रायगढ़: प्रशासन V/S अधिवक्ता संघ का मामला गरमाया… चंद घंटों के भीतर 3 वकीलों पर गंभीर धाराओं में नामजद F.I.R.. कलेक्ट्रेट और तहसील कर्मचारी भी बैठे धरने पर..

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जगन्नाथ बैरागी

रायगढ़ : तहसील परिसर में तहसीलदार द्वारा एक अधिवक्ता के साथ अभद्र व्यवहार और मारपीट के बाद अब मामला गरमा गया है। घटना से नाराज अधिवक्ता संघ ने मोर्चा खोलते हुए तहसील कार्यालय के सामने आज विरोध प्रदर्शन किया है। अधिवक्ता संघ ने मांग की है कि तहसीलदार को तुरंत रायगढ़ से अन्यत्र जगह पर स्थानांतरित किया जाए।

यह है मामला–

दरअसल कल जिला न्यायालय के एक वकील जितेंद्र लाल शर्मा किसी काम को लेकर तहसील कार्यालय गए हुए थे। इसी बीच रायगढ़ तहसीलदार सुनील अग्रवाल ने पहले उनसे अभद्र व्यवहार किया, फिर अपने मातहतो को बोलकर वकील को अपमानित करते हुए धक्के मारकर तहसील परिसर से बाहर निकलवा दिया। इसके बाद मामला जिला अधिवक्ता संघ के समक्ष पहुंचा। जिसके बाद आज दोपहर जिला अधिवक्ता संघ के बैनर तले सैकड़ों वकील तहसील परिसर में अपना विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे।

विरोध जताने तहसील कार्यालय पर एकजुट हुए अधिवक्ता संघ–

आज दोपहर घटना से नाराज चल रहे अधिवक्ता संघ विरोध जताते हुए सैकड़ों की संख्या में तहसील परिसर में इकट्ठा हो गए। जहां तहसीलदार सुनील अग्रवाल के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए गए।

तहसीलदार पर लगाये संगीन आरोप–

मीडिया को बयान देते हुए जिला अधिवक्ता संघ के सचिव प्रत्याशी अधिवक्ता आशीष मिश्रा ने बताया है कि उनके वरिष्ठ अधिवक्ता जितेंद्र शर्मा के साथ तहसीलदार के द्वारा मारपीट कराई गई और अभद्रता पूर्वक व्यवयर करते हुए उन्हें तहसील परिसर से बाहर निकाल दिया गया। एक अधिवक्ता के साथ न्यायालय में इस तरह का व्यवहार क्या उचित है..?

उन्होंने तहसीलदार सुनील अग्रवाल की अन्यत्र जगह पर ट्रांसफर कराने की मांग करते हुए कहा है कि अधिकारी का अपने मूल निवास जिला में पोस्टिंग नही हो सकती है।वकील आशीष मिश्रा ने कहा है कि सारंगढ़ में भी तहसीलदार सुनील अग्रवाल पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं, परंतु उच्च अधिकारियों के द्वारा इसे मामले का समझौता करा दिया गया।अधिवक्ता आशीष मिश्रा ने तहसीलदार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि जिनकी गेरवानी में हार्डवेयर की दुकान है वह आज यहां तहसीलदार हैं। लगातार फैसले बिना किसी प्रोसिडिंग को कंप्लीट किए हुए अपने बैग में रख लिया जाता है। यहां लगातार पैसे लेकर फैसले बदल दिए जा रहे हैं। जो पैसा देता है उसके पक्ष में फैसला हो जाता है। क्या वकील होने के नाते हम सभी अब बर्दाश्त कर सकते हैं कि हमारे यहां के सामने अन्याय हो रहा हो।
उन्होंने तहसीलदार पर आर्थिक जांच व उनके परिवार के लोगों के खातों की जांच की मांग की है। उन्होंने तहसीलदार को भारत के सबसे बड़े भ्रष्टाचारियों में शामिल होना बताया।

मौके पर पहुंचे अपर कलेक्टर कुरुवंशी और एसडीएम-

अधिवक्ता संघ के द्वारा विरोध जताए जाने के बाद समझाइश देने के लिए पहले रायगढ़ एसडीएम मौके पर पहुंचे। जिसके देर बाद अपर कलेक्टर कुरुवंशी भी मौके पर पहुंचे। जिन्होंने जांच कर कार्रवाई करने की बात कही।

थाने में प्रशासन की ओर से इस प्रकार की गई शिकायत-

तहसील कार्यालय रायगढ़ में कुछ वकीलों द्वारा तहसील कार्यालय के सहायक ग्रेड-3 व अन्य व्यक्तियों के साथ गाली गलौच मारपीट को लेकर पीड़ित सहायक ग्रेड-3 (विशेष वर्ग का सदस्य होने से नाम विलोपित ) तहसील कार्यालय रायगढ़ द्वारा थाना चक्रधरनगर में कार्यवाही को लेकर आवेदन दिया गया जिस पर आरोपित वकीलों पर एट्रोसिटी एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है ।
पीड़ित द्वारा प्रस्तुत आवेदन पर लेख है कि दिनांक 11.02.2022 को दोपहर करीब 02 बजे के आसपास तहसील के वकील जितेन्द्र शर्मा, महेश पटेल, दीपक मोडा तथा अन्य के द्वारा गाली गलीच करते हुये कार्यालय में आये और शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करते हुये विशेष वर्ग का सदस्य हूँ यह जानते हुये गाली गुफ्तार कर हाथ मुक्का से मारपीट किये । उसके बाद कार्यालय से निकल कर जितेन्द्र शर्मा, महेश पटेल, दीपक मोडा तथा अन्य द्वारा एसडीएम कार्यालय के भृत्य अखिलेश श्रीवास को भी गाली गुप्तार कर हाथ मुक्का से मारपीट किये जिसे बीच बचाव करने आये नायब तहसीलदार के साथ भी गाली गलौच, मारपीट किये हैं । आवेदन पर थाना चक्रधरनगर में अप.क्र. 89/2022 धारा 186, 294, 332, 353, 34 भादवि, 3(2)(va) SC /ST ACT का अपराध जितेन्द्र शर्मा, महेश साहू, दीपक मोडा व अन्य पर पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है ।

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