादव पिता गुरबारू यादव ग्राम अमलीटिकरा , पो. शाहपुर, धरमजयगढ़ को 5 अगस्त तक ड्यूटी पर उपस्थित होने को कहा गया है। अन्यथा कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। मिली जानकारी के मुताबिक राजू यादव 25 सितंबर 2021 से बिना बताए अनुपस्थित है सवाल यह भी उठ रहा है कि पंचायत विभाग में गड़बड़ी का आरोपी चुपचाप दूसरे जिले में जाकर एक और सरकारी नौकरी ज्वाइन कर लेता है। किसी को भनक तक नहीं लगती। इधर पुलिस उसे फरार बताती रही।

फर्जी सर्टिफिकेट मामले से जुड़े तार

धरमजयगढ़ में रोजगार सहायक भर्ती में छह आवेदकों ने सीवी रमन विवि के फर्जी सर्टिफिकेट प्रस्तुत किए थे। भांडा फूटने पर राजू यादव ही उनके बचाव में सामने आया था। उस दौरान कई बार धरमजयगढ़ थाने भी गया था। फर्जी सर्टिफिकेट मामले के तार भी उससे जुड़े होने की आशंका है। इस मामले में पुलिस ने अपनी विवेचना नहीं की जिसके कारण गिरोह नहीं पकड़ा जा सका।

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