सारंगढ़: खुद की जमीन नहीं थी, अधिया(किराया) मे जमीन लेकर शुरू की खेती, कमा रहा लाखों रुपए… सब्जी खेती से कर्जदारों से मिला छुटकारा, बढ़ी आय….

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सारंगढ़: कर्ज में डूबे कृषि मजदूर ने गांव के किसानों से अनुपयोगी जमीन किराए पर ली और न केवल अपना कर्ज उतारा, बल्कि सालाना 2 लाख रुपए तक कमाने लगे। सारंगढ़ के माधोपाली में किसान जगेश्वर के पास खुद की जमीन नहीं है। किराए पर ली गई जमीन से 8 माह की सब्जी खेती कर चार लाख रुपए तक कमाई कर रहे हैं। एक एकड़ के खेत में जगेश्वर बरिहा मिश्रित सब्जी की खेती कर रहे हैं। खेत के अलग अलग टुकड़ों में वे भिंडी, बरबट्टी, भाजी, मूंगफली, मक्का जैसी सब्जियां उगाते हैं।

पहले जगेश्वर मजदूरी करते थे। इस दौरान ये किसानों के खेत में काम करने लगे। खेती करने के सारे गुण भी सीखे लिए। जगेश्वर बताते है पिछले 3 वर्ष किसानों से ही खेत किराए

में लेकर सब्जी की खेती शुरू की। उन्होंने बताया कि सब्जी खेती में 6 से 8 माह में लगभग 2 लाख कमा लेता हूं। खेतों में झोपड़ी बनाकर रहता हूं।

दिन में सब्जी बेचने चला जाता हूं। रात को यहां रहता हूं। दिन में घर के लोग रहकर रखवाली करते हैं। खेती के दौरान रात दिन यहीं खेत में रुकते हैं। बरसात के दिनों में किसान धान की खेती करते हैं, तो जमीन वापस ले लेते हैं। उस दौरान फिर दिन यहीं खेत में रुकते हैं। बरसात के दिनों में किसान धान की खेती करते हैं, तो जमीन वापस ले लेते हैं। उस दौरान फिर से हम मजदूरी कर लेते हैं।

सब्जी खेती से कर्जदारों से मिला छुटकारा, बढ़ी आय

जगेश्वर को 4 वर्ष पहले प्रधानमंत्री आवास मिला। उस पर 70 हजार का कर्ज हो चुका था, जो कि मजदूरी के पैसों से चुका पाना मुमकिन नहीं था। जब ब्याज बढ़ने लगा तो चिंता सताने लगी और हिम्मत जुटाकर किसानों की जमीन किराए में लेकर कई महीने घर को त्यागकर खेती में जुट जाने से आवक बढ़ने लगी। पहले 2 वर्षों में ही कर्ज से मुक्त हो गया। घरों में जरूरतों के सामान उपलब्ध भी करा लिए हैं। अभी भी खेतों में सब्जी फसल लगे हुए हैं। इससे आमदनी अच्छी हो रही है।

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