Uncategorizedरायगढ़ टाईम्स विशेष

विधायक उत्तरी गणपत जांगड़े की मांग पर ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों के नवीन पद सेटअप स्वीकृति के सम्बंध में अवर सचिव ने लिखा आयुक्त कृषि को पत्र… लेकिन 8 माह बाद भी नही हुवी उचित कार्यवाही

जगन्नाथ बैरागी

रायगढ़। सारंगढ़ विधायक उत्तरी गणपत जांगड़े खुद एक किसान परिवार की बेटी और बहू हैं। वो किसानों को होने वाली दिक्कतों से वाकिफ हैं,और किसानों से जुड़े अधिकारी जिन्हें ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी कहते हैं उनकी महत्ता को बखूबी समझती भी हैं।

सारंगढ़ जिले का सबसे बड़ा बिधानसभा माना जाता है जहां 129 पँचायत हैं लेकिन इस अनुपात में ग्रमीण कृषि विस्तार अधिकारी नही हैं। जिससे एक आरएईओ को अधिकतम सर्कल सम्हालना पड़ता है। लेकिन अधिकारियों को सिर्फ अपने काम और टारगेट पूर्ण कराने से मतलब रहता है कोई नही देखते की एक आरएईओ भी इंसान हैं, कोई सुपरमैन या अवतारी पुरुष नही।

किसानों को तकनीकी ज्ञान दे आरएईओ,बीज कीटनाशक की जानकारी दे आरएईओ,प्रदेश को कृषि के क्षेत्र में नम्बर 01 बनाये आरएईओ, बीमा कम्पनी का काम करे आरएईओ, गोठान देखे आरएईओ, धान खरीदे आरएईओ, गोबर खरीदे आरएईओ….

इस युग मे भले ही किसी के 8 हाथ न हों लेकिन एक साथ 8 काम करके भी निकम्मा भी कहलाता है आरएईओ..वेतन भी रुकता है, कोई अधिकारी इंक्रीमेंट रोकने की धमकी देता है, तो कोई सस्पेंड भी होता है फिर भी मजाल है कोई उफ्फ तक बोले..!

माटी पुत्री उत्तरी गणपत जांगड़े ने समझा दर्द और लिखा पत्र-

अपनी समस्याओं को लेकर जब कृषि अधिकारीयों ने सारंगढ़ विधायक उत्तरी गणपत जांगड़े से बात की तो संवेदनशील विधायक ने तत्काल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखा।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तत्काल अवर सचिव को उक्त मामले में संज्ञान लेने आदेशित किया, अवर सचिव ने आयुक्त कृषि को पत्र लिखा, लेकिन आज परयंत्र कोई उचित समाधान होते नही दिखा। शासन स्तर में हुवी चीते सी कार्यवाही विभागीय स्तर में आकर शून्य प्राय हो चुकी है..?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *