रायपुर

छत्तीसगढ़:’भाई माफ कर देना, नहीं हो पा रहा अब मेरे से.’ दोस्त को मैसेज करने के बाद युवक लापता, मोबाइल भी बंद, खोजबीन में जुटी पुलिस, डैम में कूदकर खुदकुशी की संभावना…

बालोद. जिले के महामाया थाना क्षेत्र में एक युवक ने अपने दोस्तों को मैसेज कर लापता हो गया. बोइरडीह डैम में राजहरा के वार्ड क्रमांक 14 के रहने वाले युवक ने अपनी बाइक खड़ाकर सोमवार रात को अपने मित्रों को बाइक ले जाने और अब नहीं हो रहा मेरे से, मैसेज कर फोन बंद कर लापता हो गया.

परिजनों की रिपोर्ट पर पुलिस गुमशुदगी का मामला दर्ज कर खोजबीन में जुटी है.

मिली जानकारी अनुसार, राजहरा के वार्ड क्रमांक 14 निवासी 24 वर्षीय नरेश कुमार नागेश्वर पिता स्व. राजेंद्र प्रसाद ने सोमवार की रात 9:14 बजे अपने मित्र हिमालय विश्वकर्मा को मैसेज किया कि ‘भाई माफ कर देना, सॉरी और गुड बाय भाई, गाड़ी लेने डैम आ जाना चाबी लेके तेरा वाला, नहीं हो पा रहा अब मेरे से’ और मोबाइल को बंद कर दिया. मैसेज आने के बाद और लगातार मोबाइल बंद आने से मित्रों और परिजनों ने खोजबीन शुरू की किंतु युवक का कोई पता नहीं चला. बोइरडीह डैम के ऊपर युवक की मोटर साइकिल मिलने के बाद परिजनों ने युवक की गुमशुदगी की सूचना महामाया थाना में दी. बहुत रात हो जाने के कारण सुबह पुलिस प्रशासन डैम पहुंची तो डैम के किनारे पानी में युवक की चप्पल मिली. इसके बाद आसपास खोजबीन की गई किंतु कोई सुराग हाथ नहीं लगा. इसके बाद बालोद से गोताखोरों की टीम को मोटर बोट के साथ बुलाई गई. शाम 6 बजे तक गोताखोरों ने भी डैम में उतरकर काफी खोजबीन की किंतु देर शाम तक कुछ भी हाथ नहीं लगा.

सीएसपी राजहरा चित्रा वर्मा ने बताया कि लापता युवक के मित्र और परिजनों के बताए अनुसार बोईरडीह डैम के समीप बाइक और चप्पल मिलने के कारण और मित्रों को किए मैसेज को देखते हुए डैम में कूदकर आत्महत्या किए जाने की संभावना जताई जा रही. गोताखोरों की टीम और मोटर बोट मंगवाकर मंगलवार को देर शाम तक खोजबीन की गई# बुधवार को पुनः सुबह छह बजे से गोताखोरों की टीम डैम पहुंचकर एक बार फिर से खोजबीन करेगी# यदि कोई सुराग नहीं मिला तो उच्च अधिकारियों से विचार विमर्श कर दुर्ग से ऑक्सीजन मास्क सहित विशेष गोताखोरों की टीम भी बुलाई जाएगी.

प्रेम प्रसंग से जुड़ा हो सकता है मामला

गौरतलब है कि बीएसपी प्रशासन ने निर्मित बोइरडीह डैम में पूर्व में भी कई घटनाएं घट चुकी है. सुनसान रास्ता होने के कारण ये डैम असामाजिक तत्वों का डेरा बना हुआ है. बीएसपी प्रबंधन द्वारा पूरे क्षेत्र सहित इस डैम से सिर्फ पानी का दोहन किया जा रहा है. डैम की सुरक्षा से लेकर इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए डैम को जाने वाले रास्ते पर किसी प्रकार का कोई बैरियर या सुरक्षा के दृष्टिकोण से सुरक्षा गार्ड की भी नियुक्ति नहीं की गई है. बता दें कि लापता युवक नरेश तीन भाइयों में सबसे छोटा था और पुराना बाजार स्थित एक कपड़े की दुकान पर काम करता था. अपनी मां, नानी और भाइयों के साथ वार्ड क्रमांक 14 में रहता था. वहीं सूत्रों की मानें तो मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ प्रतीत होता है.

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