छत्तीसगढ़ में 400 से अधिक चिटफंड कंपनियों के संचालक डायरेक्टरों पर FIR दर्ज…कहीं आप को भी तो नही ठगा गया….

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रायपुर. छत्तीसगढ़ में चिटफंड कंपनियों के खिलाफ सरकार ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. सरकार ने चिटफंड कंपनियां चलाने वाले ठगों के खिलाफ एक्शन शुरू कर दिया है. अब तक प्रदेश में 400 से अधिक चिटफंड कंपनियों के संचालक डायरेक्टरों पर FIR दर्ज की गई है.

अब तक 24 से ज्यादा चिटफंड कंपनियों के डायरेक्टर्स को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं रायपुर में 10 प्रकरणों में कुर्की की कार्रवाई के लिए प्रस्तावित दिया गया है. इसके साथ ही रायपुर में 5 कंपनियों से करीब 8 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की जाएगी. बता दें कि प्रदेश के लोगों ने एक ऐसा दौर देखा जब चिटफंड के नाम पर लोगों के लाखों-करोड़ों रूपए डूब गए.

लोगों ने चंद ज्यादा रुपयों के लालच में अपनी जीवनभर की कमाई चिटफंड में लगा दी. मगर एक समय के बाद ना तो उन्हें ज्यादा पैसा मिला और ना ही जमा किए गए पैसों को कोई हिसाब किताब. जिन दफ्तर या एजेंट के माध्यमों से लोगों ने पैसा जमा कराया था या तो वह एजेंट गायब हो चुका था या फिर उस दफ्तर में ताला लग चुका था. चिटफंड कंपनियों के संचालक रातों-रात ताला लगाकर फरार हो चुके थे. छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने साल 2018 के चुनाव में लोगों से यह वादा किया कि वह उनके डूबे हुए पैसे वापल दिलाएगी.

मगर साल 2018 में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अगुआई वाली सरकार ने अपने वादों को अमलीजामा पहनाना शुरू किया था. अब इसको लेकर कार्रवाई की जा रही है. साल 2019 से अब तक लगातार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के निर्देश पर शासन और प्रशासन ने स्पेशल टीम बनाकर कार्य किया. आकड़ों की मानें तो अब हजारों लोगों को चिटफंड में डूबी हुई राशि वापस दिलाने का काम किया.

दूसरे राज्यों से भी ली जा रही जानकारी

सरकार लगातार चिटफंड कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. राज्य के पुलिस महानिदेश भी चिटफंड में डूबी राशि लोगों को लौटाने के मामले को प्राथमिकता में ले रहे हैं. पुलिस ने बताया कि चिटफंड संचालकों के द्वारा दूसरे राज्यों में निवेश और संपत्तियों की भी जनकारी जुटाई जा रही है. ताकि उन संपत्तियों को नीलाम कर पीड़ितों को राशि लौटाई जा सके.

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