रायगढ़ जिले में 9 शिक्षकों से 81 लाख की ठगी, हर टीचर्स के नाम पर 10 से 21 लाख का लिया लोन…

रायगढ़। बैंक से लोन दिलाने व उसके बाद 50 प्रतिशत का फायदा होने का झांसा देते हुए शिक्षकों से ठगी करने वाली कंपनी ड्रीम अल्फा ओमेगा मल्टीट्रेड सर्विसेस प्राईवेट लिमिटेड कंपनी के डायरेंक्टर सहित 7 लोगों के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी का जुर्म दर्ज किया है। रायगढ़ जिले के लैलूंगा क्षेत्र में कंपनी द्वारा 9 शिक्षकों से तकरीबन 81 लाख रूपए की ठगी किये जाने की बात सामने आई है। इस संबंध में प्राप्त जानकारी के मुताबिक मामले की शुरूवात वर्ष 2021 में तब हुई थी जब लैलूंगा क्षेत्र के ग्राम कटंगपारा निवासी सत्यनारायण सिदार जो कि पेशे से शिक्षक है तथा उसके परिचत सिरिल केरकेट्टा के मार्फत अंबिकापुर के नयापारा का रहने वाला सुनील तिग्गा आकर मिला था।
सुनील ने उसे ड्रीम अल्फा ओमेगा मल्टीट्रेड सर्विसेस प्राईवेट लिमिटेड के विषय में तथा कंपनी के डायरेक्टर इलियाजर कुमार के बारे में बताते हुए लोन लेने की बात कही। सुनील ने बताया था कि कंपनी के माध्यम से किसी भी बैंक से लोन लेने के बाद 50 प्रतिशत राशि लोन लेने वाले को तथा शेष 40 प्रतिशत राशि कंपनी रखेगी और 10 प्रतिशत को एजेंट को बतौर कमीशन दिया जावेगा। इसके बाद लोन लेने वाले को उसको मिली 50 प्रतिशत राशि ही जमा करनी है शेष 50 प्रतिशत राशि कंपनी जमा करेगी। पूरी किश्त कंपनी तीन सालों में पुरा करेगी। सत्यनारायण उसके झांसे में आ गया और उसने कंपनी से जुड़ कर तीन अलग-अलग बैंकों से 14 लाख 80 हजार रूपए का लोन ले लिया।
कंपनी द्वारा लेन की किश्त सही समय पर जमा की जा रही थी। इस प्रकार लाभ मिलता देख सत्यनारायण ने अपने अन्य साथी शिक्षकों को भी कंपनी की स्कीम के विषय में जानकारी दी। 50 प्रतिशत के लालच में आकर उसके साथी शिक्षक मधुबाला एक्का , युद्धिष्ठिर गुप्ता, रेशमा लकड़ा, ग्लोरिया एक्का, सविता जांगड़े, सिरिल केरकेट्टा, महेत्तर प्रसाद चौहान ने भी ड्रीम अल्फा ओमेगा मल्टीट्रेड सर्विसेस प्राईवेट लिमिटेड के माध्यम से लोन ले लिया । कंपनी की ओर से सभी के लोन की किश्त जमा की जा रही थी जिससे वे काफी खुश थे, लेकिन कुछ माह की किश्त जमा करने के बाद वर्ष 2022 के अक्टुबर माह से लोन की किश्त जमा होनी बंद हो गई । इधर बैंक में किश्त समय पर जमा नहीं होने से सभी परेशान हो गये।
वहीं ब्याज के साथ लोन की रकम बढऩे पर उन्होने इलियाजर कुमार से संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन उससे संपर्क नहीं हो सका । वहीं शिक्षकों को कंपनी के बंद होने की जानकारी मिली तब उनके पैरों तले जमीन सरक गई। ठगी का शिकार हुए शिक्षकों ने अन्य माध्यमों से कंपनी के डायरेक्टर के अलावा अन्य लोगों से भी संपर्क करने का भरसक प्रयास किया उनकेे संबंध में भी कोई जानकारी हासिल नहीं होने पर आखिरकार उन्होने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। ठगी का शिकार हुए शिक्षकों ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि उनमें से शिक्षक मधुबाला एक्का पर 11 लाख 86 हजार 132 रूपए, रेशम लकड़ा पर 7 लाख 20 हजार, युधिष्ठिर गुप्ता पर तकरीबन 6 लाख, इमिल साय तिर्की पर तकरीबन 11 लाख, ग्लोरिया एक्का पर 6 लाख, सिरिल केरकेट्टा पर साढ़े 10 लाख रूपए, महेत्तर प्रसाद चौहान पर 14 लाख 45 हजार, सविता जांगड़े पर 4 लाख 66 हजार, सत्यनारायण सिदार पर लगभग 10 लाख का लोन बकाया है। वहीं कंपनी के डारेक्टर इलियाजा कुमार, सुनील तिग्गा, बुद्धेश्वर कुजूर, अनिता बेक, श्याम सुंदर जांगड़े, संजय राम, चंदन टोप्पो ने एजेंट व कंपनी के कर्मचारी बन कर उनसे ठगी की है। लैलूंगा पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध पंजीबद्ध कर आगे की कार्रवाई प्रारंभ कर दी है।
- छत्तीसगढ़:निर्वाचन कार्य में लापरवाही बरतने पर ग्राम पंचायत सचिव निलंबित… - February 18, 2025
- छत्तीसगढ़:जिला प्रशासन की टीम ने रुकवाया दो बाल विवाह… - February 18, 2025
- छत्तीसगढ़ में सेक्स रैकेट के बड़े नेटवर्क का खुलासा : दो महिला समेत 17 दलाल गिरफ्तार, विदेशी युवतियों को बुलाकर संचालित किया जा रहा था देह व्यापार… - February 18, 2025