बड़ी खबर: फर्जी दिव्यांग सर्टिफिकेट के सहारे कर रहे नौकरी… व्याख्याता, सहायक शिक्षक, व्यायाम शिक्षक, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी सबसे ज्यादा… छग दिव्यांग सेवा संघ ने की शिकायत, रायगढ़ के भी 02 नाम…

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रायगढ़/ फर्जी सर्टिफिकेट के सहारे नौकरी करने वाले कई मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत कर सरकारी नौकरी हासिल करने वालों की संख्या भी बहुत अधिक है। इसकी शिकायत अब खुद छत दिव्यांग सेवा संघ ने की है। मुंगेली जिले से छग के कई जिलों में ऐसे लोग नौकरी कर रहे हैं। इन पर कार्रवाई की मांग की गई है।

छग दिव्यांग सेवा संघ का कहना है कि प्रदेश में मुंगेली जिले के कई ऐसे लोग नौकरी कर रहे हैं, जिनके दिव्यांग प्रमाण पत्र नकली हैं। संघ का कहना है कि ऐसे कर्मचारियों की संख्या सैकड़ों में है। इनमें व्याख्याता, सहायक शिक्षक, व्यायाम शिक्षक, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी आदि ज्यादा हैं।
संघ ने एसे करीब 39 कर्मचारियों की सूची शिकायत के साथ भजी है। सरकार से अनुरोध की किया गया है कि इन पर सख्त कार्रवाई को जाए। इनमें रायगढ़ से दा ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी सामश सिंह और सांतनु क नाम हैं। छग दिव्यांग सवा संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष राधाकृष्ण गोपाल ने शिकायत मे कहा है कि 1

जनवरी 2019 के बाद दिव्यांग प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रह लोगों की जांच जरूरी है। इसलिए शासकीय सवा में कार्यरत सभी सेवकां की दिव्यांगता का परीक्षण राज्य मडिकल बोर्ड स कराया जाए। जिला मडिकल बार्ड स प्रमाण पत्र बनवाकर नौकरी करन वालों की जांच जरूरी है।

कान के लिए मशहूर जांजगीर

पूरे प्रदेश में ऐसे कई कर्मचारी निवास कर रहे हैं, जो फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र के सहारे नैकरी कर रहे हैं। इस वजह से कई योग्य दिव्यांग युवा वंचित हैं। प्रस्तुत सर्टिफिकेट में कई ने जांजगीर से कम श्रवण क्षमता का प्रमाण पत्र बनवाया है। कहा जाता है कि जांजगीर कान के लिए मशहूर है।

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