बिलासपुर

छत्तीसगढ़: कोचिंग करने आए छात्र की हत्या के मामले पुलिस को मिली महत्वपूर्ण सुराग, 02 हिरासत में,पढ़िए….

कोचिंग करने आए छात्र की हत्या के मामले पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। इसके आधार पर दो संदेहियों से पूछताछ शुरू हो गई है। छात्र के करीबियों से मिली जानकारी और संदेहियों के बयान की तस्दीक करने के लिए अलग टीम बना दी गई है।
इसके साथ ही छात्र के साथ पढ़ने वालों से भी पूछताछ की गई है।

सरगुजा के लखनपुर में रहने वाला यश कुमार साहू(19) मंगला में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था। मंगलवार की दोपहर उसकी लाश सिरगिट्टी के गुंबर चौक के पास मिली। लोगों ने बताया कि कार सवार युवक सड़क पर शव छोड़कर भाग गए हैं। इस पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। इंटरनेट मीडिया में युवक की तस्वीर वायरल करने पर उसकी पहचान हो सकी। इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी। पूछताछ में पता चला कि यश पढ़ाई में गंभीर था।

पुलिस भीड़ भरे चौक में लाश फेंकने के सवाल पर उलझी है। हत्यारे शव को सुनसान जगह के बजाए लोगों के भीड़ के बीच क्यो लेकर गए। इसके अलावा लाश को किसी ने उतारते भी नहीं देखा है। सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद दो वाहनों पर पुलिस को संदेह है। दोनों वाहनाें की भी तलाश की जा रही है। एएसपी राजेंद्र कुमार ने बताया कि दो संदेहियों को पूछताछ के लिए लाया गया है। संदेहियों से मिली जानकारियों की तस्तदी की जा रही है।

साथियों से पूछताछ में मिली जानकारी

गुंबर चौक के पास लाश मिलने की सूचना पुलिस को मंगलवार की दोपहर मिली थी। शव की पहचान नहीं होने के कारण पुलिस ने उसकी तस्वीर इंटरनेट मीडिया में वायरल की। शाम को किसी ने युवक की पहचान की। इसके बाद पुलिस ने युवक का मोबाइल नंबर ट्रेस किया।

इसमें पता चला कि लाश मिलने के दो घंटे बाद उसके मोबाइल पर कई बार काल की गई है। इसमें एक नंबर यश के दोस्त का था। उसने बताया कि किसी ने यश के नंबर से काल कर उसे अलग-अलग जगहों पर बुलाया। इसके बाद उसका मोबाइल नहीं उठा रहे हैं। यश के दोस्त के बयान के बाद पुलिस ने मोबाइल डंप लिया है। साथ ही सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दो संदेहियों को हिरासत में लिया गया।

कभी क्लास नहीं छोड़ता था यश

सरगुजा से आकर मंगला में कोचिंग करता था। साथ में कोचिंग करने वालाें ने बताया कि यश कभी क्लास नहीं छोड़ता था। मंगलवार को वह क्लास छोड़कर बाहर निलका था। इसके बाद दोस्तों को उसका कुछ पता नहीं चला। दोस्तों को उसके लाश मिलने की सूचना मिली। इससे कोचिंग के साथी आवक रह गए। आनन-फानन में सभी जिला अस्पताल पहुंचे।

स्कूल में किया था टाप

मृतक यश ने लखनपुर में अपनी स्कूली शिक्षा ली थी। वह प्रारंभ से ही मेघावी था। मुख्यमंत्री डीएवी स्कूल में उसने बारहवीं कक्षा की पढ़ाई गणित संकाय में की। वह अपने स्कूल में टाप पर रहा। उसकी लगन को देखते हुए पिता राजेश साहू ने बिलासपुर से ग्रेजुएशन करने के लिए भेजा। उसने प्रशासनिक सेवा में जाने की इच्छा जताई थी। इसके कारण पिता राजेश साहू उसे कोचिंग भी करा रहे थे।

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