सारंगढ़ में राशि गबन का चल रहा खेल..भ्रस्टाचार को रोकने प्रशासनिक अमला फ़ैल..!सरपंच सचिव मिलकर कर रहे 15 वें वित्त की राशि को गबन..जिम्मेदार अधिकारी की कार्रवाई पर भी उठ रहे प्रश्नचिन्ह…

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छत्तीसगढ़ में 15 वें वित्त की राशि के दुरूपयोग या भ्रस्टाचार की कहानी कोई नई बात नहीं है, तमाम अखबारों की सुर्खियां कुछ भ्रस्ट लोगों के कारण 15 वें वित्त पर भ्रस्टाचार से भरी रहती है, शायद इसी कारण जनता का विश्वास सत्ता से उठने लगता है, क्योंकि कुछ भ्रस्ट नेता भी इसमें कमीशन की रेवड़ी खाकर मुक दर्शक बने होते है! और जिन जिम्मेदार अधिकारियों को सरकार इन भ्रस्टाचारियों को रोकने हेतु प्रति माह वेतन देती है उनका पेट सरकार की सेलेरी से ना भरकर कमीशन से भरती है! ऐसे में कोई पंचायत सचिव भला जनता को क्या डरे? बेचारी जनता अब जाये तो जाये कहाँ? क्योंकि कुछ जांच अधिकारी और जनप्रतिनिधि तो स्वयं कमीशन की बिरयानी खाकर कुर्सी तोड़ने में मस्त और व्यस्त हैं!

बात करें सारंगढ़ की तो यहाँ 02 प्रकार के सरपंच और सचिवों की प्रजाती पाई जाती है, एक अपने गाँव के विकास के लिए समर्पित, तो दूजा पैसे के दम मे चुनाव जीत कर 05 साल खर्च किये पैसों से 10 गुना अधिक कमाने के उद्देश्य के खातिर काम करने वाले..!

खर्री बड़े में जमकर हो रहा भ्रस्टाचार

जनपद पंचायत सारंगढ अंतर्गत ग्राम पंचायत खर्री बडे में अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण मद के तहत वर्ष 2021-22 में स्वीकृत नाली निर्माण कार्य डेम से आगे की ओर का अग्रिम राशि 5.00 लाख रूपये आहरित करने के उपरांत भी आज पर्यन्त निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं किया गया है, और प्राप्त जानकारी के मुताबिक सरपंच और सचिव के साथ “वो ” ने सरकारी राशि अग्रिम राशि को गबन कर लिया है?

अधिकारी से की गई शिकायत –

ज़ब नेता और अधिकारीयों से मौखिक शिकायत के बाद भी कोई न्याय ना मिलता देख जिम्मेदार अधिकारीयों को लिखित शिकायत किया गया है। शिकायत के अनुसार जनपद पंचायत सारंगढ़ अंतर्गत ग्राम खर्री बड़े में अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण मद के तहत स्वीकृत नाली निर्माण कार्य डेम से आगे की ओर स्वीकृत हुआ है, जिसकी प्रशासकीय स्वीकृति 10.00 लाख रूपये है, जिसका कार्य एजेंसी सरपंच द्वारा अग्रिम राशि के रूप में 5.50 लाख रूपये आहरित करने के उपरांत भी आज पर्यन्त कार्य प्रारंभ नहीं किया गया है एवं अग्रिम राशि को गबन कर लिया गया है, जिसके संबंध में अविलम्ब उचित कार्यवाही करते हुये गबन की गई अग्रिम राशि की वसूली करने की बात शिकायतकर्ता द्वारा कही गई है।

क्या कहते हैं ग्रामीण –

ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार खुलेआम भ्रष्टाचार को अंजाम देने वाली सरपंच और सचिव दोनों साथ मिलकर शासकीय राशि को बंदर बाट किए है। वहीं आप को बता दे की उपरोक्त राशि भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय से प्राप्त 15 वें वित्त की राशि है जिसे भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे सरपंच तथा सचिव राशि को गोलमाल करने से बाज नहीं आ रहें है। कुछ दिन बाद छत्तीसगढ़ में पंचायत चुनाव हेतु आचार संहिता लगने वाली है। और एक तरफ घोर भ्रष्टाचार के आरोप का मामला प्रकाश में आना सरपंच – सचिव के भ्रष्ट रवैय्ये को दर्शाता है आप इसे अंदाजा लगा सकते है की ग्राम पंचायत रुमगा में और कितने कार्य का फर्जी आहरण किया गया होगा..

कौन है” वो “?

सरपंच सचिव के साथ पर्दे के पीछे भ्रस्टाचार का मोहरा रचने वाला कोई और है जिसके संरक्षण पर सरपंच आँख मुंदकर भ्रस्टाचार को अंजाम दे रही है, कौन है दूसरे के कंधे में बंदूक रखकर चलाने वाला सख्श? गाँव में सरपंच चुनाव में पैसों की मदद करने वाला? कोई नेता? या अधिकारी? जल्द होगा खुलासा…

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