बिग ब्रेकिंग: आईपीएस संतोष सिंह अंतरराष्ट्रीय अवार्ड से होंगे सम्मानित, छत्तीसगढ़ से इकलौते अफसर होंगे श्री सिंह….

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रायगढ़। आईपीएस संतोष सिंह को जल्द ही आईएसीपी में सम्मानित किया जाएगा। इस बार आईएसीपी अवॉर्ड पाने वाले छत्तीसगढ़ से एकलौते अफसर होंगे। इस बार आईएसीपी अवॉर्ड के लिए सिर्फ 2 भारतीय अधिकारियों का नाम दर्ज है। आईएसीपी हर साल सितंबर के महीने में अपने वार्षिक समारोह में ऐसे पुरस्कारों की घोषणा करता है। यह पुरस्कार संतोष सिंह को ’40 अंडर 40′ श्रेणी में दिया जाएगा यह दुनिया के 40 साल से कम उम्र के ऐसे पुलिस अधिकारी को दिया जाता है, जिसने अच्छी नेतृत्व क्षमता और नए प्रयोग और अच्छे काम के साथ पुलिस के काम में बदलाव लाने की कोशिश की हो।

एसपी संतोष सिंह का चयन उनके द्वारा पिछले 8 वर्षों में बेहतर पुलिसिंग और पुलिस की छवि सुधारने में किए गए कार्यों के आकलन के आधार पर किया गया है। पूर्व में यह पुरस्कार छत्तीसगढ़ के डीआईजी ईओडब्ल्यू आरिफ शेख को मिल चुका है। आईपीएस संतोष सिंह 2011 बैच के आईपीएस संतोष सिंह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के हैं। नवोदय विद्यालय से स्कूली शिक्षा की पढ़ाई की उसके बाद बीएचयू से पॉलिटिकल साइंस की डिग्री हासिल की। उसके बाद जेएनयू से इंटरनेशनल रिलेशन से एमफिल किया। इसके बाद सिविल सर्विस की पढ़ाई कर क्वालीफाई किया। 2011 बैच के आईपीएस संतोष सिंह की पहली पोस्टिंग दुर्ग में रही उसके बाद नक्सली क्षेत्र सुकमा में 2014 से 2016 तक बतौर एडिशनल एसपी के रूप में कार्य किया। उसके बाद नारायणपुर और महासमुंद जिले में भी एसपी के रूप में काम किया । संतोष सिंह , रायगढ़ में भी 2 साल बतौर प्रशासनिक अधिकारी के रूप में काम किया।

संतोष सिंह ने 2 लाख से ज्यादा लोगों को बांटे थे मास्क

संतोष सिंह को आईएसीपी का यह सम्मान महासमुंद जिले में कार्य करने के दौरान चाइल्ड फ्रेंडली पुलिसिंग को बढ़ावा बदले में मिला है। महासमुंद में कार्य के दौरान इन्होंने 1 लाख बच्चों को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दी जो कि वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी आंकी जाती है । इसके साथ ही संतोष सिंह ने रायगढ़ में कार्य करने के दौरान रक्षा बंधन त्यौहार के वक्त लोगों को कोविड-19 ते जागरूक करते हुए 12 लाख से ज्यादा लोगों को मास्क बांटे थे।

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