सारंगढ़: एक बार फिर आबकारी टीम को शराब माफियाओं ने दी मात! पकड़ से दूर सरगना…. कनकबीरा के छिचपानी जंगल में आबकारी विभाग की दबिश सिर्फ महुआ मदिरा और लहान ही जप्त….
सारंगढ़-बिलाईगढ: कलेक्टर डॉ फरिहा आलम सिद्दीकी के निर्देश और आदर्श आचरण संहिता प्रभावशील के बाद आबकारी विभाग द्वारा प्रतिदिन लगातार अवैध मदिरा भंडारण और बिक्री पर कार्यवाही किया जा रहा है। आबकारी उप निरीक्षक जितेश नायक और विकास साण्डे के नेतृत्व में बाजार मूल्य 1 लाख 10 हजार 250 रुपए का मदिरा और लहान जप्त हुआ है।
आबकारी टीम को सारंगढ़ विकासखंड के कनकबीरा जंगल क्षेत्र के ग्राम छिचपानी में छापा के दौरान 15-15 लीटर क्षमता वाले 4 प्लास्टिक जरिकेन में कुल 60 लीटर महुआ मदिरा, चार प्लास्टिक पालीथीन में भरा कुल 160 लीटर महुआ मदिरा, एक प्लास्टिक पालीथीन में भरा 100 लीटर महुआ मदिरा, 37 प्लास्टिक बोरी में भरा हुआ 25-25 kg 925 किलोग्राम महुआ लाहन का बाजार मूल्य 46 हजार 250, इस प्रकार कुल 320 लीटर मदिरा जप्त किया गया, जिसका बाजार मूल्य 64 हजार है। छापामार टीम में आबकारी मुख्य आरक्षक राधे गोविन्द पाण्डे, लाल सिंह कँवर औऱ राजकुमार कश्यप शामिल थे।
पब्लिक के मन मे उठता सवाल –
सारंगढ़ के आम जनमानस के दिलो दिमाग मे हर बार एक सवाल जेहन मे उठती है की भीषण जंगल मे आबकारी को मुखबिर से सूचना प्राप्त होती है, ऐन वक्त मे लोकेशन पर महुआ और लाहन जब्त भी होता है, लेकिन कोई भी माफ़िया या उनके 01 भी गुर्गे आबकारी के पकड़ मे क्यों नही आते? क्या शराब माफियाओं को आबकारी के आने की सूचना मिल जाती है? या पर्दे के पीछे की कहानी कुछ और है?