नई दिल्ली

बड़ी खबर: भारत मे हथियार और ड्रग्स पहुंचाने ड्रोन का इस्तेमाल कर रहा पाकिस्तान, पुरी तरह मुस्तैद भारतीय जवान….

भारत को घात पहुंचाने के लिए पाकिस्तान आए दिन नापाक कोशिशें करता रहता है। भारतीय सीमा सुरक्षा बल ने रविवार को पंजाब के अमृतसर के पास सीमा के ऊपर मंडरा रहे एक संदिग्ध पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराया।
हालांकि, पाकिस्तान की तरफ से भारत में गलत इरादों से ड्रोन भेजने की ये कोई पहली घटना नहीं थी। पंजाब और जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जवानों ने हाल के दिनों में भारतीय हवाई क्षेत्र में उल्लंघन के ऐसे कई प्रयास देखे हैं। इसलिए, भारतीय जवान पाकिस्तान की इस तरह की हरकतों को नाकाम करने के लिए हमेशा तैयार होते हैं।

मार गिराए 16 ड्रोन

21 दिसंबर को बीएसएफ के जवानों ने अमृतसर में पाकिस्तान की ओर से घुसने वाले एक ड्रोन को मार गिराया था। इसी तरह, बीएसएफ ने इस साल दिसंबर के पहले सप्ताह से अब तक 16 ड्रोन मार गिराए हैं। बढ़ते ड्रोन खतरे से निपटने के लिए बीएसएफ ने ड्रोन विरोधी प्रणाली और खास गश्ती को अपनाया है। पंजाब के अमृतसर और जम्मू-कश्मीर के कठुआ, सांबा और डोडा में मुख्य रूप से समय-समय पर सीमा पार ड्रोन गतिविधियां देखी जाती हैं।

ड्रोन में कैमरा

हाल ही में भारतीय सीमा में एक चीन निर्मित ड्रोन पाया गया था। ड्रोन में कैमरे भी लगे थे जिससे पता चला कि इसे निगरानी के लिए इस्तेमाल किया गया होगा। वहीं, 31 अक्टूबर को, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने भारतीय सीमा में ड्रोन के माध्यम से गोला-बारूद गिराने में कथित संलिप्तता के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार भी किया था। ड्रोन को 27 और 28 अक्टूबर की रात संदिग्ध गतिविधि करते देखा गया था।

ड्रोन में मिला नशीला पदार्थ

28 नवंबर को बीएसएफ की महिला कर्मियों ने पंजाब में अमृतसर जिले के चाहरपुर गांव के पास 18.050 किलोग्राम वजन वाले एक ड्रोन को उस समय मार गिराया, जब वो पाकिस्तान से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कर रहा था। इस बार ड्रोन में 3.110 किलो नशीला पदार्थ पाया गया।

ड्रग्स भेजने के पीछे आतंकी

बीएसएफ के अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान की ओर से जम्मू और पंजाब में हथियारों, विस्फोटकों और नशीले पदार्थों को भेजने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। सुरक्षा बलों ने अब तक मार गिराए गए ड्रोन से राइफल, पिस्तौल, एमपी4 कार्बाइन, कार्बाइन मैगजीन, ग्रेनेड के साथ-साथ नशीले पदार्थ भी जब्त किए हैं। ड्रोन का इस्तेमाल घाटी और पंजाब में आतंकी अभियानों की फंडिंग के लिए भी किया जाता है। इसके साथ ये भी पता चला है कि हथियारों, विस्फोटकों और ड्रग्स भेजने के पीछे पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा और अन्य आतंकी संगठन का हाथ है।

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