युवतियों की हाइट 5 फुट 5 इंच और वर्जिन होना जरूरी, तांत्रिक अनुष्ठानों की आड़ में महिलाओं का शोषण…

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यह घटना उत्तर प्रदेश के संभल से सामने आई है, जहां एक संगठित गिरोह तांत्रिक अनुष्ठानों की आड़ में महिलाओं का शोषण कर रहा था। पुलिस ने इस गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरोह के सदस्य अनुष्ठानों के जरिए लोगों को धन प्राप्ति का लालच देकर युवतियों का शोषण करते थे। अनुष्ठान के दौरान, पीड़िताओं को नशे की हालत में बेहोश कर दिया जाता और फिर उनका शारीरिक शोषण किया जाता।

संभल की एएसपी अनुकृति शर्मा के अनुसार, आरोपियों के मोबाइल से सैकड़ों वीडियो और तस्वीरें बरामद हुई हैं। इनमें 18 से 22 वर्ष की युवतियों की सूची थी, जिसमें उनका नाम, उम्र, ऊंचाई, वजन, शारीरिक माप और अन्य निजी जानकारियां दर्ज थीं। साथ ही, अनुष्ठानों में इस्तेमाल किए जाने वाले उल्लू, कछुए और अन्य वन्यजीवों की तस्वीरें भी मिली हैं, जिससे बलि देने की आशंका जताई जा रही है।

युवतियों को चुनने के लिए थे कड़े मानदंड
गिरोह द्वारा लड़कियों के चयन के लिए कुछ खास मानदंड निर्धारित किए गए थे।

लड़की का कुंवारी होना अनिवार्य था।

उसकी ऊंचाई कम से कम 5 फीट 5 इंच होनी चाहिए।

उसके शरीर पर कोई निशान, चोट या टैटू नहीं होना चाहिए।

उसका कोई रोमांटिक या यौन संबंध नहीं होना चाहिए।

चेहरा जितना सुंदर, शरीर जितना आकर्षक, धन की प्राप्ति की संभावना उतनी अधिक बताई जाती थी।

गरीब परिवारों को बनाया जाता था निशाना
गिरोह सोशल मीडिया के जरिए सीमित आर्थिक संसाधनों और कम पढ़े-लिखे परिवारों को निशाना बनाता था। अनुष्ठान के नाम पर उन्हें ठगा जाता और उनकी बेटियों का शोषण किया जाता।

तीन बार अनुष्ठान, फिर भी नहीं मिला पैसा
एटा के एक व्यक्ति ने बताया कि उसने अपनी बेटी पर तीन बार अनुष्ठान करवाया, लेकिन उसे कोई धन नहीं मिला। उसकी बेटी ने बताया कि उसे एक कमरे में बैठाकर ‘प्रसाद’ दिया गया और आंखें बंद करने को कहा गया। इसके बाद उसे कुछ भी याद नहीं रहा। संभल पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और अन्य पीड़ितों की तलाश जारी है।

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