अयोध्या में जारी रहेगा जश्न… रामनवमी तक चलेंगे भंडारे, रोज 2 लाख श्रद्धालु करेंगे भोजन..
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से पहले लंबे समय तक तैयारियां चलीं, फिर एक सप्ताह अनुष्ठान हुआ. 22 जनवरी की दोपहर जब विधि-विधान से प्राण-प्रतिष्ठा पूरी हो गई तो पूरा देश भी भावुक हो उठा.
एक ओर देश में पटाखे फूटे, राम नाम गूंजा, दिवाली मनाई गई. वहीं दूसरी ओर हर रामभक्त का मन बहुत भावुक भी रहा, जो इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बना. अयोध्या तो मानो फिर से त्रेतायुग में लौट गई है. देश के कोने-कोने से आए श्रद्धालुओं और उनके प्रेम से भाव-विभोर है और उनका स्वागत कर रही है. अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कई महीनों से भंडारे चल रहे हैं. अब खबर आ रही है कि इनमें से कई भंडारे 17 अप्रैल 2024 रामनवमी तक जारी रहेंगे.
500 से ज्यादा सीता की रसोई
अयोध्या में इस समय 500 से ज्यादा छोटी-बड़ी रसोइयां चल रही हैं. यूं कहें कि पूरा अयोध्या ही श्रद्धालुओं को भोजन कराने के लिए सीता की रसोई में बदला हुआ है. हर दिन लाखों श्रद्धालु इन भंडारों और रसोइयों में भोजन कर रहे हैं. कमाल की बात ये है कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद भी ये सारे भंडारे और रसोइयां बंद नहीं होंगी, बल्कि इनमें से कई भंडारे रामनवमी तक चलेंगे. ताकि इस दौरान रामलला के दर्शन के लिए देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु आसानी से भोजन कर सकें.
रोजाना 2 लाख श्रद्धालु कर सकेंगे भोजन
जानकारी के मुताबिक अयोध्या में करीब 50 भंडारे रामनवमी तक जारी रहेंगे और इनमें रोजाना 2 लाख श्रद्धालु भोजन कर सकेंगे. इन भंडारों के लिए महीनों से कई ट्रकों के जरिए रसद देश भर से पहुंच रहे हैं.
भंडारों का मेन्यू भी खास
अयोध्या में चल रह भंडारों का मेन्यू भी बहुत खास है. इन भंडारों में हर 2 से 3 घंटे में मेन्यू बदल जाता है. साथ ही देश के विभिन्न हिस्सों से आ रहे श्रद्धालुओं की भोजन की भिन्न-भिन्न आदतों को देखते हुए मेन्यू भी बहुत खास रखा गया है. इन भंडारों के मेन्यू में विभिन्न प्रदेशों के लोकप्रिय भोजन शामिल हैं. जैसे पंजाब के छोले भटूरे, छोले कुलचे, दक्षिण का इडली-डोसा, उत्तपम, दिल्ली का राजमा चावल, कढ़ी चावल, पूरी सब्जी से लेकर सादा भोजन तक इन भंडारों में मिल रहा है.