रायगढ़ ब्रेकिंग : रायगढ़ के बड़े कारोबारी और भाजपा से जुड़े नेता सुनील रामदास अग्रवाल के रायपुर और रायगढ़ स्थित निवास पर ईडी का छापा…. रायगढ़ के डीएमएफ घोटाले पर कब पड़ेगी ईडी की नज़ऱ..?

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रायगढ़। रायगढ़ के बड़े कारोबारी और भाजपा से जुड़े नेता सुनील रामदास अग्रवाल के रायपुर और रायगढ़ स्थित निवास भी ईडी का छापा पड़ा है। इसके अलावा तीन आईएएस अफसरों के ठिकानों पर भी जांच जारी है। कोयला परिवहन के लिए अतिरिक्त वसूली मामले से ईडी ने छग में कार्रवाई शुरू की थी जो अब डीएमएफ घोटाला, चावल घोटाला और शराब घोटाला तक पहुंच गई है।

इधर आयकर विभाग की छापेमारी खत्म भी नहीं हुई थी और शुक्रवार को ईडी ने पांच जिलों में रेड डाली। ईडी की टीम दिल्ली से फ्लाइट के जरिए रायपुर पहुंची और वहां कार्रवाई प्रारंभ की। बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़ और अंबिकापुर में कार्रवाई हुई। कोरबा में निगम कमिश्नर प्रभाकर पाण्डेय के आवास पर भी छापा पड़ा है। रायगढ़ विधानसभा सीट से भाजपा से टिकट की दावेदारी कर रहे कारोबारी सुनील रामदास अग्रवाल के रायपुर और रायगढ़ निवास पर ईडी ने रेड डाली है।

सुनील अग्रवाल प्रदेश के बड़े सडक़ ठेकेदार हैं और उरला में उनका एसकेए इंडस्ट्रीज प्रालि नामक प्लांट भी है जो टीएमटी बार का निर्माण करती है। बताया जा रहा है कि रायपुर में ऐश्वर्या रेसीडेंसी, जोरा स्थित निवास और रायगढ़ में फ्रेंड्स कॉलोनी निवास पर छापेमारी की गई है। चांदनी चौक स्थित दफ्तर में कार्रवाई नहीं हुई है। इसके पहले भी सितंबर 2022 में भी सुनील अग्रवाल पर छापा पड़ चुका है। बताया जा रहा है कि प्रदेश के बड़े-बड़े सडक़ प्रोजेक्ट इनको मिलते रहे हैं। टैक्स चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में छापेमारी होने का अनुमान है।

कोरबा के डीएमएफ मामले में नए नाम

इस बार ईडी ने कोरबा के डीएमएफ घोटाले का दायरा बढ़ा दिया है। बताया जा रहा है कि कोरबा की पूर्व कलेक्टर के मकान में भी छापेमारी हुई है। वे लंबे समय तक कोरबा में पदस्थ रही हैं। इसके अलावा अंबिकापुर के कारोबारी अशोक अग्रवाल के ठिकानों पर भी कार्रवाई जारी है। शासकीय विभागों में कई सामग्रियों की सप्लाई का काम इन्होंने किया है। कोरबा में डीएमएफ से हुई सप्लाई में भी इनका नाम आया है। ईडी ने क्रेडा को सोलर पैनल सप्लाई करने वाले संजय शेंडे के मकान में भी छापा मारा है।

रायगढ़ के डीएमएफ घोटाले पर कब पड़ेगी आया

अब तक ईडी ने केवल कोरबा के डीएमएफ घोटाले पर ही कार्रवाई की है। रायगढ़ में भी डीएमएफ से तीन सालों में सामग्री क्रय के रिकॉर्ड तोड़ दिए गए हैं। दुर्ग, रायपुर और रायगढ़ के चुनिंदा वेंडरों को सप्लाई का काम दिया गया। बिना टेंडर के ही क्रय आदेश दिया गया है। कृषि विभाग, उद्यानिकी, क्रेडा, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, आदिवासी विकास विभाग और जनपद पंचायतों में डीएमएफ की राशि पानी की तरह बहाई गई है। बताया जा रहा है कि ईडी जल्द ही रायगढ़ में भी डीएमएफ घोटाले पर नजर डालेगी।

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