IRCTC घूमा रहा दक्षिण भारत की तीर्थ स्थल,जाने कन्याकुमारी से तिरूपति दर्शन का खर्च….

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भारत धार्मिकता से जुड़ा देश है।
इस देश में बहुत सारे प्राचीन तीर्थ स्थल हैं। इन तीर्थ स्थलों की अपनी मान्यताएं और कथाएं हैं। भारत के उत्तर से लेकर दक्षिण तक कई प्राचीन मंदिर हैं, जिससे लाखों भक्तों की आस्था जुड़ी है। जम्मू में स्थित माता वैष्णो देवी धाम से लेकर तमिलनाडु में कन्याकुमारी तक और गुजरात में द्वारका मंदिर से लेकर झारखंड के बैद्यनाथ धाम तक हर दिशा, हर प्रदेश में तीर्थ स्थल हैं। भारत के दक्षिण में स्थित मंदिर दुनियाभर में मशहूर हैं। दक्षिण भारतीय मंदिरों से लोगों की आस्था तो जुड़ी ही है, साथ ही पर्यटन के लिहाज और वास्तुकला के आधार पर भी यह विश्व प्रसिद्ध हैं। हालांकि अगर आप दक्षिण भारत के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन करना चाहते हैं तो आपको सफर की पूरी जानकारी होनी चाहिए। आईआरसीटीसी दक्षिण भारत के मंदिरों के दर्शन कराने के लिए शानदार टूर पैकेज लेकर आया है, जो सस्ता भी है और सुविधाजनक भी है।

कितने दिन का टूर पैकेज?

दक्षिण भारत के तीर्थ स्थलों के दर्शन के लिए आईआरसीटीसी जो टूर पैकेज लाया है, उसका नाम ‘साउथ इंडिया डिवाइन एक्स राजकोट’ है। यह टूर पैकेज आठ रातों और नौ दिनों का है। इस टूर पैकेज में खाने, ठहरने और स्थानीय परिवहन की भी सुविधा मिलेगी।

कहां से शुरू होगा टूर पैकेज

दक्षिण भारतीय मंदिरों की यात्रा की शुरुआत पांच जगहों से होगी। गुजरात के राजकोट रेलवे स्टेशन से आपको इस टूर पैकेज के लिए ट्रेन मिलेगी। इसके अलावा साबरमती, वडोदरा, कल्याण और पुणे रेलवे स्टेशन से भी यात्रा की शुरुआत कर सकते हैं।

कब से होगी सफर की शुरुआत

अगर आप दक्षिण भारत के प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन करना चाहते हैं तो आईआरसीटीसी के टूर पैकेज को बुक कर सकते हैं। दक्षिण भारत के सफर की शुरुआत आप 24 जनवरी 2023 से कर सकते हैं।

दक्षिण भारत के तीर्थ स्थल

टूर पैकेज के तहत आईआरसीटीसी रामेश्वरम की सैर कराएगा। रामानाथास्वमी ज्योतिर्लिंग मंदिर के दर्शन के बाद रात में रामेश्वरम में ही ठहरना होगा। अगले दिन मदुरई पहुंचकर मीनाक्षी मंदिर के दर्शन के बाद देर रात कन्याकुमारी के लिए रवाना हो जाएंगे। 28 जनवरी को कन्याकुमारी में विवेकानंद रॉक मेमोरियल, कन्याकुमारी मंदिर, गांधी मण्डपम और कन्याकुमारी बीच के सफर पर ले जाया जाएगा। यहां से तिरुपति के लिए निकलेंगे। रेनिगुंता पहुंचकर तिरुपति बालाजी मंदिर के दर्शन कर सकते है। दर्शन के टिकट पर्यटक को खुद ही लेने होंगे। इसके बाद पदमावति मंदिर और कालाहस्ती घूमने के बाद राजकोट के लिए वापसी कर सकेंगे।

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