नई दिल्ली

आश्चर्य: इस गांव में मर्दो की एंट्री पर है बैन, फिर भी जवान लड़कियां हो रहीं प्रेग्नेंट, बच्चों को नही पता बाप कौन! जाने क्या है इसका रहस्य…

दिल्ली। वैसे तो दुनिया में कई अजब गजब मामले रोजाना सामने आते रहते हैं। लेकिन क्या आपने सुना हैं कि एक गांव में बिना मर्द भी महिलाएँ प्रेग्नेंट हो रही हैं। आप सोच रहे होंगे भला कैसे कोई औरत प्रेग्नेंट हो सकती है? यह एक बड़ा सवाल हो सकता है। लेकिन साउथ अफ्रीका में एक ऐसा गांव है जहां 30 साल से महिलाएं बिना मर्दों के रह रही हैं। लेकिन फिर भी प्रेग्नेंट हो जाती हैं।

गांव में मर्दों के प्रवेश पर है रोक –

साउथ अफ्रीका के इस गांव का नाम उमोजा है, यहां सिर्फ महिलाएं और उनके बच्चों को रहने की अनुमति है। 30 साल से इस गांव में एक भी मर्द ने प्रवेश नहीं किया है। यहां मर्दों की एंट्री पर बैन है। इस गांव में खेल कूद रहे बच्चों को पता नहीं होता है कि उनका पिता कौन है। इस गांव की पूरी जिम्मेदारी महिलाओं पर होती है। वो अकेले अपने बच्चों की देखभाल करती हैं। मेहनत करके अपना घर चलाती हैं।

दुष्कर्म की शिकार महिलाओं ने बसाया गांव

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस गांव में करीब ढाई सौ महिलाएं रहती हैं। जंगल के बीच बसे इस गांव की महिलाओं को अकेले रहने में डर नहीं लगता। इस गांव को महिलाओं ने ही बसाया है। कहा जाता है कि सालों पहले ब्रिटिश सैनिक आए थे। आदिवासी महिलाएं जब बकरियां और भेड़ चरा रही थी तभी उन्होंने उनका रेप कर दिया था। रेप की शिकार 15 महिलाओं को पुरूषों से घृणा हो गई। वो पुरुषों से अलग होकर अपनी एक दुनिया बसा लीं। अब इस गांव में 250 महिलाएं हैं। अब बिना मर्द के उनकी संख्या में कैसे इजाफा हुआ।

बता दें कि यहां कोई चमत्कार नहीं हो रहा हैं। ये प्रकृति का नियम है कि बिना पुरूष कोई भी महिला प्रेग्नेंट नहीं हो सकती। दरअसल, रात के अंधेरे में मर्द जंगल में चोरी-छिपे आते हैं। गांव की युवा लड़कियां जंगल में उनके पास आती हैं और तब तक शारीरिक संबंध बनाती है जबतक की वो प्रेग्नेंट ना हो जाए। गर्भवती होने पर वो उनसे रिश्ता खत्म कर लेती है। बच्चे को जन्म देती हैं और उसकी देखभाल करती हैं। वो उसके पिता के बारे में कुछ नहीं बताती हैं। इसके अलावा इस गांव में घरेलू हिंसा की शिकार महिलाएं, बाल विवाह से बची लड़कियां, और रेप की शिकार औरतें भी आकर रहने लगती हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *