रायगढ़

शासकीय योजनाओं का हो प्रभावी क्रियान्वयन-सांसद गोमती साय…सांसद की अध्यक्षता में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक संपन्न…

रायगढ़, सांसद श्रीमती साय की अध्यक्षता में आज जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित की गई। बैठक में सांसद गोमती साय ने कहा कि शासकीय योजनाओं का धरातल पर प्रभावी क्रियान्वयन होना चाहिए। इसके लिए आवश्यक है कि सभी प्रशासनिक विभाग अपने योजनाओं के क्रियान्वयन की नियमित मॉनिटरिंग करें। जहां समस्यायें आ रही है उसे उच्चाधिकारियों के संज्ञान में लाते हुए तत्काल समाधान के लिए कार्य करें। जिससे योजनाओं के लक्ष्य पूर्ति के साथ उसका अपेक्षित लाभ लोगों को मिले।

सांसद श्रीमती साय ने बैठक में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना की प्रगति तथा पिछले वर्ष की तुलना में वर्तमान लक्ष्य की प्राप्ति की जानकारी ली। स्वच्छ भारत अभियान, एनआरएलएम राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना अंतर्गत अब तक की प्रगति की जानकारी ली। सांसद श्रीमती साय ने कहा कि घर-घर तक स्वच्छ पेयजल आपूर्ति के उद्देश्य से जल जीवन मिशन संचालित किया जा रहा है। अत: विभागीय अधिकारी प्रत्येक घरों तक नलों के माध्यम से स्वच्छ जलापूर्ति के इस कार्य में गुणवत्ता व समय-सीमा का पूरा ध्यान रखेंं। उन्होंने पंचायतों में लग रहे नल कनेक्शन से घरों तक पानी सप्लाई के लिए एक निश्चित व्यवस्था बनाने तथा पंप ऑपरेट करने की टे्रनिंग देने के लिए कहा। जिससे घरों में नियमित रूप से पानी पहुंचे। बैठक में राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत फलों की खेती को बढ़ावा देने तथा किसानों के उपज के विक्रय हेतु मार्केट लिंकेज के लिए भी कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने किसानों की आवश्यकता के अनुसार बीजों का भण्डारण करने के लिए कहा। साथ ही किसानों को फसल बीमा के बारे में भी प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के कार्यों की समीक्षा करते हुए गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, प्रधानमंत्री उज्जवला योजना (गैस कनेक्शन), प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण ज्योति योजना और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के कार्यों की प्रगति की भी विस्तृत जानकारी ली।

बैठक में कलेक्टर भीम सिंह ने बताया कि खनिज न्यास निधि से मुख्यत: स्वास्थ्य, शिक्षा व सुपोषण के लिए कार्य किया जा रहा है। जिले में पिछले दो साल में कुपोषण दर में 15 प्रतिशत की कमी आयी है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी व्यापक स्तर पर कार्य हो रहा है। सभी सीएचसी को अपग्रेड किया जा रहा है। लोगों को अस्पतालों तक आने-जाने के लिए अभी चौबीस गाडिय़ां खरीदी गयी है। धरमजयगढ़ के दुर्गम इलाकों में मरीजों के परिवहन के लिए 3 बाईक एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में हमर लैब, ब्लड बैंक व एनआरसी संचालन की व्यवस्था की गयी है। आंगनबाडिय़ों में कुपोषित बच्चों तथा गर्भवती माताओं को पोषण आहार तथा गरम भोजन प्रदान किया जा रहा है तथा उनका नियमित स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जा रहा है। बच्चों को रागी के लड्डू भी वितरित किए जा रहे है।
सीईओ जिला पंचायत डॉ.रवि मित्तल ने बताया कि मनरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध कराने में रायगढ़ जिला प्रदेश में अव्वल है। जिले में वर्ष 2021-22 के लक्ष्य 35.53 लाख के विरूद्ध 80.57 लाख मानव दिवस सृजित किए गए। जो कि लक्ष्य का 226 प्रतिशत है। इसके साथ ही ग्रामीण आजीविका संवर्धन की दिशा में व्यापक कार्य किये जा रहे है। महिला समूहों को विविध प्रकार के आय मूलक गतिविधियों से जोड़ा गया है। उन्होंने आगे बताया कि महिलाओं में माहवारी स्वच्छता को बढ़ावा देने पावना अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत गांवों में स्वच्छता सखी नियुक्त की गई है, जो महिलाओं को माहवारी के संबंध में जागरूक करने के साथ ही सेनेटरी नेपकिन उपलब्ध करा रही है। इसके लिए धरमजयगढ़ के खम्हार व रायगढ़ के चपले में सेनेटरी नेपकिन प्रोडक्शन यूनिट लगाया गया है जिसका संचालन महिला समूह द्वारा किया जा रहा है।
बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष निराकार पटेल, महापौर जानकी काटजू, पार्षद सुभाष पाण्डेय, समिति के सदस्य और सीईओ जिला पंचायत डॉ.रवि मित्तल, डीएफओ रायगढ़ स्टाईलो मण्डावी, डीएफओ धरमजयगढ़ अभिषेक जोगावत, सीएमएचओ डॉ.एस.एन.केशरी, सहित कृषि, उद्यानिकी, जिला पंचायत तथा संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

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