सारंगढ़

कलेक्टर डॉ.फरिहा आलम सिद्दकी ने आज बरमकेला के जनपद एवं तहसील कार्यालय का किया औचक निरीक्षण…. बरमकेला के सहजपाली गाँव के गौठान के कार्यों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बरमकेला में स्वास्थ्य सुविधाओं का लिया जायजा…. रेशम कोसा बीज केन्द्र, बरमकेला कार्यालय पहुंचकर जिले में एक सिल्क एंपोरियम बनाने की योजना पर काम करने के लिए बरमकेला सीईओ को दिए निर्देश…..

सारंगढ़-बिलाईगढ़, कलेक्टर डॉ.फरिहा आलम सिद्दकी ने आज बरमकेला नगर पंचायत के तहसील कार्यालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। मौके पर तहसील के अनुपस्थित स्टॉफ पर नाराजगी जताते हुए एसडीएम को तत्काल कारण बताओ नोटिस जारी करने को कहा। इसके अलावा तहसील कार्यालय के अनेक कमरों का निरीक्षण कर जर्जर स्थिति को ठीक कराने के निर्देश दिए एवं साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने को कहा। कलेक्टर ने खसरा, बी-1 एवं रिकॉर्ड की स्थिति, कुल राजस्व हल्के, पटवारियों की संख्या एवं नियमित पटवारी बैठक के बारे में जानकारी ली। तत्पश्चात् जनपद कार्यालय में निरीक्षण के दौरान कलेक्टर डॉ.सिद्दकी ने यहाँ भी साफ.-सफाई पर विशेष ध्यान देते हुए कहा कि आपके अपने दफ्तर की साफ -सफाई ही आपके बेहतर काम करने के लिए एक सकारात्मक माहौल तैयार करती है, सभी इस पर विशेष ध्यान दें। कलेक्टर ने राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी लेते हुए लंबित मामलों में तेजी लाने के लिए कहा, साथ ही जनदर्शन के आवेदनों पर त्वरित निपटान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उक्त निरीक्षण के दौरान सारंगढ़ एसडीएम मोनिका वर्मा, बरमकेला सीईओ श्री नीलाराम पटेल, तहसीलदार श्री सिध्दांत अनंत और संबंधित विभाग के कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
कलेक्टर डॉ.सिद्दकी ने आज ग्राम सहजपाली के गौठान का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने समय पर गोबर खरीदी के बारे में पूछा एवं वर्मी टांके का जायजा लिया, साथ ही गौठान समिति के सदस्य से वर्मी खाद बनने की मात्रा के बारे में जानकारी ली। उपरोक्त गौठान में वर्मी खाद का निर्माण अच्छी मात्रा में होना पाया गया, साथ ही खाद की पैकिंग भी की जा रही थी। इसके पश्चात् कलेक्टर ने गौठान समिति द्वारा उगाए जा रही सब्जियों की खेती के बारे में जायजा लिया। गौठान में पत्तगोभी, टमाटर, भिंडी की सुव्यस्थित तरीके से हो रही खेती देखकर कलेक्टर ने गौठान के सदस्यों की प्रशंसा की और इसे आगे भी जारी रखने को कहा, उन्होंने कहा कि आप ऐसे ही अपना काम करते रहे तो आपका यह गौठान निश्चय ही जिले के आदर्श गौठान के रूप में अपनी पहचान बना सकता है। इसके पश्चात् कलेक्टर ने समूह की महिलाओं से चर्चा की, गौठान समिति के सदस्य ने बताया कि उनका गाँव आर्थिक रूप से बहुत ही पिछड़ा है, लेकिन यहाँ की महिलाएं काम करने के लिए हमेशा तत्पर रहती हैं, उनकी दैनिक आजीविका बहुत ही कम है, वे यहाँ गौठान में मन लगाकर अपना काम करती हैं इसलिए गौठान में सभी चीजें सुचारू रूप से समय पर होती रहती हैं। समूह की महिलाओं को कलेक्टर ने सुझाव दिया कि वे गौठान प्रबंधन के निर्देशन में ब्रेड टोस्ट नमकीन बनाने पर ध्यान दें ताकि इससे उनको अच्छा लाभ मिले। समूह की महिलाओं ने आज गौठान समिति के प्रबंधक से गुजारिश कर अवकाश ले रखा था, अवकाश का कारण यह था कि उन्हें कलेक्टर से मिलने की इच्छा थी, उन्होंने बताया कि वे जानना चाहती हैं कि कलेक्टर का जीवन कैसा होता हैए उनसे बात करना चाहती हैं, ताकि उन्हें कुछ जानने सीखने को मिले। कलेक्टर डॉ.सिद्दकी ने उनकी माँग अनुसार उनसे मिलकर उनकी बातें सुनी, उनसे बात कर उन्हें गौठान के माध्यम से आगे किए जाने वाले कार्यों में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने को कहा और आगे भविष्य में निरंतर बेहतर कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया।

कलेक्टर डॉ.सिद्दकी ने बरमकेला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाकर अस्पताल की सुविधाओं का जायजा लिया। उक्त निरीक्षण के दौरान उपस्थित स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि यहां दवाईयों की मांग अधिक है और इस क्षेत्र में त्वचा से संबंधित रोगों की बहुत समस्या है, इसके अलावा उन्होंने अस्पताल की सुविधाओं की जानकारी देते हुए बताया कि यहाँ जन्म हुए हर एक बच्चे को अस्पताल प्रबंधन के द्वारा तोहफे के रूप में नया ड्रेस दिया जाता है। कलेक्टर ने ओपीडी में भर्ती हुए मरीजों का हाल-चाल पूछा, साथ ही एक माँ जिसने एक दिन पहले ही बच्चे को जन्म दिया है, उसके और बच्चे के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली और उसे माँ बनने की बधाई दी। इसके अलावा दवाईयों के स्टोर कक्ष, प्रसव कक्ष जाकर स्थितियों का जायजा लिया साथ ही वैक्सीन के स्टॉक की जानकारी ली। साथ ही उन्होंने हमर लैब योजना, आयुष्मान भारत योजना के कार्यों की समीक्षा की। उक्त निरीक्षण के दौरान सभी कर्मचारी उपस्थित रहे।
कलेक्टर डॉ.सिद्दकी ने विक्रमपाली-सहजपाली सड़क मार्ग जिसकी माँग स्थानीय लोगों ने बहुत लंबे समय से की थी, उक्त निर्माणाधीन सड़क मार्ग के निर्माण कार्य में इस्तेमाल किये जा रहे मटेरियल के बारे में सब-इंजीनियर और उपस्थित संबंधित अधिकारियों से जानकारी ली एवं गुणवत्ता का ध्यान रखने के निर्देश दिए। सब इंजीनियर ने बताया कि उपरोक्त सड़क में डामरीकरण का कार्य ही शेष है, इसमें कांक्रीट का इस्तेमाल नहीं होगा। इसमें दो लेयर का डामरीकरण किया जाएगा, पहले 5 सेंटीमीटर मोटाई का बिटुमिनस मैकेडम और उसके पश्चात् 20 सेंटीमीटर का एमएसएस (मिकस्ड सील सरफेस)की परत दी जाएगी। 4.8 किलोमीटर लंबी और 3.75 मीटर चौड़ी यह सड़क विक्रमपाली से कर्राकोट तक प्रस्तावित है।
कलेक्टर डॉ.सिद्दकी आज बरमकेला क्षेत्र के औचक निरीक्षण के दौरान रेशम कोसा बीज केन्द्र के कार्यालय पहुंची। उन्होंने उपस्थित संबंधित अधिकारी से कोसा संग्रहण के बारे में जानकारी ली। अधिकारी ने बताया कि सिंगारी, डोंगरीपाली, सरिया, तोरना इन क्षेत्रों में वे कोसा का उत्पादन करवाते हैं। कोसे के निर्माण के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि एक तितली 200 अंडे देती है और प्रत्येक किसान को 20 हजार अंडे दिए जाते हैं, उसके पश्चात् जब कोसा उत्पादन होता है तो वे किसानों से सीधे अपनी माँग के अनुसार खरीददारी करते हैं। इसमें कोसा के चार ग्रेड होते हैं, जिसमें गुणवत्ता अनुसार एक कोसे के पूर्ण विकसित अंडे का मूल्य 65 पैसे प्रति अंडा से लेकर तीन रूपए तक जाता है। आगे उन्होंने बताया कि कोसे का निर्माण साल में तीन अलग-अलग सीजन में 35-35 दिन के लिए होता है जिसमें जुलाई-अगस्त, अक्टूबर-नवंबर एवं जनवरी-फरवरी में इसका कार्य किया जाता है। कलेक्टर के द्वारा इसकी माँग और खपत के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया कि यहां का कोसा कपड़े के निर्माण के लिए अमूमन रायगढ़ के सेंटर्स में जाता है। कलेक्टर ने इन कार्यों में विशेष रूचि दिखाते हुए कहा कि जिले में एक अपना कपड़े का निर्माण करने वाला कोई सेंटर होना चाहिए जहाँ इस कोसे का उचित इस्तेमाल किया जा सके। कलेल्टर ने कपड़े की बुनाई करने का एक सेंटर बनाने की योजना पर काम करने के लिए बरमकेला सीईओ को जगह का अवलोकन कर इस पर कार्य करने के निर्देश दिए।

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