रक्त दान कर मोक्ष आईएएस के छात्र ने बचाई 80 वर्षीय बुजुर्ग की जान…. जो अन्न दे वह अन्नदाता, पर जो रक्त दे वह जीवनदाता – डी के मंथन सर
रायगढ़: किसी ने सच ही कहा है कि
“मौका दीजिये अपने खून को, किसी की रगों में बहने का, क्योंकि ये लाजवाब तरीका है ,कई जिस्मों में ज़िंदा रहने का” इस कहावत को मोक्ष आईएएस कोचिंग संस्थान के शिक्षक और छात्र यथार्थ करते नजर आ रहे हैँ। अब तक दर्जनों जरूरतमंदों को अपना लहू देकर लोगों की जान बचाने वाले छात्रों ने आज मेडिकल कॉलेज अस्पताल मे सारंगढ़ निवासी नरसिंह यादव उम्र 80 वर्ष को रक्तदान कर सहायता की, जिसे मरीज के परिजनों ने साधुवाद देते हुए जिंदगी मे सफल होने हेतु आशीष प्रदान किये।
छात्र संजय दास ने किया रक्तदान –
सारंगढ़ के ग्राम तेंदुआ निवासी नरसिंग यादव विगत दिनों दुर्घटना के शिकार हो गये थे,मामले कि गंभीरता को देखते हुए उन्हे मेडिकल कॉलेज मे भर्ती कराया गया था। जहां करीब 02 सप्ताह से ट्रीटमेंट चल रहा है। ऐसे मे अचानक ऑपरेशन हेतु चिकत्सकों ने परिजनों दी A+ ब्लड कि आवश्यकता पड़ने कि बात बताई तो ग्रामीण परिजन चिंतित हो ऐसे,
ऐसे मे मरीज को रक्त कि आवश्यकता कि जानकारी मिलने पर सिविल सर्विसेस की तैयारी करने वाले छात्र संजय दास ने तत्काल जिला चिकित्सालय जाकर रक्तदान कर बुजुर्ग की जान बचाई।
क्या कहते हैँ संजय दास –
हम लोगों को जीवन में दूसरों के जरूरत करना चाहिए। रक्तदान ऐसा दान है जो कभी व्यर्थ नहीं जाता है। जब आप खून देखकर दूसरों की जिंदगी बचाते हैं तो उससे बड़ा सुकून नहीं मिलता है। जैसे ही हमारे शिक्षक दिलीप मंथन सर ने A+ ब्लड ग्रुप आवश्यकता बात बताई तो मैने जाकर ब्लड दिया और मुझे बहुत अच्छा फिलिंग हो रहा है।