कांकेर

छतीसगढ़: शाला प्रवेशोत्सव के दौरान प्राचार्य पर स्कूली छात्रों ने गंभीर आरोप लगाते हुए स्कूल में प्रवेश करने से किया इंकार…..

छत्तीसगढ़ के कांकेर के पखांजूर क्षेत्र के शासकीय हाई स्कूल में उस वक्त बवाल मच गया यह छात्रों और लोगों के अनुसार अनैतिक कार्य करने वाले निलंबित प्राचार्य शाला प्रवेशोत्सव के दौरान फिर उसी स्कूल में स्टे आर्डर लेकर पहुँच गया। पूरा मामला पीवी 39 हाई स्कूल का है, जहाँ के प्राचार्य की हरकत से पूरा गांव आक्रोशित है। ज्ञात होकी पीवी 39 के प्राचार्य राजेश पाल और उसी स्कूल की रसोईया के नाजायज संबंध के बारे में पता चलने पर बच्चो द्वारा पढ़ाई से इंकार कर दिया।

उस विद्यालय से जिसके चलते प्राचार्य और रसोईया की आपत्तिजनक संबंधों के बारे में पूरे गांव और शिक्षा विभाग के होश उड़ गए और तत्काल प्रभाव से पिछले मार्च 2022 को पीवी 39 हाई स्कूल के अन्य शिक्षक शिक्षिकाओं के द्वारा इस बात की जानकारी शाला प्रबंधन समिति ,ग्राम विकास समिति ,संकुल समन्वयक और खंड शिक्षा अधिकारी को दी गई और उसके बाद प्राचार्य राजेश पाल को निलंबित किया गया था। इसके बाद अचानक शाला प्रवेशोत्सव के दौरान 16 जून को प्राचार्य राजेश पाल के आने से छात्र छात्राएं बौखला गये और स्कूल छोड़ बाहर निकल गए।

इसके बाद विद्यालय के अन्य शिक्षको द्वारा पूछा गया की आप तो निलंबित हैं फिर स्कूल क्यों आए हो तो पूर्व प्राचार्य राजेश पाल ने कहा की मैं कोर्ट से स्टे ऑर्डर लाया हूं मैं ही यहां का प्राचार्य हूं अब फिर से इस विद्यालय का संचालन मेरे द्वारा किया जायेगा यह बात सुनते ही वहां मौजूद छात्र-छात्राओं की पूरी भीड़ विद्यालय परिसर से बाहर निकल गये और नये सत्र के प्रवेश लेने वाले एक भी बच्चे प्रवेश के लिए स्कूल के अंदर नहीं गये। 16 जून से राज्य के हर स्कूल में बच्चे खुशी खुशी शाला में प्रवेश कर रहे थे तो वही पीवी 39 इंद्रप्रस्थ के हाई स्कूल में इस घटना के बाद दिनभर सन्नाटा पसरा रहा एक भी बच्चे प्रवेश के लिए नही पहुचे।

सुबह से ही 10 वी कक्षा के बच्चे स्कूल आए लेकिन अंदर नही घुसे स्कूल का गेट बाहर से ही बंद कर दिए। जिसके बाद पत्रकारों को सूचना मिलते ही वहाँ पहुंचने पर छात्र छात्राओं ने जानकारी देते हुए बताया कि हमने ही स्कूल के गेट को बंद किया है। हमे निलंबित पूर्व प्राचार्य राजेश पाल से डर लगता हैं उसने हमारे विद्यालय में रसोईया के साथ आपत्तिजनक संबंध बनाए हैं जबतक पूर्व प्राचार्य इस विद्यालय से नहीं निकलेंगे तब तक हम शाला में प्रवेश नही लेंगे यह शिक्षा का मंदिर है और ऐसे घिनौने कृत्य करने वाले शिक्षक प्राचार्य को यहां रहने का कोई औचित्य नहीं है।

उस विद्यालय के अन्य शिक्षक शिक्षिकाओं रजमन तिवारी, कु दीपा पटेल, शशिकला ज्योति एक्का, युजीन तिर्की, टुमन लाल सूर्यवंशी ने जानकारी देते हुए बताया की छात्र छात्राओं ने जो कहा वह बिलकुल सही है आगे शिक्षक-शिक्षिकाओं ने बताया की पूर्व प्राचार्य राजेश पाल के निलंबन के बाद हमने खंड शिक्षा अधिकारी केआर सिन्हा को जो इस विद्यालय में सीनियर शिक्षक हैं उनको प्रभारी प्राचार्य बनाये जाने की बात कही लेकिन खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा अभी तक किसी को भार नही दिया गया हैं शिक्षक राजेश पाल के पास कोई आदेश नहीं हैं और ना ही उन्होंने अभी तक पदभार का आदेश जो की कलेक्टर द्वारा निर्देशित हैं उन्होंने दिखाया है बस जबरदस्ती स्कूल में घुस गए और मौखिक रूप से कहने लगे की मुझे कोर्ट ने स्टे ऑर्डर दिया है मैं अब भी यहां का प्राचार्य हूं।

जिसका हम सभी शिक्षक विरोध करते है व छात्र छात्राओं के साथ हैं उनके कल यहां आने की सूचना मिलते ही एक भी बच्चे प्रवेश के लिए नही आ रहे है। इस बात की जानकारी 10 वी कक्षा के छात्र छात्राओं में प्रियंका बैरागी, प्रिया विश्वास,प्रिया भौमिक, करण सिकदार समित दत्ता, सुमित भक्त पूजा मिस्त्री ,दृष्टि विश्वास,सहित 25 से 30 छात्र छात्राएं उपस्थित हुए। इस पूरे मामले को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी टीआर साहू से फोन पर सम्पर्क करने की कोशिश की गई किंतु हमेशा की तरह वो फोन उठाकर जवाब देने से बचते रहे व बार-बार फोन को काटते रहे।

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