फिर बजी खतरे की घंटी,मोदी सरकार ने लिया बड़ा फैसला….

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भारत देश में एक बार फिर से कोरोना कहर ढाना शुरू कर चुका है. फिर केंद्र सरकार भी तुरंत ही एक्शन में आ चुकी है.

केंद्र सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कुछ निर्देश जारी किये हैं, जिसमें सभी राज्यों से टेस्टिंग में तेजी लाने की सलाह दी गई है. यही नहीं, केंद्र सरकार के निर्देश के मुताबिक, सरकारी प्राइवेट अस्पतालों को 10-11 अप्रैल को मॉक ड्रिक करना है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, कुछ राज्यों में तेजी से कोरोना केस बढ़ रहे हैं.

भारत में बढ़े कोरोना के मामले

भारत में पिछले 100 दिनों में पहली बार 1500 से ज्यादा नए केस दर्ज किये गए हैं. इसके बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में सचिव आईसीएमआर (Indian Council for Medical Research) के निदेशक राजीव बहल ( Rajiv Bahal ) ने सभी राज्यों को कोरोना के बढ़ते मामलों पर वॉर्निंग देते हुए चिट्ठी लिखी है. उन्होंने देश के सभी राज्यों के निजी सरकारी अस्पतालों को मॉक ड्रिल के भी निर्देश दिये हैं. इसके साथ ही केंद्र सरकार ने कोरोना से जुड़ी तैयारियों को पूरा करने के निर्देश दिये हैं.

WHO के निर्देशों के हिसाब से टेस्टिंग हो रही कम

केंद्र सरकार ने राज्यों से कहा है कि वो डब्ल्यूएचओ के निर्देशों के मुताबिक टेस्टिंग करें. डब्ल्यूएचओ के निर्देश के मुताबिक, हर 10 लाख की आबादी पर कम से कम 140 टेस्ट किये जाने चाहिए. लेकिन राज्यों में टेस्टिंग की कमी की शिकायत मिल रही है. हालांकि कोरोना के कुल केसेज में से सर्वाधिक केस केरल, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक तमिलनाडु जैसे 5 राज्यों से आ रहे हैं. आंकड़ों के मुताबिक, केरल से करीब 26.4%, महाराष्ट्र से 21.7%, गुजरात से 13.9%, कर्नाटक से 8.6%, तमिलनाडु से 6.3% केस दर्ज हो रहे हैं.

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