रायगढ़: 1 या 2 नहीं बल्कि एक साथ 73 हाथियों की आमद से ग्रामीणों मे दहशत.. भयवश फसल की कटाई के लिए खेतों की तरफ नहीं जा पा हैं किसान..

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भयवश फसल की कटाई के लिए खेतों की तरफ नहीं जा पा हैं किसान..

धरमजयगढ़ वन मंडल की छाल रेंज में 73 हाथियों की आमद से ग्रामीण दहशत में हैं। किसान फसल की कटाई के लिए खेतों की तरफ नहीं जा पा रहे हैं। वहीं, इलाके में लगे कार्तिक मेले में भीड़ नहीं है, क्योंकि आसपास के ग्रामीण हाथियों के हमले की आशंका से शाम को बाहर नहीं निकल रहे हैं। वन अधिकारियों का कहना है कि हाथियों की ट्रैकिंग कर ग्रामीणों को सचेत किया जा रहा है। मकानों में तोड़फोड़ और फसल क्षति का आकलन किया जा रहा है। जल्द मुआवजा दिया जाएगा।

धरमजयगढ़ डिवीजन में अभी 77 हाथी हैं। इनमें 73 हाथी झुंडों में छाल रेंज में विचरण कर रहे हैं। दीपावली के बाद फसल कटाई ने रफ्तार पकड़ी है। कुछ जगहों पर कटी हुई फसल खेतों में रखी है। पिछले तीन दिनों से हाथियों के उत्पात की वजह से किसान खेतों की तरफ नहीं जा पा रहे हैं। कुछ जगहों पर हाथियों ने खेतों में खड़ी फसल रौंद दी है। एड्ू, खेदापाली, बांधापाली, बोकरामुडा, नवापारा, गडिनबहरी समेत 10 से अधिक गांव में हाथियों की दहशत है।

छाल रेंज के एक दर्जन से अधिक गांव के लोग बोजिया और पुसल्दा गांव में लगे कार्तिक मेले में जाते हैं। ये जगह हाथी प्रभावित क्षेत्र है। अभी यहां हाथी विचरण कर रहे हैं। इस डर से ग्रामीण मेला देखने तक नहीं जा रहे हैं। रायगढ़ से धरमजयगढ़ तक जाने वाले लोग इस रास्ते का इस्तेमाल करते हैं। बोजिया इलाके की सड़क संकरी है। हाथियों ने हमला किया तो बचना मुश्किल होगा। इस डर से आवाजाही कम हुई है।

बोजिया व पुसल्दा के कार्तिक मेले में हाथियों ने डाला खलल

लगातार निगरानी कर रहे वन कर्मी
छाल रेंज में 73 हाथियों का तीन झुंड में घूम रहे हैं। वन कर्मी लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं। ट्रैकिंग कर ग्रामीणों को जानकारी दी जा रही है। मेले में आ जा रहे ग्रामीण सुरक्षित रहें. इसलिए स्टाफ बढ़ाए गए हैं। ग्रामीणों को सचेत कर रहे हैं। अभिषेक जोगावत, डीएफओ, धरमजयगढ़

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