सारंगढ़: सारंगढ़ मे आज होली – दीपावली का माहौल…विधायक उत्तरी गनपत जांगडे़ ने सारंगढ़ वासियों का सपना किया साकार…..

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आवाम की आवाज बनी सारंगढ़ विधायक कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार ने वादा निभाया …
सारंगढ़ रियासत अपने -आप में एक बड़ा नाम रहा और आजादी के बाद सारंगढ़ राज्य को विलीन कर दिया गया ।सारंगढ़ में हाईकोर्ट लगती थी यहाँ देश के बैरिस्टरों और नेताओं का आना -जाना रहता था ।सन 1969 में गिरिविलास पैलेश से राजा नरेश चन्द्र सिंह मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे ।सारंगढ़ नगरी की पहचान पान- पानी- पैलागी से जानी जाती है ।आजादी के बाद 10 – 15 बरस गुजरे थे तभी से सारंगढ़ को जिला बनाने की मांग उठने लगी थी पर सारंगढ़ जिला नहीं बन सका पुरानी पीढ़ी के बाद नई पीढ़ी ने इस आवाज को मिलकर जिंदा रखा ।
मध्यप्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ का अलग स्थापना हुआ ।सत्र 2000 में छत्तीसगढ़ 26 वाँ राज्य बन गया ।उस समय भी सारंगढ़ की आवाम को लग रहा था कि अब सारंगढ़ जिला के रूप में स्थापित हो जाएगा ,पर ऐसा नहीं हो सका और कांग्रेस की छत्तीसगढ़ सरकार की कार्यकाल समाप्त हो गई ।कांग्रेस के तात्कालिक सरकार के बाद भाजपा की डॉ रमन सिंग की सरकार बनी तब भी सारंगढ जिला की मांग उठती रही ।10 वर्ष गुजर गए पर जिला नहीं बना वही तीसरी बार सरकार बनाने के लिए वायदे किया गया पर सरकार बनने के बाद दरकिनार कर दिया गया ।भाजपा की 15 साल बाद सरकार गिरी तब सारंगढ़ की आवाम फिर एक बार अपनी जिला की मांग के लिए अपनी मांगे रखना शुरू कर दिए । मिशन 2018 में भाजपा सरकार को उखाड़ा फेंके और सारंगढ की आवाम ने इस बार सारंगढ़ को जिला बनाने के लिए अपना वोट कांग्रेस को दिया ।
सारंगढ़ को जिला बनाने के लिए कांग्रेस की विधायक श्रीमती उत्तरी गनपत जांगडे पर विश्वास जताए और जब भी सारंगढ़ की आवाम को मौका मिलता कांग्रेस सरकार की मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को गुहार लगाते रहते ।
कांग्रेस की सारंगढ़ विधायक श्रीमती उत्तरी गनपत का विधायक बनना सारंगढ़ की आवाम के लिए वरदान साबित हुआ और एड़ी -चोटी लगाकर विधायक ने सारंगढ की दो लाख आवाम की आवाज को बुलंद किया ।अंततः पिछले बरस मुख्यमंत्री कांग्रेस की सरकार ने सारंगढ़ को सौगाते देते हुए सारंगढ़ -बिलाईगढ़ संयुक्त जिला बनाने की घोषणा कर सौगात दी ।यह घोषणा सारंगढ़ -बिलाईगढ़ के लिए होली -दीपावली जैसा था।भूपेश सरकार की इस घोषणा से जयकारे होने लगे आवाम में एक बड़ी उम्मीद जगी । उत्साह मनाए जगह -जगह सारंगढ़ विधायक की स्वागत हुई यह नजारा आजादी की जश्न की तरह थी । जिला के घोषणा के बाद संयुक्त जिला का विरोध भी खूब हुआ जो किसी से छिपा नहीं है ।विषम परिस्थियों के बाद आज 03 सितम्बर 2022 को सारंगढ़ -बिलाईगढ़ संयुक्त जिला अपने अस्तित्व में आ जायेगा । मुख्यमंत्री आम सभा को सम्बोधित कर सारंगढ़ -बिलाईगढ़ को छत्तीसगढ़ के 30 वां जिला के रूप में यहां की जनता को सौंप देंगे । संयुक्त जिला के अस्तिव में आने को लेकर सारंगढ़ और बिलाईगढ़ में उत्साह है ।नव सृजन जिला उद्घाटन का कार्यक्रम सारंगढ़ खेलभांठा मैदान में आयोजित होगी आम सभा के दौरान सम्बोधित कर सौपेंगे ।सौगातें देने के बाद उनकी जिम्मेवारी और भी बढ़ जाएगी इस नव सृजन जिला का विकास उनके साथ जुड़ी है ।वहीं स्वास्थ्य ,शिक्षा ,पानी ,सड़के आदि विषय पर उन्हें अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए ग्रामीण अंचलों के विकास के लिए भी शपथ लेनी होगी ।सारंगढ -बिलाईगढ़ संयुक्त जिला के अंतर्गत कोसीर गांव एक जाना पहचाना नाम है यहां बरसो से नवीन कॉलेज की मांग उठती रही है पर नही हो सका है इस आम सभा में अंचल के लोगों को विश्वास है कि यहां कोसीर में नवीन कॉलेज की सौगात मुख्यमंत्री जी देकर अपनी जिम्मेदारी का परिचायक देंगे निराश नहीं करेंगे ।सारंगढ़ की बरसों की मांग आज सच होगी ।
“मेरे सीने में नहीं तो तेरे सीने में सही,
हो कहीं भी आग, लेकिन आग जलनी चाहिए। सूरत बदलनी चाहिए ….”

बरसों बाद आज ओ समय आ ही गया जो सारंगढ़ विधानसभा की दो लाख आवाम की आवाज को सारंगढ़ विधायक श्रीमती उत्तरी गनपत जांगडे ने बुलंद कर अपनी जिला की मांग रखी थीं और कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार ने समझा औऱ एक वर्ष पहले संयुक्त जिला सारंगढ़ – बिलाईगढ़ निर्माण की घोषणा कर बरसों की मंग पर मुहर लगा कर सौगात दिए और खुशी के रंग में रंग दिया। 03 सितम्बर 2022 को वह पल हजारों लोगों की उपस्थिति में नई इतिहास की अध्याय का आगाज होगा यह पल उत्सव भरा होगा – कवि दुष्यन्त कुमार की यह पंक्तियां मन को आलौकित करती है …मेरे सीने में नहीं तेरे सीने में सही ,हो कहीं भी आग ,लेकिन आग जलनी चाहिए .. सूरत बदलनी चाहिए …(लक्ष्मी नारायण लहरे)

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