राशन दुकान संचालकों ने करोड़ों का राशन किया चोरी ? सारंगढ़, रायगढ़ जिले मे 10 करोड़ से अधिक का घपला ! सत्यापन और आडिट दिखावा मात्र….

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रायगढ़। प्रदेश में करोड़ों के चावल घोटाले पर अब कार्यवाही शुरू हो गई है गोपनीय तरीके से राशन दुकानों के प्रकरण एसडीएम को भेजे गए हैं। रायगढ़ में राशन दुकानों में 10 करोड़ से अधिक का घपला हुआ है! राशन दुकान संचालकों ने करोड़ों का राशन चोरी कर लिया है! लेकिन सरकार के एक पत्र ने छत्तीसगढ़ में एक और घोटाले का पर्दाफाश किया है गुपचुप तरीके से हर महीने राशन दुकानों में गायब हो रहे अनाज का हिसाब किताब मांगे जाने से हड़कंप मच गया है।

वर्ष 2017 से अब तक सभी राशन दुकानों के स्टाक का भौतिक सत्यापन किया गया है प्रतिमाह दुकानों में बच रहे चावल की एंट्री कर समायोजन करने की बजाय खुले बाजार में बेच दिया गया ! दुकान संचालकों ने हितग्राहियों को वितरण के बाद बच गए स्टाफ की एंट्री ही नहीं कि खाद्य विभाग ने दुकानों से सवाल नहीं पूछा 5 सालों का हिसाब निकाला गया तो रायगढ़ जिले में ही 10 करोड़ से अधिक के चावल का गबन सामने आया है। हर ब्लाक में पीडीएस दुकानों का सत्यापन कर रिकवरी के आदेश राज्य सरकार ने दिए हैं । सूत्रों के मुताबिक हर ब्लाक में 1 करोड़ से अधिक का गबन किया गया है इसमें इसमें सारंगढ़ और बरमकेला भी शामिल हैँ। 11 दुकान में सैकड़ों हजार टन चावल की कालाबाजारी हुई है अब दुकानों के प्रकरण बनाकर एसडीएम न्यायालय में प्रस्तृत किया जा रहा है।

सत्यापन और आडिट दिखावा मात्र:

राशन दुकानों का सत्यापन शुरू किया गया तो ऐसे कई सनसनीखेज खुलासे हुए किसी किसी दुकान में 10 से 20 लाख तक की रिकवरी भी की जानी है मतलब कितना चावल गायब किया जा चुका है। आनलाइन व्यवस्था से यह् चोरी रुक जाएगी इसलिए विरोध भी किया जा रहा है पता चला है कि रायगढ़ और चोर की दुकानों में ढाई करोड़ की रिकवरी होनी है इसमें केवल उन दुकानों को फोकस किया गया है जहां से लाखों की रिकवरी होनी है राशन दुकानों की पूरी जानकारी खाद्य निरीक्षकों की आईडी में रहती है हर महीने डीडी जमा करने के पूर्व भंडारण वितरण और बचत की एंट्री देखी जाती है 5 सालों से इस घोटाले की जानकारी खाद्य विभाग को थी दरअसल राशन दुकानों से चावल को राइस मिल ही खरीदते हैं क्योंकि मोटे चावल को बाजार में ज्यादा कीमत नहीं मिलती उस चावल को रिसाइकल करके दोबारा जमा कर दिया जाता है यानी हर 6 महीने में होने वाला सत्यापन और आडिट दिखावा मात्र
है।

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